जीरे के भाव में उत्तार-चढ़ाव जारी : क्या आने वाले दिनों में भाव में फिर से आयेगी तेजी ? Rajendra Suthar, July 5, 2024July 5, 2024 किसान भाइयों आज हम बात करेंगे जीरे के भाव में चल रहे उत्तार-चढ़ाव के बारे में, जीरा एक महत्वपूर्ण मसाला है और इसके मंडी भाव बाजार में काफी महत्वपूर्ण होते है। किसान साथियों पिछले कुछ दिनों से घरेलू बाजारो में जीरे के थोक भाव स्थिर बने हुए है। और आने वाले दिनों में जीरे के भाव सीमित दायरे में रहने की आशंका है।वर्तमान समय में जीरे के भाव में उत्तार-चढ़ाव दिखाई दे रहे हैं। पिछले बीते महीनों में जीरे के भाव में वृद्धि देखने को मिल रही थी, जो कि उत्पादक राज्यों में अच्छी उपज के कारण हो सकता है। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिति भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।जीरा भाव रिपोर्ट (Today Jeera Bhav Report)किसान साथियो जीरे के भाव की बात करें तो चीन द्वारा जून महीने के अंत में 100 कंटेनर की खरीद के बाद से घरेलू बाजार में मंदी देखने को मिली है। उत्तरी गुजरात में मानसून सक्रिय हो गया है। जिससे किसानो की जीरे की बिक्री सीमित होने के कारण गुजरात की ऊंझा मंडी में जीरे की आवक में कमी आई है। ऊंझा मंडी में इन दिनों जीरे की आवक लगभग 10-12 हजार बोरी रह गई है।बीते दिनों में जीरे की कीमत में 125-350 रुपये की गिरावट आई है, फिलहाल जीरे के औसत भाव 5650-5750 रुपये प्रति 20 किलोग्राम चल रहे है। इससे पहले जीरे की कीमतों में 200-300 रूपये तक का उछाल देखने को मिला था। चीन के बाद अब तुर्की और सीरिया में जीरे की नई फसल शुरू होनी है और प्राप्त जानकारी के अनुसार इन देशो द्वारा अभी अपनी नई फसल की कीमतों की घोषणा नहीं की है। जिससे फसल की आवक में देरी की सम्भावना है।प्रमुख मंडियों में आज के जीरा भाव जोधपुर मंडी जीरा भाव – 23900-27000 रूपये/क्विंटलनागौर मंडी जीरा भाव -25000-27450 रूपये/क्विंटलउंझा मंडी जीरा भाव -25000-28000 रूपये/क्विंटलमेड़ता मंडी जीरा भाव -26000-27300 रूपये/क्विंटलबीकानेर मंडी जीरा भाव -24000-27000 रूपये/क्विंटलनोखा मंडी जीरा भाव -23600-27200 रूपये/क्विंटलवही बेस्ट क्वालिटी के जीरे के भाव 26000-29000 रूपये/क्विंटल रहे।Also Read क्या सरसों के भाव फिर पकड़ेगें रफ्तार : जानिए सरसों के आज के भाव आने वाले दिनों में जीरे का बाजार किस प्रकार रहेगागुजरात की बात करे तो पिछले सीजन की तुलना में इस बार गुजरात में जीरे की बुवाई दोगुनी से भी अधिक हुई थी। स्थानीय थोक किराना बाजार में बिकवाली के चलते जीरे की कीमत हाल ही में 200 रुपये की गिरावट के साथ अभी 31000-32000 रूपये/क्विंटल बनी हुई है।पिछले वित्त वर्ष 2024-25 के शुरुआती महीनो में भारत से लगभग 39,182.42 टन जीरे का निर्यात हुआ जिसका मूल्य 1002.80 करोड़ रुपए था। पिछले वर्ष इसी महीने में 17,084.88 टन जीरे का निर्यात हुआ था और इससे 511.30 करोड़ रुपए की आय हुई थी। इससे स्पष्ट होता है कि जीरे के निर्यात में मात्रा के आधार पर 129 प्रतिशत और आय के आधार पर 96 प्रतिशत का उछाल आया है।भारत के अलावा तुर्की और सीरिया को भी जीरे के प्रमुख उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है। जो साझा में करीब 35 हजार टन जीरे का उत्पादन करते हैं, लेकिन उनकी क्वालिटी भारतीय जीरे की तुलना में कम होती है। अफगानिस्तान और ईरान भी इस क्षेत्र में चुनौती पेश कर रहे हैं।पिछले कुछ हफ्तों से जीरे की कीमतें बढ़ती हुई थीं, लेकिन अब फिर से उनमें कमी आ गई है। इसका मुख्य कारण बाजार में उत्पादकों की अधिक उत्पादन क्षमता है और मांग में गिरावट का संकेत मिल रहा है। जीरे की मंडी भाव में इन उत्तार-चढ़ाव के पीछे कई कारक हो सकते हैं, जैसे कि मौसमी परिवर्तन, उत्पादक राज्यों में उपज की वृद्धि या घटने की स्थिति, और विदेशी बाजारों की स्थिति। इन सभी कारकों के साथ-साथ, बाजार की ताजगी और व्यापारीय संकेतों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार