एम्प्लाॅयमेंट गारंटी योजना : किसानो को बागवानी के लिए फ्री मे मिलेगें 16 वैरायटी के पौधे Rajendra Suthar, September 7, 2024September 7, 2024 Employment Guarantee Scheme : किसान साथियों राज्य सरकार द्वारा छोटे किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की गई है, जिसे एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम कहा जाता है। इस योजना के अनुसार छोटे जोत वाले किसानों को बागवानी फसलों की 16 किस्मों के पौधे मुफ्त में प्रदान किए जाएंगे। एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम को नरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत चलाया जा रहा है।Also Read सपनों की ऊँचाई: जानिए लवलेश कुमार की 10वीं तक की पढ़ाई से दुग्ध उत्पादन में रिकॉर्ड तक की कहानी इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे किसानों की आय बढ़ाना है, ताकि वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें। इसके अलावा, किसानों को बागवानी फसलों की ओर प्रेरित किया जाएगा, जिससे वे फसल विविधता के माध्यम से अपनी उपज और आय बढ़ा दोनों सकें। यह योजना राज्य सरकार द्वारा छोटे किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। बागवानी फसलों की खेती से किसान बाढ़ और सूखे जैसी समस्याओं से भी निपट सकते हैं।योजना के अंतर्गत छोटे किसान बागवानी की खेती में आने वाली लागत को कम कर सकते हैं और अपनी आय बढ़ा सकते हैं। नरेगा योजना के माध्यम से इसे लागू करके, राज्य सरकार ने किसानों को रोजगार और आय दोनों का उत्तम स्रोत प्रदान किया है, जिससे वे अपनी आजीविका में सुधार कर सकें।16 वैरायटी के पौधेबागवानी, जिसमें फल, सब्जियाँ, कंदीय फसलें, मशरूम, कट फ्लावर समेत शोभाकारी पौधे, मसाले, रोपण फसलें और औषधीय एवं सगंधीय पौधे शामिल हैं, देश के कई राज्यों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है। कृषि जीडीपी में इसका योगदान 30.4 प्रतिशत है। पौधों की यह सूची क्षेत्र और मौसम के अनुसार बदल सकती है, लेकिन कुछ सामान्य पौधे निम्नलिखित हो सकते हैं:फलदार पेड़: आम, सेब, अमरूद, आडू, लीची, बेरसब्जियाँ: टमाटर, बैंगन, मिर्च, खीरा, गाजर, प्याजमसाले: धनिया, जीरा, हल्दी, मिर्चफूल: गुलाब, चमेली, मोगराEmployment Guarantee योजना के प्रमुख बिंदुयोजना के तहत 5 एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को बागवानी फसलों की 16 प्रकार की वैरायटी के पौधे मुफ्त में दिए जाएंगे। इसमें न केवल पौधे मुफ्त में दिए जाएंगे, बल्कि पौधे लगाने के लिए गड्ढा खुदाई का खर्च और साल में दो बार खाद का खर्च भी इस योजना के तहत कवर किया जाएगा। यह खर्च नरेगा के तहत मजदूरी के रूप में प्रदान किया जाएगा।Employment Guarantee योजना के लिए पात्रताआवेदन करने वाला किसान राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।किसान के पास 5 एकड़ से कम खेती योग्य भूमि होनी चाहिए।आवेदन करने वाले किसान की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए।Also Read तालाब की बजाय खेत में मखाना की खेती करे और सरकार से पाए 50 प्रतिशत सब्सिडी योजना में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजआवेदक किसान के पास नरेगा जॉब कार्ड होना अनिवार्य है।भूमि की पुष्टि के लिए खेत के कागजात, जैसे भूमि का स्वामित्व प्रमाणपत्र, आवश्यक होंगे।किसान के बैंक खाते की जानकारी के लिए बैंक पासबुक की कॉपी संलग्न करनी होगी।आवेदन फॉर्म के साथ किसान का पासपोर्ट साइज फोटो संलग्न करना होगा।एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम का आवेदन फॉर्म, जिसे नरेगा ऑफिस से प्राप्त किया जा सकता है।Employment Guarantee योजना के लिए आवेदन प्रक्रियानरेगा ऑफिस से संपर्क करें: किसान को अपने नजदीकी नरेगा ऑफिस जाकर वहां से एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम का फॉर्म प्राप्त करना होगा।फॉर्म भरें: फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी सही-सही भरें। सुनिश्चित करें कि सभी जानकारियां सटीक और पूर्ण हों।दस्तावेज संलग्न करें: आवेदन फॉर्म के साथ उपरोक्त दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें।फॉर्म जमा करें: भरें हुए फॉर्म और संलग्न दस्तावेजों को उसी नरेगा ऑफिस में जमा करें, जहां से आपने फॉर्म प्राप्त किया था।जांच प्रक्रिया: सरकारी अधिकारी आपके द्वारा जमा किए गए फॉर्म और दस्तावेजों की जांच करेंगे। यदि आपका आवेदन और दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो आपको इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।निष्कर्ष:किसान भाइयों एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम में आवेदन करना सरल है और यह योजना छोटे किसानों के लिए काफी लाभकारी हो सकती है। सही दस्तावेज़ों के साथ आवेदन प्रक्रिया का पालन करके किसान इस योजना का सुनहरा लाभ उठा सकते हैं। प्राप्त पौधों की उचित देखभाल करके, किसान अपनी आय में भी बढ़ोतरी कर सकते हैं और राज्य सरकार की इस पहल से पूरी तरह लाभान्वित हो सकते हैं। सरकारी योजनायें