राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है की ग्वार एक खरीफ की फसल है। नए साल की शुरुआत से ग्वार की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण वैश्विक मांग में वृद्धि और उत्पादन में गिरावट हो सकता है। ग्वार गम का उपयोग खाद्य उद्योग और शेल गैस के खनन उद्योग में होता है, जिसके चलते इसकी मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। वही भारत और पाकिस्तान में ग्वार का उत्पादन सीमित इलाकों में होता है। जिसके चलते इसकी मांग में भी वृद्धि होती है। ग्वार के पिछले स्टॉक का लगभग 65 प्रतिशत की खपत की जा चुकी है। जिसके कारण इस वर्ष ग्वार का भाव (Guar Rates) 6000 पार जा सकता है।
वर्तमान में ग्वार का भाव (Guar Rates)-
किसान साथियों वर्तमान में ग्वार के भाव की बात करें तो नए साल की शुरुआत से ग्वार के भाव में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। हाल ही में ग्वार के भाव 4800-5450 रूपये प्रति क्विंटल चल रहे है। इसके साथ ही ग्वार के वायदा बाजार भाव (NCDX Guar Price Today) की बात करें हाल ही में ग्वार के वायदा बाजार भाव लगभग 5350 रूपये/ क्विंटल चल रहे है। इसके साथ ही इस वर्ष ग्वार के निर्यात की मात्रा में भी वृद्धि होने की संभावना नजर आने लगी है।
ग्वार का भाव (Guar Rates) पर विशेषज्ञों की राय-
किसान साथियों पिछले वर्ष यानी की दिसम्बर 2024 में ग्वार गम का निर्यात लगभग 32-33 हजार टन के आस-पास दर्शाया जा रहा है। और ग्वार गम का इतना अधिक मात्रा में निर्यात बहुत लम्बे समय के बाद इस ऊंचाई पर पहुंचा है। और ग्वार गम के निर्यात में बढ़ोतरी होने के कारण ग्वार के बीज में भी भाव बढ़ने की प्रबल संभावना नजर आ रही हैं।
किसान भाइयों विशेषज्ञों के अनुसार इस वर्ष ग्वार के उत्पादन में कमी होने के आसार नजर आ रहे है। उनके अनुसार ग्वार का उत्पादन इस वर्ष लगभग 52-55 लाख बोरियों तक ही सिमट के रह सकता है। क्योकि गत वर्ष में ग्वार का उत्पादन बहुत अधिक निचले स्तर पर रहा था यानी की गत वर्ष में ग्वार के उत्पादन में बहुत अधिक कमी देखि गयी थी। जिसके चलते स्टॉक किये गए ग्वार के द्धारा ग्वार के बीज की डिमांड को पूर्ण किया गया था। हमारे राष्ट्र में प्रत्येक वर्ष लगभग 1.25 हजार टन ग्वार की घरेलू और बाहरी औसत खपत होती है। और इस डिमांड के अनुसार ग्वार का उत्पादन कुछ गत वर्षो से लगातार कम होता जा रहा है। जिसके चलते गत वर्षो से ग्वार की आवक में लगातर कमी देखने को मिल रही है।
ग्वार के उत्पादन में गिरावट का कारण-
किसान भाइयों विशेषज्ञों के अनुसार पिछले साल के स्टॉक किये गए ग्वार की लगभग 65 प्रतिशत मात्रा की खपत हो चुकी है। और शेष बचा हुआ लगभग 35 प्रतिशत ग्वार का स्टॉक कुछ सिमित गोदामों में ही है। राजस्थान राज्य के जैसे कुछ और भी ग्वार के प्रमुख उत्पादक राज्य के किसान आज भी ग्वार को एक बहुत ही सुरक्षित निवेश मानते हुए इसका स्टॉक करके रखते है।
विशेषज्ञों के अनुसार इस वर्ष ग्वार के उत्पादन में कमी होने के आसार नजर आ रहे है। उनके अनुसार ग्वार का उत्पादन इस वर्ष लगभग 52-55 लाख बोरियों तक ही सिमट के रह सकता है। और इस बोरियों में से लगभग 11-15 लाख बोरिया तो गोदामों में ही रह जाएगी। ग्वार के उत्पादन में कमी होने के कारण मंडियों में ग्वार की आवक में भी बहुत अधिक मात्रा में कमी देखने को मिल रही है। जिसके चलते बाजार में ग्वार की डिमांड में बहुत भारी इजाफा हुआ है। लेकिन वायदा मार्केट में कुछ हलचल के कारण ग्वार के भावों में गिरावट और उछाल देखने को मिल रहे है। किसान साथियों ग्वार की डिमांड में भारी इजाफे को देखते हुए ग्वार के भाव बढ़ने के आसरे नजर आ रहे है।
ग्वार का भाव (Gwar Rates) बढ़ने की संभावना-
किसान साथियों हाल ही में ग्वार के घटते हुए उत्पादन को देखते हुए और ग्वार की बढ़ती हुयी डिमांड के कारण ग्वार के भाव बढ़ने के आसार नजर आ रहे है। इसके साथ ही चीन तथा अमेरिका जैसे देशो में ग्वार की डिमांड बढ़ती जा रही है। ग्वार के उत्पादन में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है जिसके कारण भारत देश के ग्वार उद्योग को बहुत अधिक लाभ होने की संभावना नजर आ रही है।
किसान भाइयों विशेषज्ञों के अनुसार इस वर्ष 2025 के अप्रेल तथा मई के महीने ग्वार के भाव लगभग दो गुना तक पहुंच सकते है। जिससे इस वर्ष में ग्वार के भाव 6000 रूपये से पार जाने के आसार नजर आ रहे है। ग्वार के उत्पादन को बढ़ाने में सर्कार की नीतिया और यूनिट्स को मिल रही सब्सिडी कारगर साबित हो सकती है। इसके साथ ही ग्वार की इस वर्ष लगभग 52-55 लाख बोरिया आने से और ग्वार की डिमांड में वृद्धि होने से इस वर्ष ग्वार के भाव 6000 रूपये प्रति क्विंटल से भी पार जा सकते है। हाल ही भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुवैत दौरे से वापस आने के बाद ग्वार के निर्यात में सुधार होने की सम्भवना इसके भावो को सहायता कर रही है।
मंडियों में ग्वार का भाव (Gwar Rates)–
देश की कुछ मंडियों में हाल ही में चल रहे ग्वार के भाव निम्नलिखित प्रकार से है –
मंडियों के नाम | ग्वार के भाव (प्रति क्विंटल) |
श्रीगंगानगर | 4200-5160 रूपये |
नोहर | 5000-5234 रूपये |
सिवानी | 5230-5240 रूपये |
पीलीबंगा | 5166-5183 रूपये |
जैतसर | 4851-5142 रूपये |
सूरतगढ़ | 4900-5162 रूपये |
नोखा | 4800-5200 रूपये |
अनूपगढ़ | 5000 रूपये |
घड़साना | 5100-5191 रूपये |
सिरसा | 4400-5132 रूपये |
बीकानेर | 5000-5241 रूपये |
खाजूवाला | 5100-5180 रूपये |
चाकसू | 4925 रूपये |
आदमपुर | 5225 रूपये |
रावतसर | 5100-5191 रूपये |
मेड़ता | 4600-5100 रूपये |
नागौर | 4500-5000 रूपये |
जोधपुर | 5000-5400 रूपये |
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