कृषि इनपुट अनुदान योजना: बिहार (Bihar Krishi Input Anudan Yojana) Rajendra Suthar, March 21, 2024March 21, 2024 कृषि इनपुट अनुदान योजना की शुरुआत बिहार सरकार द्वारा की गई है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के ऐसे किसान जिनकी फसल बारिश और ओलावृष्टि से ख़राब हुई है ऐसे किसान भाइयों को ख़राब हुई फसल की अनुदान राशि सरकार द्वारा प्रदान की जायेगी।कृषि इनपुट अनुदान योजना के अंतर्गत 6 हजार रूपए की राशि प्रति हैक्टेयर के हिसाब से प्रदान की जाएगी। ऐसे किसान जिनकी भूमि सिचाई क्षेत्रो में आती है और सिल्ट का जमाव तीन इंच से अधिक होता है। ऐसे भूमिधर किसानो को 12 हजार 200 रुपए प्रति हैक्टेयर की दर से अनुदान राशि सरकार की तरफ से दी जाएगी।कृषि इनपुट अनुदान योजना का उद्देश्यइस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है। हमारे देश में ऐसे “कृषि इनपुट अनुदान योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है। हमारे देश में बहुत से किसान हैं, जिनकी प्रमुख आय का स्रोत कृषि होता है और उनका जीवन कृषि से जुड़ा होता है। कई बार किसान ऋण लेकर या ब्याज पर धन लेकर कृषि का काम करते हैं, लेकिन उनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान उठा सकती हैं। ऐसे में, किसानों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और वे मजबूरी में आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। सरकार ने इस योजना की शुरुआत करके ऐसे किसानों की मदद करने और उन्हें आत्महत्या से बचाने का उद्देश्य रखा है।”कृषि इनपुट सब्सिडी योजना से लाभइस योजना के माध्यम से आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या में कमी आएगी। इस योजना के तहत सरकार निर्धारित मानकों के अनुसार प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा करेगी। इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को अधिकतम 2 हेक्टेयर भूमि के लिए अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को कम से कम 1 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी। उन किसानों को जिनकी खेती की भूमि पर बालू या सिल्ट का जमाव तीन इंच से अधिक होता है, को 12 हजार 200 रुपये प्रति हेक्टेयर की अनुदान राशि दी जाएगी।कृषि इनपुट सब्सिडी योजना हेतु पात्रताइस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।किसान के पास कृषि भूमि होना आवश्यक है बटाईदार किसानो के पास जमीनवाले किसानो के साथ घोषणा पत्र सलंग्न करना आवश्यक है।जिस भूमि पर कृषि कार्य किया अजा रहा है कृषक के पास उस भूमि से सम्बंधित दस्तावेज़ होना आवश्यक है।आवेदक का बैंक अकाउंट सरकारी बैंक में होना चाहिए।आवेदक का बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।कृषि इनपुट योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजआधार कार्डपैन कार्डनिवास प्रमाण पत्रजमीन के कागजातपहचान पत्रमोबाइल नंबर।बैंक खता विवरणपासपोर्ट साइज फोटोऑनलाइन आवेदन प्रक्रियाआवेदन करने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट के होम पेज पर ऑनलाइन आवेदन के विकल्प पर क्लिक करे।आवेदन पर क्लिक करने के बाद कृषि इनपुट अनुदान योजना के विकल्प पर क्लिक करे।कृषि इनपुट अनुदान योजना पर क्लिक करने के बाद आवेदन फॉर्म ओपन हो जायेगा जिसमे माँगी गई आवश्यक जानकारी को भरे और दस्तावेज अपलोड कर सबमिट के बटन पर क्लिक करे।किसान भाइयों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नइनपुट सब्सिडी क्या है?इस योजना का नाम कृषि इनपुट अनुदान योजना है। इस योजना के अंतर्गत नुकसान झेलने वाले किसानों को सिचिंत क्षेत्र के लिए13,500 रुपये, असिंचित फसल क्षेत्र के लिए 6,800 और जहां 4 इंच तक रेत जमा होती है ऐसे कृषि योग्य फसल क्षेत्र के लिए 12,200 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जाता है।सब्सिडी कैसे दी जाती है?सब्सिडी का लाभ फॉर्म के वेरफिकेशन के बाद सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में दिया जाता है। कृषि इनपुट अनुदान का पैसा कब तक मिलता हैं ? आवेदन करने के 3-4 सप्ताह बाद कृषि इनपुट अनुदान का पैसा मिल जाता है। सरकारी योजनायें