इजराइली बीज से गेहूं की खेती: नवीनतम कृषि तकनीक का उपयोग करके किसान कमा रहे हैं 3 गुना मुनाफा Rajendra Suthar, March 4, 2024March 4, 2024 राजस्थान के किसानो द्वारा अब दिन प्रतिदिन खेती में नए नवाचार किए जा रहें है राजस्थान का भरपूर जिले में सरसों की खेती बड़े स्तर पर होती है। जो सरसों उत्पादक के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहाँ के किसान अन्य फसलों की भी उन्नत खेती करते है ऐसे ही भरतपुर जिले के पीपला गांव के एक किसान दिनेशचंद तेनगुरिया हैं, जो गेहूं की खेती कर खूब मुनाफा कमा रहे हैं उन्होंने ये गेहूं इजरायल से मंगवाया है।इजरायल से मंगवाया गेहूंकिसान दिनेश चंद तेनगुरिया ने बताया कि उनके एक परिचित जो इजराइल में रहते हैं, उन्होंने इजराइली गेहूं के गुणों की खूब प्रशंसा की। इससे प्रेरित होकर दिनेश जी को इजराइल से गेहूं के बीज आयात करके अपने गाँव में खेती करने का विचार आया। उन्होंने अपने इसी रिश्तेदार के माध्यम से इजराइली से गेहूं के बीज मंगवाए और उन्हें अपने खेत में बोया। दिनेश जी के अनुसार, इजराइली गेहूं की बालें सामान्य गेहूं की बालों से तीन गुना अधिक बड़ी होती हैं। उनकी इस अनूठी खेती को देखने के लिए अब कृषि विभाग के अधिकारी भी उनके खेत का दौरा कर रहे हैं। इजराइल से मंगाए गए इस गेहूं के बीज को 700 रुपये प्रति किलो की दर से 10 किलो बीज खरीदा गया, जिसे बोया गया था।क्या है इस बीज की विशेषताकिसान दिनेश चंद के अनुसार, इजराइली गेहूं की खेती काफी संवेदनशील होती है और इसे विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। इस खेती में पहली सिंचाई बीज बोने के 20 दिन बाद की जाती है। एक एकड़ जमीन के लिए मात्र 5 किलोग्राम बीज पर्याप्त होते हैं। इस गेहूं का स्वाद भी भारतीय गेहूं की तरह ही उत्कृष्ट होता है। एक एकड़ में इसकी उपज लगभग 100 मन या 40 क्विंटल तक होती है, जो कि बहुत अधिक है। इसके दाने भी काफी बड़े और भारी होते हैंकिसान ने साझा किया कि उन्होंने फसल बोने के समय प्राकृतिक खाद का प्रयोग किया था। वे रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करने से बचे, जिससे जैविक विधि से उगाई गई फसल सेहत के लिए हानिकारक नहीं बल्कि लाभदायक सिद्ध होती है।किसान दिनेश चंद तेनगुरिया बताते हैं कि इजरायली गेहूं को उसकी बालियां बेहद खास बनाती हैं. इसका बीज अन्य किस्म के गेहूं की बालियों की तुलना में काफी लम्बा होता है. जहां आम गेहूं की बालियां 4 से 5 इंच लम्बी होती हैं, वहीं इजरायली गेंहू की बाली की लंबाई 9 से 12 इंच होती है. इसके अलावा इस फसल में आम फसलों की तुलना में एक पानी अधिक लगता है। इस गेहूं की किस्म से आम गेहूं के बजाय तीन गुना मुनाफा होता है।कितनी उपज प्राप्त होती हैकिसान भाई के अनुसार एक एकड़ जमीन के लिए मात्र 5 किलोग्राम बीज पर्याप्त होते हैं। एक एकड़ में इसकी उपज लगभग 100 मन या 40 क्विंटल तक होती है, जो कि बहुत अधिक है। इस गेहूं का स्वाद भी भारतीय गेहूं की तरह ही उत्कृष्ट होता है। कृषि समाचार