राजस्थान में भू-प्रबंध के लिए पायलट प्रोजेक्ट: तहसीलों का चयन और गिरदावरी कार्य की योजना Rajendra Suthar, March 4, 2024March 4, 2024 राजस्थान के भू-प्रबंध विभाग ने भारत सरकार के निर्देश पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राजस्थान की 10 तहसीलों का चयन किया है, जिसमें केकड़ी के सरवाड़ उपखंड की टांटोटी तहसील को शामिल किया गया है।पायलट प्रोजेक्टराजस्थान के भू-प्रबंध विभाग ने भारत सरकार के निर्देशानुसार पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राजस्थान की 10 तहसीलों का चयन किया गया है, जिसमें केकड़ी के सरवाड़ उपखंड की टांटोटी तहसील को शामिल किया गया है। साथ ही बीकानेर जिले की हदा, जयपुर की कालवाड़, करौली की श्रीमहावीरजी, जोधपुर की सेतरावा, सीकर की रामगढ़ शेखावाटी, उदयपुर की कानोड़, भरतपुर की रुदावल, कोटा की रामगंज मंडी व चूरू जिले की राजदेलसर तहसील का चयन किया गया है। इन सभी तहसीलों के समस्त खसरों की गिरदावरी कार्य के लिए 5 मार्च तक की अवधि निर्धारित की गई है।ऐसे होगी गिरदावरीऐप के द्वारा की जाने वाली गिरदावरी का कार्य चार भागों में बांट दिया गया है। इसके माध्यम से पटवार मंडल के कुल खसरों की 20 प्रतिशत गिरदावरी राजस्व पटवारी की ओर से की जाएगी। 15 प्रतिशत गिरदावरी कृषि पर्यवेक्षक व शेष 65 प्रतिशत गिरदावरी की जिम्मेदारी पटवारी की ओर से ई-मित्र, पटवार सहायक अथवा कृषक मित्र तीनों में से किसी एक को दी जाएगी, जिसका पर्यवेक्षण पटवारी की ओर से किया जाएगा तथा इसके अनुमोदन के लिए एक समिति भी गठित की गई है, जिसमें उपखंड अधिकारी को अध्यक्ष व तहसीलदार तथा संबंधित कृषि अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। कार्य संपादन के पश्चात संबंधित कार्मिक को 10 रुपए प्रति खसरे की दर से भुगतान भी किया जाएगा। भुगतान की कार्यवाही भू प्रबंध विभाग के माध्यम से कृषि विभाग की ओर से की जाएगी।जिला कलेक्टर ने ली बैठकऑनलाइन गिरदावरी के पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रभावी क्रियान्वयन के लिए केकड़ी जिला कलेक्टर श्वेता चौहान ने टांटोटी पहुंचकर संबंधित अधिकारियों व कार्मिकों की बैठक ली और एप के माध्यम से तहसील के सभी खसरों की गिरदावरी कार्य को समयबद्ध तरीके से करने के लिए निर्देशित किया। कृषि समाचार