नीम से बनाए जैविक कीटनाशक(Organic Pesticide): जानिए पूरी जानकारी Rahul Saharan, July 24, 2024July 24, 2024 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी जानते ही है कि नीम एक प्रकार का औषिधीय महत्व वाला पौधा है। आप सभी ने कभी ना कभी नीम के पत्तियों का उपयोग किसी न किसी प्रकार की बिमारी में या किसी अन्य परेशानी में उपयोग किया होगा। सामान्यत: नीम का उपयोग गाँवो या घरो में मच्छरों को भगाने या किसी हानिकारक कीटाणुओं को नष्ट करने में किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे है की घर पर ही आप नीम के उपयोग से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) का निर्माण कर सकते है।नीम एक प्रकार का भारतीय मूल का ही पौधा है। नीम का वानस्पतिक नाम – Azadirachta Indica है। नीम का उपयोग चर्म रोगों और घावों के निवारण में सहायता करता है। नीम की दांतुन करने से दाँत और मसूड़े मजबूत और स्वस्थ रहते है। और नीम की पत्तियों को चबाने से खून का शुद्धिकरण होता है, तथा त्वचा के विकारों का निवारण होता है।आज कल खेतो में किसानो के द्वारा बहुत ही अधिक मात्रा में रसायनिक उर्वरको और कीटनाशकों का उपयोग किया जा रहा है। इनके उपयोग से धीरे-धीरे भूमि की उपजाऊ क्षमता नष्ट होती जा रही है जिसके कारण जमीने बंजर हो रही है। अत्यधिक रासायनिक उर्वरको और कीटनाशकों के छिड़काव वाली फल-सब्जियों का सेवन करने के कारण मनुष्यो में अनेक प्रकार को भयानक बीमारिया उत्पन्न हो रही है। इसलिए आज हम लाये है आपके लिए नीम के उपयोग से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) का निर्माण करने की विधि और इसके उपयोग एवं फायदे।Also Read केंचुआ खाद (Vermicompost) कैसे तैयार करें: जानिए आसान विधि और इसके लाभ नीम से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) बनाने की विधि –केवल अकेले नीम से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) बंनाने के लिए आप को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा।सबसे पहले आप नीम की सुखी हुई पत्तियों को इकट्ठा कर के उनको किसी छायादार स्थान पर सूखा दे।जब पत्तियाँ पूर्ण रूप से सुख जाए तब उनको रात भर के लिए भरपूर पानी की मात्रा में डुबो दे।सुबह आप नीम की पत्तियों को पानी से अलग करके उस पानी का पौधो पर छिड़काव कर सकते है।यह विधि बैंगन के पौधे में होने वाले तना छेदक रोग वाले कीटाणुओं को नष्ट करता है।नीम और खली से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) बनाने की विधि –नीम और खली को मिलाकर भी आप जैविक कीटनाशक को बना सकते है इसके लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा।सबसे पहले आपको नीम और खल से जैविक कीटनाशक बनाने के लिए नीम की लगभग 3-5 किलो तक निम्बोली की खली लेनी है।अब इस निम्बोली की खली को लगभग 15 लीटर पानी में 3 दिनों तक डुबोकर छोड़ दे।3 दिनों के बाद आप इसमें लगभग 100 ग्राम धतूरे का रस और लगभग 250 ग्राम हरी मिर्च को पीसकर इसका रस/जूस निकाल ले।अब आपको लगभग 15 लीटर पानी में आपके द्वारा बनाया गया रस/जूस को मिलाकर सुबह के समय में इसका छिड़काव पोधो पर करना है।इसके द्वारा पौधो की पत्तियों व पौधे के अन्य भागो में लगने वाले मच्छर और कीटनाशको से बचाने के लिए अत्यधिक उपयुक्त मानी जाती है।