त्यौहारी सीजन में सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही लेकिन फिर भी किसानों को नहीं मिल पा रहा उनकी मेहनत का लाभ Rahul Saharan, October 21, 2024October 21, 2024 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है की त्यौहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। और त्योहारों के रंग में बाजार भी रंगने लगे है। लेकिन इन त्यौहार की खुशियों के बीच में सब्जियों की आसमान छू रही कीमतें इन खुशियों पर ग्रहण लगा रही है। अर्थात बढ़ती हुयी सब्जियों की कीमतों के कारण लोगो के चेहरों पर खुशियाँ कण दिखाई दे रही है। पिछले लगभग 2 सालों से अक्टूबर के महीने में सब्जियों की कीमतों में इतना उछाल नहीं देखा गया है।किसान साथियों हर एक घर की रसोई पर कब्जा कर चुके टमाटर की कीमतें तो मानों जैसे चाँद पर ही पहुंच गयी हो। और इसके साथ ही भारतीय रसोई का बहुत ही अहम हिस्सा जो की प्याज है। इसकी कीमतों ने लोगों की आँखों में आंसू ही ला दिए है। इसके अलावा प्रत्येक सब्जी में जान फूँक देने वाली मिर्ची ने अपने तीखेपन को और अधिक बढ़ा दिया है। आम इंसान की पहली पसंद आलू और प्याज के दामों में भी काफी वृद्धि देखि जा रही है। जिसके चलते लोगो की भोजन की थाली से सलाद तो मानो जैसे कही गायब ही हो गया हो।Also Read गेंहू की उन्नत किस्मों की बुवाई: जानिए बुवाई का सही समय और उन्नत किस्में किसान साथियों जयपुर शहर की सबसे बड़ी मंडी मुहाना मंडी में थोक विक्रेताओं से लेकर के फुटकर व्यापारियों तक बढ़ती हुयी कीमतों के पीछे इन के द्वारा चल रही मुनाफाखोरी है। जिसके कारण त्यौहार के सीजन में भी सब्जियों की कीमते आसमान छू रही है।किसान साथियो सब्जियों के बढ़ती हुयी कीमतों के कारण गृहिणियों की चिंताए बढ़ती ही जा रही है। क्योकि सब्जियों की बढ़ती हुयी कीमतों के कारण अब गृहिणिया भोजन की थाली में मंडी की सब्जियों के बजाय अपने द्वारा घर पर तैयार की हुयी सब्जियों को अधिक महत्व और प्राथमिकता दे रही है। सब्जियों की कीमतों में वृद्धि के बाद अब भारतीय रसोई में दाल, कढ़ी गट्टे, राजमा, चने तथा पापड़ जैसी सब्जिया भोजन का मुख्य मेन्यू के रूप में सेट हो गयी है।किसान साथियों जयपुर की मुहाना मंडी में आलू आढ़तिया संघ के अध्यक्ष मदन कुमार शर्मा के अनुसार आलू की कीमते थोक में 14 रूपये से लेकर के 20 रुपये प्रति किलोग्राम है। और इस बार आलू की फसल की पैदावार में भी कमी आयी है। और प्याज के व्यापारी दयानन्द नेभनानी जी के अनुसार अधिक बरसात के कारण प्याज की फसल भी बहुत प्रभावित हुयी है जिसके कारन प्याज की थोक कीमते 30 रूपये से लेकर के 40 रूपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गयी है।किसान साथियो जयपुर के फल सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष योगेश तंवर के अनुसार टमाटर की कीमतों में वृद्धि का सबसे मुख्य कारण इस वर्ष हुयी बहुत अधिक बारिश और तेज गर्मी है। क्योकि बहुत अधिक बरसात तथा तीज गर्मी के कारन टमाटर की फसल बहुत ज्यादा प्रभावित हुयी है। जिसके कारण से नासिक, बेंगलुरु तथा औरंगाबाद से टमाटर की होने वाली आवक में भी कमी देखी जा रही है। हाल की स्थिति में मंडी में लगभग 20 गाड़ियाँ ही पहुंच रही है जजों की एक समय में लगभग 30 से 35 गाड़ियाँ पहुँचती थी। इस दिवाली पर ये उम्मीद जताई जा रही है की अब स्थानीय फैसले मंडी में आना शुरू हो गयी जिसके बाद सब्जियों की कीमतों में गिरावट आने की सम्भावना नजर आ रही है।Also Read अमरुद में एंथ्रेक्नोज रोग(Anthracnose Disease In Guava): जानिए पहचान और उपचार किसान साथियों इस त्यौहार के सीजन में खुदरा बाजार में लगभग प्रत्येक सब्जी के भाव 80 रूपये से लेकर के 100 रूपये प्रति किलोग्राम तक है। जिसके चलते लोग सबब्जियो की किलोग्राम की दर से खरीदने की बजाय पाव और आधा किलो खरीदने को मजबूर है। किसान साथियो अदरक की कीमतों में भी तेजी आने से चाय के स्वाद में अदरक की जगह इलायची ने लेली है।सब्जियों की कीमतें –किसान साथियो मंडी के अंदर हर प्रकार की सब्जियों के थोक व फुटकर भाव निम्नलिखित है –क्रम सँख्या सब्जी का नाम थोक भाव (रूपये प्रति किलोग्राम)फुटकर भाव (रूपये प्रति किलोग्राम)1टमाटर40-5580-1002मिर्च30-3580-903आलू14-20404प्याज30-4260-805फूल गोभी45-5070-906पत्ता गोभी25-3060-707लौकी15-2540-508बेंगन30-3545-559अदरक70-80150-20010शिमला मिर्च30-4070-8011पालक30-408012लहसुन60-70150-20013धनिया50-55120-150नोट:- फुटकर भाव अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग हो सकते है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले। आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार