Weather Update : IMD ने मौसम के लिए जारी किया नया अलर्ट Rajendra Suthar, August 15, 2024August 15, 2024 किसान भाइयों हाल ही में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मौसम की मौजूदा परिस्थितियों को लेकर एक नया अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम के संभावित बदलावों की जानकारी दी गई है, जो आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं।Also Read राजस्थान में अगले दस दिनों का मौसम किसान साथियों राजधानी दिल्ली में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। अब तक दिल्ली में 233.1 मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बारिश का ये दौर 19 अगस्त तक बरकरार रहेंगा। लगातार हो रही बारिश के प्रकोप से दिल्ली में सड़को पर जलभराव कायम है।राजस्थान में मौसम (Rajasthan Weather News)राजस्थान के दूसरे बड़े जिले जोधपुर में मंगलवार सुबह से गर्मी का कड़ा असर बना हुआ था। सूर्य देवता की तपिश से लोग परेशान थे और गर्मी की लहर ने सभी को परेशान कर रखा था। लेकिन जैसे ही शाम हुई, मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। पहले आसमान में बादल छा गए और इसके बाद तेज हवाओं ने लोगों को राहत का अहसास कराया।तेज हवाओं के बाद मौसम ने एक नई करवट ली और झमाझम बारिश शुरू हो गई। इस बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से राहत की सांस दी। पिछले कुछ दिनों से जोधपुर में धूप की तीव्रता ने लोगों को काफी परेशान कर रखा था। आज मौसम ने अचानक पलटी खाई, जिससे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में हल्की बूंदा-बांदी हुई और फिर धीरे-धीरे शहरी क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। अब पिछले एक घंटे से जोधपुर में तेज बारिश का दौर जारी है, जिसने गर्मी से राहत दिलाई है और लोगों को ठंडक का एहसास कराया है।मौसम केंद्र के अनुसार, आज और कल जयपुर, भरतपुर, अजमेर, और कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ जारी रहेंगी और कल से अगले दो दिनों तक मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका है। बीकानेर और जोधपुर संभाग में भी आगामी तीन दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का सिलसिला थोड़ा धीमा पड़ गया है। अलवर के मंडावर में 92 मिमी, करौली के सुरौठ में 65 मिमी, पाली के रायपुर में 50 मिमी, दौसा के लालसोट में 57 मिमी, और महवा में 36 मिमी बारिश दर्ज की गई। जयपुर, अजमेर, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, चूरू, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर, राजसमंद, सीकर, और टोंक जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है।Also Read बांस की खेती : बंजर जमीन को बनाएं फायदेमंद और 50 साल तक कमाएं मध्यप्रदेश में मौसम (MP Weather News)प्रदेश के भिंड में हल्की बारिश के साथ-साथ ग्वालियर, मुरैना, दतिया, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, अनुपपुर, अमरकंटक, रीवा, मऊगंज, सतना, चित्रकूट, मैहर, कटनी, उमरिया, बांधवगढ़, और डिंडोरी में मध्यम बारिश होने की संभावना है। देर रात तक मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, पेंच, जबलपुर, भेड़ाघाट, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, विदिशा, उदयगिरि, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, रायसेन, भीमबेटका, और सांची में भी बारिश की संभावना बनी हुई है।मंगलवार को शिवपुरी में 12 मिमी, ग्वालियर में 9 मिमी, नर्मदापुरम और सतना में 6 मिमी, खजुराहो में 4 मिमी, बैतूल में 1 मिमी, और धार में 0.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, नारनौल, चुर्क, जमशेदपुर, और दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। पूर्वी राजस्थान के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिणी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी बिहार, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र, और बांग्लादेश तक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। इसके अलावा, पश्चिमी बांग्लादेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान तथा गुजरात में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।मौसम विज्ञान केंद्र के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार, इन विभिन्न मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। बुधवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, और शहडोल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा होने की उम्मीद है। इसके अलावा, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि, बीच-बीच में धूप भी निकलेगी, लेकिन वातावरण में अधिक नमी के कारण तापमान बढ़ने पर हल्की बौछारें भी पड़ती रहेंगी।देश में मानसून की अंतिम स्थितीमानसून ट्रफ लाइन : वर्तमान में, मानसून ट्रफ माध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, नारनौल, चुर्क, जमशेदपुर, और दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। एक ट्रफ लाइन पूर्वोत्तर राजस्थान से होकर दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है।चक्रवातीय परिसंचरण : पूर्वोत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान और संलग्न राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। गुजरात के ऊपर चक्रवातीय माध्य समुद्र ताल से 3.1 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है।पश्चिमी बांग्लादेश के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 1.5 और 4.5 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है। रायलसीमा से कोमोरिन क्षेत्र तक एक ट्रफ माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई तक विस्तृत है। मौसम समाचार