सरसों की कीमतों में आई तेजी : जानें सरसों के मंडी भाव Rajendra Suthar, July 17, 2024 किसान भाइयों भारत में कृषि एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और इसमें विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती की जाती है। इनमें से एक प्रमुख फसल है सरसों, जिसका उपयोग खाद्य तेल, औषधियों और विभिन्न व्यंजनों में होता है। हाल के दिनों में सरसों के भाव में तेजी आई है, जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों में चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्ट में हम सरसों की कीमतों में आई इस वृद्धि के कारणों, मंडी भाव और इसके प्रभाव पर चर्चा करेंगे।सरसों भाव रिपोर्ट (Sarson Bhav)किसान भाइयों बीते सप्ताह और चल रहे सप्ताह के भावो की तुलना की जाए तो सरसों के भाव में 20-50 रूपये की बढ़ोतरी देखने को मिली है। आने वाले दिनों में सरसों के भावों में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वर्तमान में लगभग सभी मंडियों में सरसों के औसत भाव 5000-6500 चल रहे है।प्रमुख मंडियों में सरसों के भाव –जयपुर मंडी सरसों भाव -6000-6125 रूपये/क्विंटलमुरैना मंडी सरसों भाव -6000-6550 रूपये/क्विंटलपोरसा मंडी सरसों भाव – 5400-5600 रूपये/क्विंटलभरतपुर मंडी सरसों भाव -5500-5800 रूपये/क्विंटलकोटा मंडी सरसों भाव -5300-5755 रूपये/क्विंटलदिल्ली मंडी सरसों भाव -5800-6000 रूपये/क्विंटलटोंक मंडी सरसों भाव -5400-5600 रूपये/क्विंटलचरखी दादरी मंडी सरसों भाव -5500-6000 रूपये/क्विंटलहिंडौन मंडी सरसों भाव -5600-5800 रूपये/क्विंटलबारिश के मौसम के कारण सरसों की खल की मांग में कमी के कारण खल के भाव 2700/2850 रूपए /क्विंटल पर सुस्त रहे।सरसों की कीमतों में तेजी के कारणसरसों की बढ़ती मांग : सरसों का तेल भारत में सबसे ज्यादा खाद्य तेल में उपयोग किया जाता है जिससे सरसों के मांग बढ़ी है।अवसादित फसल: कई क्षेत्रों में मौसम की अनुकूलता और कीटों के हमले के कारण सरसों की फसल प्रभावित हुई है। इससे उत्पादन में कमी आई है, जो भाव को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण हो सकता है।सरसों के निर्यात में बढ़ोतरी : अंतरराष्ट्रीय बाजार में सरसों के तेल का निर्यात बढ़ने से सरसों के भाव में तेजी देखने को मिल सकती है। किसान भाइयों भारत, जो सरसों का एक बड़ा उत्पादक देश है, और अपनी गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, और निर्यातक इसके लिए उच्च दाम पाने में सफल हो रहे हैं।सरकार की योजना : सरकार द्वारा किसानो को फसल को उचित दाम मिल सके इसके लिए हरसंभव प्रयास करती है। केंद्र और राज्य सरकार कई बार सरसों की कीमतों को समर्थन देने के लिए खरीद नीतियाँ लागू करती हैं। यह भी भावों में तेजी का कारण हो सकता है।आने वाले दिनों में सरसों के भाव की संभावनाएंकिसान भाइयों आने वाले दिनों सरसो के भाव के भविष्य में कई संभावनाएं हो सकती है। किसान साथियो यदि मौसम अनुकूल रहता है और उत्पादन में सुधार होता है तो भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है। यदि मांग बनी रहती है और उत्पादन में कमी आते है तो भाव में तेजी देखी जा सकती है।निष्कर्षसरसों के भाव बढ़ना किसानों के लिए लाभदायक हैं। कीमतें उच्च होती हैं, तो किसानों को अपने उत्पादों के लिए अच्छे दाम मिलते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है। इससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं और अपनी अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। वही सरसों के भाव में बढ़ोतरी होने से उपभोक्ताओं को इसका आर्थिक बोझ उठाना पड़ सकता है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार