सौर ऊर्जा से कृषि में सुधार: जानिए पीएम कुसुम योजना की नवीनतम जानकारी Rajendra Suthar, September 5, 2024September 5, 2024 PM Kusum Yojana : भारत में कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में कई योजनाओं की पहल की गई हैं, और इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम-कुसुम योजना)। इस योजना का उद्देश्य सौर ऊर्जा के माध्यम से किसानों की जीवनशैली में सुधार लाना और उनकी फसल की उत्पादकता बढ़ाना है।यह योजना उन किसानों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो रही है जो वर्षों से बिजली के कनेक्शन का इंतजार कर रहे थे। साथ ही, सौर ऊर्जा पंप संयंत्र की स्थापना से रात में सिंचाई करने में आने वाली समस्याओं से राहत मिलेगी। यह योजना कृषि में कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी काफी लाभदायक साबित हो सकती है। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम- कुसुम) के घटक ‘बी’ के तहत, किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन विहीन जल स्रोतों पर सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने के लिए बड़े पैमाने पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।Also Read औषधीय पौधों की खेती से मुनाफा: 5 प्रमुख पौधे जो बदल सकते हैं आपकी किस्मत 60 : 40 के अनुपात में अनुदानइस योजना के अंतर्गत किसानों को 3, 5 और 7.5 हॉर्स पावर क्षमता के सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने पर 60 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा, जबकि 40 प्रतिशत राशि किसानों को स्वयं वहन करनी होगी। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा प्रति किसान 45,000 रुपए का अतिरिक्त अनुदान भी प्रदान किया जाएगा।पीएम-कुसुम योजना के घटकPM Kusum yojana को तीन घटकों में विभाजित किया गया है –घटक ए (a) : इस घटक के अनुसार , किसानों को सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है, जो उन्हें अपने खेतों में सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने में मदद करता है। इस घटक के अंतर्गत, किसानों को सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने के लिए 60% तक सब्सिडी प्रदान की जाती है।घटक बी (b) : इस घटक के अंतर्गत, किसानों को अपने विद्युत कनेक्शन विहीन जल स्रोतों पर सौर ऊर्जा पंप संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है। यहां पर किसानों को 70% तक सब्सिडी प्राप्त होती है, जिससे सौर पंपों की स्थापना आर्थिक रूप से संभव हो जाती है।घटक सी (c) : इस घटक में, किसानों को सौर ऊर्जा से संबंधित अन्य उपकरण और संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है, जो उनके खेतों में सौर ऊर्जा का उपयोग करने में सहायता करता है।PM Kusum Scheme पात्रताAlso Read प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2024: जानिए सम्पूर्ण जानकारी उप निर्देशक उद्यान जिला दुदू डॉ. प्रेमचंद वर्मा ने बताया कि आवेदन के लिए पात्रता की शर्तें निम्नलिखित हैं:भू-स्वामित्व वाले किसान : केवल वही किसान आवेदन के योग्य होंगे जिनका भू-स्वामित्व 0.4 हेक्टेयर या इससे अधिक हो।सिंचाई जल स्रोत: किसान के पास कुआं, नलकूप, फॉर्म पॉन्ड या अन्य किसी प्रकार का सिंचाई जल स्रोत होना चाहिए, और उस पर विद्युत कनेक्शन नहीं होना चाहिए।विशेष प्रावधान: अधिसूचित अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में जनजाति किसानों के लिए तीन और पांच हॉर्स पावर के पंप संयंत्रों की स्थापना के लिए भूमि की आवश्यकता 0.2 हेक्टेयर निर्धारित की गई है।योजना में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजआवेदक का जन आधार कार्डभूमि की प्रमाणित जमाबंदीसिंचाई जलस्रोत की उपलब्धताबिजली कनेक्शन नहीं होने का शपथ पत्रPM Kusum yojana आवेदन प्रक्रियादस्तावेजों को राज किसान साथी पोर्टल पर स्वयं या ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन भरते समय अपलोड किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, उद्यान विभाग, राजस्थान से भी संपर्क किया जा सकता है।सौर ऊर्जा पंप संयंत्र की स्थापना के लिए अधिकृत फर्म का चयन आवेदक के द्वारा सुविधानुसार किया जा सकता है। सरकारी योजनायें