ठंड का आखिरी पड़ाव: भारत में मौसम के नए चेहरे, दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में बदला मौसम Rajendra Suthar, March 7, 2024March 7, 2024 मौसम का चक्रवात और उसकी अनियमितता हमें हमेशा चौंकाने वाली स्थितियों में डाल सकती है। भारतीय मौसम के बदलते पैटर्न को समझना महत्वपूर्ण है, ताकि हम अपनी तैयारियों को अनुकूलित कर सकें।मौसम की समीक्षा: दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम का संचार दर्ज किया गया है, जो इस समय विद्यमान है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ, सर्द हवाओं का अनुभव इस क्षेत्र में विशेष रूप से देखा जा रहा है। इससे पहले, दिल्ली के उत्तरी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान को नौ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम है। आगामी सप्ताह में तापमान में वृद्धि के अनुमान से भी अन्दाजा लगाया जा रहा है।वहीं, कल दिल्ली के सफदरजंग में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पांच साल में सबसे कम है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के मुताबिक, आज दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस रह सकता है।पश्चिमी विक्षोभ का प्रभावपश्चिमी विक्षोभ की प्रभावशीलता के कारण, उत्तरी भारत में अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। यह प्रभाव जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में देखा जा सकता है। उत्तर भारत के इन क्षेत्रों में बारिश की मात्रा का अनुमान किया जा रहा है। उत्तर भारत के इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।पूर्वानुमान: अगले कुछ दिनों में भारत के विभिन्न हिस्सों में तापमान में कुछ वृद्धि की संभावना है। इसके बाद बदलाव की संभावना कम है। पश्चिम भारत में भी तापमान में वृद्धि की संभावना है।मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 10 मार्च की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं। इसके चलते 10 से 13 मार्च के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होने की आशंका जताई जा रही है।उत्तर भारत को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो, एक चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर दक्षिण ओडिशा में लगातार जारी है। इसके कारण सात से नौ मार्च के दौरान ओडिशा में और सात और आठ मार्च को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा होने की संभावना है। इन सभी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, एक और चक्रवात का प्रभाव निचले स्तरों पर पूर्वी असम पर बना हुआ है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ तेजी से पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है जिसके कारण अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है, मौसम संबंधी इस गतिविधि के अगले छह दिनों तक जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।तापमान में उतार चढ़ावमौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस और मध्य भारत में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान रायलसीमा और केरल में गर्म और नमी से भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश भर में रायलसीमा के अनंतपुर में अधिक तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम समाचार