भारत में मौसम का हाल: जानिए दिवाली से पहले सर्दी और बारिश का संगम Rajendra Suthar, October 28, 2024October 28, 2024 किसान भाइयों भारत में हर साल दिवाली का पर्व उत्साह और रोशनी का प्रतीक होता है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इस समय मौसम में भी कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस बार, जबकि कई राज्यों में ठंड का असर अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, मौसम विभाग ने बताया है कि नवंबर के दूसरे हफ्ते से ठंड का दौर शुरू हो सकता है। आइए जानते हैं, भारत के विभिन्न राज्यों में मौजूदा मौसम की स्थिति और उसके प्रभावों के बारे में।दिल्ली-NCR (Delhi Mousam)राजधानी दिल्ली में आने वाले दिनों में मौसम साफ़ रहने का अनुमान है। वही तापमान की बात करें तो तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। हालांकि, दिल्ली के निवासी प्रदूषण के कारण परेशान हैं। हाल ही में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार पहुँच गया है, जो ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है। पराली जलाने की घटनाओं ने दिल्ली की हवा को और दूषित कर दिया है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।बिहार का मौसम (Bihar Ka Mousam)पिछले दिनों में बिहार में चक्रवात के प्रभाव के कारण कई जगहों पर हल्की बारिश हुई थी। जिसके कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई और रात में मौसम में ठण्ड का अहसास होने लगा। दिवाली तक मौसम इसी तरह रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसमें हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। पटना, भागलपुर, पूर्णिया, बेगूसराय समेत अन्य जिलों में बारिश ने ठंड का अहसास बढ़ा दिया है।उत्तर प्रदेश का मौसम (Uttar Pradesh Ka Mousam)उत्तर प्रदेश में अब ठंड का असर दिखने लगा है। कई जिलों में सुबह और रात के तापमान में गिरावट हो रही है। आगरा में ताजमहल के आसपास धुंध की स्थिति बनी हुई है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो रही है। लखनऊ में भी प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में लोग ठंड के लिए तैयारी करने लगे हैं।उत्तराखंड का मौसम (Utrakhand Ka Mousam)उत्तराखंड में भी ठंड का असर बढ़ रहा है। यहां के पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। मानसून के वापस लौटने के बाद से बारिश रुक गई थी, लेकिन अब पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना भी है।ओडिशा का मौसम (Odisha Ka Mousam)ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कमजोर पड़ने के बाद बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई है। राज्य के मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। लगभग 92 प्रतिशत संपर्क बहाल कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कई लोग राहत के लिए तरस रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि यहां की स्थिति को जल्द सुधारने की आवश्यकता है।हिमाचल प्रदेश में आज धूप निकलने की उम्मीद है, लेकिन सुबह और शाम ठंड का असर बढ़ेगा। मौसम विभाग ने कल बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। कई जिलों में ठंड का एहसास हो रहा है, जिससे स्थानीय लोग सावधानी बरत रहे हैं।मध्यप्रदेश का मौसम (Madhya Pradesh Ka Mousam)मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, 28 अक्टूबर को जबलपुर, सिवनी, कटनी, उमरिया, नरसिंहपुर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी।29 अक्टूबर, यानी धनतेरस के दिन, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, शहडोल, अनुपपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा, बुधवार को नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के कुछ जिलों में भी बादल के साथ बारिश की संभावना है।निष्कर्षइस साल दिवाली पर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसमें सर्दी का आना अभी बाकी है और कुछ राज्यों में बारिश का दौर चल रहा है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे मौसम के अनुसार अपनी योजनाएँ बनाएं और स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रदूषण और ठंड से बचने के लिए उचित कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है। आने वाले दिनों में जब ठंड का दौर शुरू होगा, तब इसका असर और अधिक महसूस किया जाएगा। मौसम समाचार