तालाब की बजाय खेत में मखाना की खेती (Makhana Farming) करे और सरकार से पाए 50 प्रतिशत सब्सिडी Rahul Saharan, September 7, 2024September 7, 2024 राम राम किसान साथियों जैसा की आप अभी जानते है की सरकार किसानो के लिए समय समय पर अनेक प्रकार की योजनाए चला रही है। उन्ही योजनाओ की श्रेणी में आज हम आपके लिए लेकर आए है- मखाना की खेती (Makhana Farming करने पर सरकार दे रही है किसानो को 50 प्रतिशत की सब्सिडी। इसमें किसान खेत में तालाब बनाने की बजाय इसकी खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकता है। और विश्व में सबसे ज्यादा मखाना का उत्पादन भारत में होता है। और भारत देश में मखाना उत्पादन में बिहार सबसे बड़ा राज्य है। बिहार पुरे देश के मखाना उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत अकेला करता है।मखाना की खेती (Makhana Farming) क्या है – किसानो के लिए इसकी खेती एक प्रकार से उनकी आर्थिक हालात को सुधारने का कार्य कर सकती है। इसकी खेती परम्परागत खेती के मुकाबले कई गुना अधिक लाभ देती है जिसके कारण किसान परम्परागत खेती को छोड़कर इसकी और अग्रसर हो रहे है। इसकी खेती भी बाक्की फसलों की तरह जमीन पर ही होती है। लेकिन यह तालब या नीची जगह जहाँ पर पानी का भराव किया जा सके उस जमीन पर होती है। परन्तु आज कल मखाना की खेती को सामान्य जमीन पर धान की खेती के समान ही किया जा सकता है। इसकी खेती करने के लिए जमीन में लगभग 7-10 इंच तक पानी का भराव करना होता है। कृषि वैज्ञानिको के द्वारा किसानो को सामान्य जमीन पर खेती करने से संबधित जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है।मखाना की खेती (Makhana Farming) की विधियाँ-इसकी खेती करने के लिए आमतौर पर 2 प्रकार की विधियाँ प्रचलन में पायी जाती है। जिनकी जानकारी निम्नलिखित प्रकार से है-1. मखाना की खेती (Makhana Farming) की पहली विधि-किसान साथियो मखाने की खेती की पहली विधि में जल प्रणाली आती है। इसके अंतर्गत जिस जगह पर पुरे वर्ष भर पानी भरा (तालाब, पोखर खेत की डिग्गी आदि) हुआ रहता है। इस विधि को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है। क्योंकि ज्यादा जल भराव वाले क्षेत्र में खेती करना थोड़ा सा मुश्किल होता है।Also Read सपनों की ऊँचाई: जानिए लवलेश कुमार की 10वीं तक की पढ़ाई से दुग्ध उत्पादन में रिकॉर्ड तक की कहानी 2. मखाना की खेती (Makhana Farming) की दूसरी विधि-किसान साथियों मखाने की खेती की दूसरी विधि में खेत प्रणाली आती है। इसके अंतर्गत किसान अपने खेत के चारों ओर की डोलो को मोटा करके उसके अंदर पानी का भराव करता है। उसके बाद इसके अंदर मखानो की रोपाई का काम किया जाता है। और जिस समय तक मखाने में फल नहीं आ जाता है तब तक इसको पानी से भरा हुआ ही रखा जाता है। सुविधा की दृष्टि से खेत प्रणाली अधिक सुगम और लाभदायक है।खेत प्रणाली में मखाना की खेती (Makhana Farming)-किसान साथियों जैसा की आपको मालूम है कि विश्व में सबसे ज्यादा मखाना का उत्पादन भारत में होता है। और भारत देश में मखाना उत्पादन में बिहार सबसे बड़ा राज्य है। बिहार पुरे देश के मखाना उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत अकेला करता है। बिहार राज्य एक समतल भूमि वाला राज्य है। इसके अंदर तालाबों में मखाना की खेती की जाती है। लेकिन कृषि वैज्ञानिको के अनुसार तलाबो में खेती करने के बजाय हम समतल भूमि जिसमे पानी भरा हुआ रहता हो उसमे मखाना की खेती करके अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते है। इसकी खेती करने के लिए जमीन में लगभग 7-10 इंच तक पानी का भराव करना होता है। समतल भूमि में इसकी खेती करने के लिए कृषि वैज्ञानिको के द्वारा किसानो को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।किसान साथियो भारत के सबसे अधिक मखाना उत्पादन करने वाले राज्य बिहार में हाल ही में कृषि विशेषज्ञ के साथ साथ जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा किसानो को मखाना की खेती के बारे में जानकारी प्रदान की तथा साथ ही उनको इसके लाभ तथा इसकी विशेषताओं के बारे में बताया है। सरकारी योजनायें