नीम और गोमूत्र से जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) बनाने की विधि –नीम और गोमूत्र को मिलकर भी आप जैविक कीटनाशक को बना सकते है इसके लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा।1. सबसे पहले आपको कुछ सामग्री इकट्ठा करनी होगी जैसे –लगभग 20 लीटर देशी गाय का मूत्र लगभग 2.50 किलो नीम की निम्बोली/पत्तियों का चूर्णलगभग 2.5-2.5 किलो धतूरे और अर्कमदार के पत्तेलगभग 2.5 किलो सीताफल/कद्दू के पत्तेलगभग 750 ग्राम तम्बाकू का पाउडरलगभग 1 किलो लाल मिर्च का पाउडर2. अब आप देशी गाय के लगभग 20 लीटर मूत्र में लगभग 2.50 किलो नीम की निम्बोली/पत्तियों का चूर्ण को मिलाइये।3. अब आप इसमें लगभग लगभग 2.5-2.5 किलो धतूरे और अर्कमदार के पत्तो को पीसकर उसका चूर्ण बनाकर मिला दीजिए।4. इसके बाद आपको इसमें लगभग 2.5 किलो सीताफल/कद्दू के पत्तो को अच्छी तरह से महीन चूर्ण बनाकर मिलाना होगा।5. अब इसमें लगभग 750 ग्राम तम्बाकू का पाउडर और साथ ही लगभग 1 किलो लाल मिर्च का पाउडर दोनों को एक साथ ही मिला दीजिए।6. सभी सामग्रियों को मिलाने के बाद आप इस मिश्रण को अच्छी तरह से उबालकर ठंडा होने के लिए छोड़ दे।7. मिश्रण के ठंडा हो जाने के बाद आप इसको बोतल या बड़े बर्तन में भर ले।8. अब आपको इसको उपयोग करने ले लिए लगभग 20 लीटर पानी में इस मिश्रण का केवल 1 लीटर ही मिलाना हैं। अगर आप बड़ी मात्रा में छिड़काव करना चाहते है हो आपको 20 लीटर मिश्रण लेते है तो आपको तक़रीबन 400 लीटर पानी की आवश्यकता होगी।नीम से प्राकृतिक (Natural) कीटनाशक बनाने की विधि –नीम से प्राकृतिक कीटनाशक बनाने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते है।सबसे पहले आपको लगभग 10 लीटर पानी लेना होगा।अब आपको इसमें लगभग 5 किलो नीम की पत्ती/निम्बोली, लगभग 10 किलो छाछ व तक़रीबन 2 किलो देशी गाय का मूत्र तथा लगभग 1 किलो लहसुन को अच्छी तरह पीस ले।अब इस सब को एक साथ मिलाकर अच्छी तरह से मिला ले।अब इस मिश्रण को लगभग 5-6 दिनों तक ऐसे ही छोड़ दीजिये और रोजना 3-4 बार इसको अच्छी तरह से किसी वस्तु से हिला दीजिए।अब इसका रंग दूध के जैसा हो जाएगा तो इसमें आप लगभग 80 एम एल टिपोल और लगभग 200 एम जी साबुन को मिला दीजिए। अब आपका प्राकृतिक कीटनाशक छिड़काव के लिए तैयार है।नीम से बने जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide)के उपयोग एवं फ़ायदे –नीम से बने हुए जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) के बहुत ही महत्वपूर्ण उपयोग एवं फायदे है –इसके उपयोग से भूमि की उर्वरक क्षमता नष्ट नहीं होती है तथा यह भूमि के लिए बहुत ही अधिक फायदेमंद होती है।रासायनिक उर्वरको के मुकाबले जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) सस्ते व अधिक प्रभावशाली होते है।जैविक कीटनाशक (Organic Pesticide) फसलों को फायदा पहुंचने वाले कीटो को कोई नुकसान नहीं पहुंचते है।रासायनिक उर्वरको के प्रयोग के बाद हम फल-सब्जियों को कुछ दिनों तक उपयोग में नहीं ला सकते है परन्तु जैविक कीटनाशको के उपयोग के तुरन्त बाद आप फल-सब्जियों को खाने हेतु उपयोग में ला सकते है।रासायनिक उर्वरक भूमि के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचाते है जबकि जैविक कीटनाशक भूमि और पर्यावरण को कोई नुक़सान नहीं पहुँचाते है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि सलाह