पूर्वी राजस्थान में एक सप्ताह तक रहेगा मानसून का प्रभाव : जानिए कौन-कौन से जिलों में जारी किया गया अलर्ट Rajendra Suthar, August 22, 2024August 22, 2024 मानसून भारत में एक महत्वपूर्ण मौसम होता है, जो बारिश के माध्यम से फसलों की सिंचाई और जल स्रोतों को पुनः भरने का काम करता है। पूर्वी राजस्थान में मानसून का प्रभाव आमतौर पर जुलाई से सितंबर तक रहता है। इस बार भी मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में एक सप्ताह तक बारिश की संभावना जताई है।उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में अगले एक सप्ताह तक मानसून का प्रभाव रहने की संभावना है। इस अवधि के दौरान भरतपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ मध्यम से लेकर कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।कोटा, उदयपुर और जयपुर संभाग के जिलों में अगले 5 से 6 दिनों के भीतर कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। मौसम केंद्र के अनुसार, 25-26 अगस्त के दौरान कोटा, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर संभाग के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं, और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश भी हो सकती है।Also Read राजस्थान में अगले दस दिनों का मौसम मौसम की स्थितिकोटा (Kota) : किसान भाइयों रक्षाबंधन के दिन से भादो माह शुरू हो चुका है। हाड़ौती अंचल में भादो के तीसरे दिन, बुधवार को, तेज गर्जना के साथ जोरदार बारिश हुई। इस बारिश से गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत मिली। कोटा शहर में पांच दिन बाद झमाझम बारिश देखने को मिली। बारिश का सिलसिला दोपहर 2:30 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक जारी रहा। इस दौरान बारिश कभी तेज तो कभी हल्की रिमझिम के रूप में होती रही। बारिश के साथ-साथ तेज गर्जना और बिजली की गड़गड़ाहट भी सुनाई देती रही।बारिश के कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। हालांकि, बारिश के बाद लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। कोटा शहर में 17.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। तापमान में भी गिरावट आई, जिसमें अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा।बारां (Baran) : जिले में पिछले दो-तीन दिन से बारिश का सिलसिला थम गया था। लेकिन बुधवार को अचानक मौसम बदला और दोपहर के बाद आरागान में काले बादल छा गए। इसके बाद एक घंटे तक जोरदार बारिश हुई। तेज बारिश से शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं। जिले के जलवाड़ा, बड़गांव, अंता, सीसवाली और पलायथा में भी बारिश हुई।बूंदी (Bundi) : बूंदी शहर में साढ़े तीन बजे हल्की बारिश शुरू हुई, जो देर तक रिमझिम बरसती रही। रामगंजबालाजी, नमाना और नैनवां में भी बारिश हुई, जिससे गर्मी और उमस से राहत मिली। खटकड़ में तेज बारिश होने के कारण नदी-नालों में पानी की आवक बढ़ गई। झालावाड़ जिले के मनोहरथाना कस्बे में भी बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश हुई।Also Read मुनाफा बढ़ाने के लिए सही महीने में कौन-सी फसल लगाएं: जानिए विस्तृत मार्गदर्शिका जोधपुर (Jodhpur) : बांग्लादेश पर बने कम दबाव के सिस्टम के कारण बुधवार को जोधपुर और आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश हुई। जोधपुर शहर के पाल रोड, सरदारपुरा, चोपासनी हाउसिंग बोर्ड, शास्त्रीनगर, सूरसागर, कुड़ी, और बासनी इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के साथ बादलों की गर्जना भी सुनाई दी। रातानाडा और एयरफोर्स क्षेत्र में मध्यम बारिश देखी गई। एयरफोर्स स्थित मौसम विभाग ने शाम तक 22.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। दूसरी ओर, पावटा के आगे सूखा बना रहा। महामंदिर, भदवासिया, माता का थान और मंडोर क्षेत्रों में केवल बूंदाबांदी ही हो पाई।उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर और रोहतक से होकर गुजर रही है, जिससे पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में अगले एक सप्ताह तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में अगले दो-तीन दिन के दौरान मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 24 से 26 अगस्त के बीच जोधपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में मध्यम से लेकर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।इन जिलों में जारी किया गया अलर्टमौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने हनुमानगढ़ और झुंझुनू जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। साथ ही, मौसम विभाग ने सलाह दी है कि बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे शरण न लें, क्योंकि यह सुरक्षित नहीं है।पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग में अगले 2-3 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। विशेष रूप से जोधपुर में 24 से 25 अगस्त के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बीकानेर संभाग में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।25 अगस्त के बाद बारिश में कुछ राहत मिलने की संभावना थी, लेकिन अब मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। उत्तरी बांग्लादेश और उसके आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है। मानसून ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर और रोहतक से होकर गुजर रही है।22-23 अगस्त को भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और राजसमंद में भारी बारिश की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन दिनों तक बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, और पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम समाचार