मचान विधि से बढ़ाए सब्जियों की पैदावार: जानिए बीज की बुवाई के आसान तरीके Rahul Saharan, September 11, 2024September 11, 2024 राम राम किसान साथियो जैसा की आप सभी को पता है की किसान अलग अलग ऋतू के हिसाब से सब्जियों की खेती करता है। तो इन सब्जियों में एक प्रमुख सब्जियों का वर्ग या श्रेणी है कद्दू। कद्दू की खेती में फसलों को कीटो से बचाने के लिए मचान विधि का उपयोग किया जाता है।किसान साथियो आपकी जानकारी के लिए बता दू की हमारे देश के अलग अलग स्थानों पर लगभग 70 प्रकार की सब्जियों की खेती होती है। जिनमे से अकेले कद्दू के वर्ग की या कद्दू श्रेणी की लगभग 20 प्रकार की सब्जिया सम्मिलित है। कद्दू की खेती किसानो द्वारा इसलिए की जाती है क्योकि कद्दू की फसल किसानो को अधिक आर्थिक लाभ प्रदान करती है। परन्तु इसमें मुनाफे के साथ साथ कठिनाइयाँ भी बहुत आती है क्योकि किसान कद्दू की खेती करने के बाद इसकी बेलों को जमीं पर ही बढ़ने के लिए छोड़ देते है जिससे इनके अंदर कीटो का प्रकोप पद जाता है तथा बेल रोग के द्वारा क्षतिग्रस्त हो जाती है।Also Read भारी बारिश के कारण फसलों को हो सकता है नुकसान: कपास, मक्का और सोयाबीन की देखभाल के लिए सलाह मचान विधि क्या है-किसान साथियो इस विधि के अंतर्गत खेत में सीमेंट, बांस या लोहे के 5 से 7 फ़ीट लम्बे खम्भों के द्वारा मचान तैयार की जाती है। अब सब्जियों की बेलें जैसे ही बढ़वार करना शुरू करती है तो इन बेलों को इस मचान के ऊपर चढ़ाया जाता है। और इस विधि में सब्जियों के बीच मेड़ की दुरी लगभग 2 मीटर के आस पास रखी जाती है। और मचान विधि में जिन सब्जियों में कम भार होता है उनको चढ़ाया जाता है। मचान विधि में सब्जिया जमीन से ऊपर होती है इसलिए इनको सही तरह से सूर्य का प्रकाश, हवा पर्याप्त मात्रा में तथा रोगकारक कीटों से सुरक्षा मिलती है।मचान कैसे बनती है-किसान साथियो मचान बनाने के लिए आपको सीमेंट, बांस या लोहे के 5 से 7 फ़ीट लम्बे खम्भों की आवश्यकता होगी। इन खम्भों को लगा देने के बाद आपको प्लास्टिक की रस्सी या तार की सहायता से जाल बनाना होता है। खम्भों को जमीन के अंदर लगभग 2-3 फ़ीट तक गहरा रोपा जाता है। और दो खम्भों के बीच की दूरी लगभग 6 होनी चाहिए। क्योकि इस दुरी पर खम्भे लगाने से मचान के ऊपर अधिक भर नहीं आता है और मचान टूटती नहीं है।Also Read जैविक खेती से मिली सफलता : जानिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किसान की प्रेरणा दायक यात्रा किसान साथियों मचान बनाने के लिए लोहे के खम्भों का प्रयोग करे। यदि आप बाँस और लकड़ी का इस्तेमाल करते है तो इस पर दीमक लग जाएगी और मचान नष्ट हो जाएगी। मचान को बचाने के लिए आपको बाँस आदि के निचे वाले भाग जो जमीन में गाड़ा जाता है उस पर पाइप या पॉलीथिन को चढ़ा देवे।फसल की बुवाई कैसे करें –किसान साथियो मचान विधि में सब्जियों की फसल की बुवाई करना बिलकुल ही आसान तरीका है। इसमें आपको सब्जियों की बुवाई खेत में छोटी-छोटी मेड़ या थाल बनाकर करनी होती है। तथा बीज की गहराई लगभग 4 सेंटीमीटर के आस पास होनी चाहिए। और जिस जगह पर आप बीज दाल रहे है वहाँ पर कम से कम 3 या 4 बीज को डालें। और यदि आप बारिश के समय बुवाई कर रहे है तो आपको मेड़ या थाल को सामान्य ऊंचाई से थोड़ा ऊँचा बनना होता है।मचान विधि से सब्जी बोने के फायदे-किसान साथियो मचान विधि के द्वारा सब्जियों की खेती करने के बहुत फायदे होते है जैसे की यदि आप बेल वाली सब्जियों की बुवाई करते है तो जब वे बढ़वार करने लगे तब उनको मचान के ऊपर चढ़ा देवे। जिससे जमीन पर काफी खाली जगह मिल जाएगी। उस खाली जगह पर आप थोड़ी छाया वाली फसलों (पालक, धनिया, हल्दी, मूली आदि) की बुवाई कर सकते है। मचान विधि से बोई गयी सब्जियों की तुड़ाई करनी भी आसान होती है। जिससे किसान एक साथ कई पर्कार की फसलों की पैदावार ले सकता है। जो की किसान को आर्थिक रूप से बहुत अधिक लाभदायक होती है। कृषि सलाह