Skip to content
E Mandi Bhav
E Mandi Bhav
  • आज का मंडी भाव
  • कृषि समाचार
  • कृषि सलाह
  • मौसम समाचार
  • सरकारी योजनायें
E Mandi Bhav

गाजर घास से छुटकारा पाने के आसान तरीके: जानिए उपयोगी सुझाव और उपाय

Rajendra Suthar, August 23, 2024August 23, 2024

किसान भाइयों गाजर घास एक प्रकार की खरपतवार है जो खेतों, बगीचों और हरे-भरे इलाकों में तेजी से फैलती है। यह घास न केवल फसलों की वृद्धि को प्रभावित करती है, बल्कि मिट्टी के पोषक तत्वों को भी कम कर देती है।

गाजर घास को अन्य नाम जैसे सफेद टोपी, असाड़ी, गजरी, चटक चांदनी आदि से जाना जाता है, यह एक विदेशी और आक्रामक खरपतवार है। भारत में यह पहली बार 1950 के दशक में देखा गया था और तब से यह रेलवे ट्रेक, सड़कों के किनारे, बंजर भूमि, उद्यान और अन्य क्षेत्रों में तेजी से फैल गया है। इसने लगभग 35 मिलियन हेक्टेयर फसली और गैरफसलीय क्षेत्रों को प्रभावित किया है।

यह एक वर्षीय शाकीय पौधा होता है, जिसकी ऊंचाई 1.5 से 2.0 मीटर तक पहुंच सकती है। गाजर घास मुख्यतः बीजों के माध्यम से फैलती है। इसके पौधे में बीजों की अधिक उत्पादन क्षमता होती है, इससे प्रत्येक पौधा लगभग 5,000 से 25,000 बीज को पैदा कर सकता है। इसके बीज हल्के वजन के कारण हवा, पानी, और मानवीय गतिविधियों द्वारा आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाते हैं।

Also Read
पौधों के लिए घर में तैयार करें खाद : जानें घर में खाद तैयार करने का आसान तरीका

गाजर घास के प्रभाव

  1. स्वास्थ्य पर प्रभाव : गाजर घास को सबसे खतरनाक खरपतवारों में से एक है। इसके प्रभाव से मनुष्यों में त्वचा रोग (डरमेटाइटिस), अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी स्वास्थ्य समस्याए हो सकती है।
  2. पशुओं पर असर : पशुओं द्वारा इस घास का सेवन करने से पशुओं में अत्यधिक लार, दस्त और मुंह में छाले हो सकते हैं।
  3. चारे की उपलब्धता पर प्रभाव : गाजर घास स्वादहीन होती है, इसलिए इसका उपयोग पशुओं के चारे के रूप में नहीं किया जा सकता है। इसके फैलने से घास के मैदानों, चारागाहों और वन क्षेत्रों में चारे की उपलब्धता धीरे-धीरे कम हो रही है।

गाजर घास नियंत्रण के उपाय

  1. सामुदायिक पहल: गाजर घास एक व्यापक समस्या है, इसलिए इसे नियंत्रित करने के लिए किसानों, नगर पालिकाओं, कॉलोनी वासियों, गैर सरकारी संगठनों, और स्कूली बच्चों सहित समाज के सभी वर्गों द्वारा सामुदायिक पहल की आवश्यकता है। इस तरह से वे अपने आसपास को गाजर घास से मुक्त रख सकते हैं।
  2. जागरूकता और प्रशिक्षण: गाजर घास के दुष्प्रभाव और इसके प्रबंधन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए बैठकें, प्रशिक्षण और प्रदर्शन आयोजित करें।
  3. उखाड़ने और पुन: उपयोग: गाजर घास को फूल आने से पहले उखाड़कर कम्पोस्ट या वर्मी कम्पोस्ट बना लें, जिससे इसके बीजों का फैलाव रोका जा सके। गाजर घास को नियंत्रित करने के लिए नियमित जुताई और निराई अत्यंत महत्वपूर्ण है। जुताई से मिट्टी में उपस्थित घास की जड़ें और बीज उखड़ जाते हैं, जिससे घास का प्रभावी ढंग से नियंत्रण होता है।
  4. स्व-स्थायी पौधों का प्रयोग: गाजर घास को विस्थापित करने के लिए चकोड़ा (पंवार) और गेंदा जैसे स्व-स्थायी प्रतिस्पर्धी पौधों के बीज का छिड़काव करें।
  5. शाकनाशियों का उपयोग : गाजर घास के संपूर्ण वनस्पति नियंत्रण के लिए ग्लाइफोसेट (1.0-1.5 प्रतिशत) जैसे शाकनाशियों का छिड़काव करें। मिश्रित वनस्पति में पार्थेनियम के नियंत्रण के लिए फूल आने से पहले मेट्रिब्यूजिन (0.3-0.5 प्रतिशत) या 2, 4 डी (1.0-1.5 प्रतिशत) का छिड़काव करें, ताकि घास कुल के पौधों को बचाया जा सके।
  6. परामर्श और जैविक नियंत्रण: फसलों में शाकनाशियों का प्रयोग करने से पहले खरपतवार या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। जुलाई-अगस्त के दौरान गाजर घास से संक्रमित क्षेत्रों में जैविक कीट जाइगोग्रामा बाइकोलोराटा को छोड़ें, जिससे प्राकृतिक रूप से घास का नियंत्रण किया जा सके।

निष्कर्ष

गाजर घास से छुटकारा पाना कोई आसान कार्य नहीं है, लेकिन उचित उपायों और सावधानियों के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है। खेत की नियमित देखभाल, जैविक उपाय, और समय पर फसल की कटाई से गाजर घास की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इन सुझावों को अपनाकर आप अपने खेतों और बगीचों को गाजर घास से मुक्त रख सकते हैं और एक स्वस्थ और उपजाऊ वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।

कृषि सलाह

Post navigation

Previous post
Next post

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

  • Lehsoon Ka Aaj Ka Bhav : लहसून का आज का भाव (Today Lehsoon Bhav)
  • Aaj Chana Ka Bhav : आज चना का भाव (Today Chana Bhav)
  • Jeera Ka Aaj Ka Bhav : जीरे का आज का भाव (Today Jeera Bhav), जीरे का बाजार भाव
  • Makka Ka Aaj Ka Bhav : मक्का का आज का भाव (Today Makka Bhav)
  • Aaj Gehu Ka Bhav : आज गेहूं का भाव (Today Gehu Bhav)
abc
E Mandi Bhav का मुख्य उद्देशय देश के प्रत्येक किसान तक खेती-बाड़ी और किसानों से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारियाँ पहुंचना हैं, और उसके अलावा जैसे नाम से भी पता चल रहा हैं कि इस वेबसाइट के माध्यम से हम आप सभी लोगों तक देश की विभिन्न मंडियों के भाव आप तक पहुंचाने का काम करेंगे।

Top Categories

आज का मंडी भाव कृषि समाचार कृषि सलाह मौसम समाचार सरकारी योजनायें

Useful Links

About Us Contact Us Disclaimer Privacy Policy

Follow Us

abc abc abc abc abc
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें abc
©2025 E Mandi Bhav