किसानों के लिए खुशखबरी ! धान और गेहूं पर मिलेगा अतिरिक्त लाभ Om Prakash, March 31, 2025March 31, 2025 मध्यप्रदेश के किसानों को मोहन सरकार ने अब धान और गेहूं पर बड़ी सौगात दी है जो प्रदेश की सरकार द्वारा किसानों के हित में अच्छा फैसला लिया गया है। जो अब धान के लिए किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा। यह राशि 4000 रूपये प्रतिहेक्टर के रूप में इसी माह किसानों के बैंक खातो में जमा कर दी जायेगी। 2600 रूपये प्रति क्विंटल में गेहूं का उपार्जन होगा वहीं 2425 रूपये MSP और 175 रूपये बोनस शामिल है और ये राशि इसी माह मिल जाएगी। अब मध्यप्रदेश में किसान कल्याण के लिए सरकार प्रतिबद्ध नजर आ रही है।सरकार के आंकड़ो के अनुसार, पिछले वर्ष 2004 में 6.69 लाख किसानों ने कुल 12.2 लाख हेक्टेयर भूमि में उत्पादित धान को उपार्जित किया था। इस योजना के तहत किसानों को सहायता के रूप में 488 करोड़ रूपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। सरकार का मानना है कि यह योजना किसानों की आय बढाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया है।इस वर्ष प्रदेश में 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है जो मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही 175 रूपये प्रति क्विंटल बोनस राशि से किसानों को लगभग 1400 करोड़ रूपये का अधिक लाभ मिलने की संभावना है।मध्य प्रदेश सरकार प्रति हेक्टर 4000 रूपये किसानों के खाते में जमा करेगी। सरकार ने धान के लिए मुख्यमंत्री कृषक प्रोन्नति योजना के तहत 4000 रूपये प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त बोनस के रूप में दिया जाएगा। जिन जिन किसान साथियो ने उत्पादित धान का उपार्जन करवाया है और निर्धारित कार्यवाही पूरी की है, उनके खातो में रूपये आने वाले है। राज्य की सरकार निर्धारित संकल्प पत्र के आधार पर जनता को आवश्यक सुविधा दे रही है तो किसान भाइयो को भी उसी प्रकार के आधार पर सौगात दी जा रही है।मध्य प्रदेश देश का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य है। गेहूं उत्पादन में देश के पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश है जहां पुरे देश का करीब 32 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन होता हैं। दुसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है जो कि देश के कुल 19 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन करता है। मध्यप्रदेश में गेहूं का प्रतिवर्ष उत्पादन करीब 350 लाख मीट्रिक टन होता है। यहाँ वर्ष 2021-23 में गेहूं का उत्पादन 349.23 लाख मीट्रिक टन हुआ था। इसी प्रकार साल 2023-24 में गेहूं का उत्पादन 328.96 लाख टन हुआ था जो पिछले पांच सालो में सबसे कम उत्पादन था। वर्ष 2019-20 में मध्यप्रदेश में गेहूं का उत्पादन 371.98 लाख टन था जबकि साल 2020-21 में यहाँ 356.69 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। यहाँ के शरबती गेहूं की मांग बाजार में काफी अच्छी है जिसका उत्पादन सीहोर, हरदा, मालवा, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, अशोक नगर और भोपाल सहित कई जगह पर अच्छी मात्र में होता है।अब तक कितने किसानों ने MSP पर गेहूं बेचने का पंजीयन करवाया है ?मध्यप्रदेश में अभी तक 2 लाख 91 हजार से अधिक किसानों ने एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है। सरकार की ओर से 2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने की घोषणा से किसानों में काफी ख़ुशी का माहौल है। इसी प्रकार प्रदेश के किसान अपना गेहूं एमएसपी पर बेचने में अधिक उत्साहित है, हालांकि प्रदेश की मंडियों में गेहूं का भाव 2600 रूपये प्रति क्विंटल से ऊपर चल रहा है।ई-मंडी भाव हमेशा आप को अपडेट रखता है, इसके लिए मंडियों के रोजाना के भाव और कृषि उपयोग के बारे में खबरे प्रकाशित की जाती है। इसलिए अगली बेहतर खबर और मंडियों के भाव जानने के लिए जुड़े रहे । सरकारी योजनायें