टमाटर के भाव ने पकड़ी रफ्तार : क्या और बढ़ेंगे भाव? Rajendra Suthar, July 8, 2024July 8, 2024 बीते दिनों खाद्य बाजार में टमाटर, प्याज और लहसून के भाव में एक तेजी देखने को मिल रही है। यह वृद्धि बाजारी समय की महंगाई के साथ-साथ उपज की कमी और आपूर्ति में विचलन के कारण हो रही है। टमाटर, जो एक ऐसा सब्जी है जिसे हम रोजाना अपने भोजन में उपयोग करते हैं, उसके भाव में इस प्रकार की वृद्धि गाहकों के लिए चिंता का विषय बन गई है।इस पोस्ट में हम इस तेजी के पीछे के कारणों को समझेंगे और यह जानने का प्रयास करेंगे कि भविष्य में टमाटर के भावों में क्या बदलाव आ सकते हैं। इसके अलावा, हम यह भी देखेंगे कि इस वृद्धि का समग्र खाद्य बाजार और आम जनता पर क्या प्रभाव हो सकता है।टमाटर के भाव में इस तरह की तेजी आम तौर पर बाजारी मंदियों में निर्धारित नहीं होती है, और यह वृद्धि आपूर्ति, मांग, और बाजारी तथ्यक्षेत्रों के संयोग से निर्भर करती है।टमाटर के भाव (Tomato Price)किसान भाइयों टमाटर के भाव की बात करें तो बीते 10 दिनों में टमाटर के भावों में 35 रूपये से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिली है। अंडमान में टमाटर के भाव 130 रूपये किलो चल रहे है वही खेरची बाजार में टमाटर के भाव 80 रूपये किलों तक पहुंच गए। आने वाले दिनों में टमाटर के भाव शतक को पार कर लेगें। थोक कारोबारियों के अनुसार टमाटर 1100-1200 रूपये प्रति क्रेट के दाम पर बिक रहे है।मौसम में बदलाव और स्थानीय खेतों में टमाटर की फसल लगभग समाप्त हो गई है जिसके कारण उपज में कमी आई है। मध्यप्रदेश की राजधानी इंदौर सहीत कई शहरो में टमाटर के भावो में बढ़ोतरी हुई है। राजधानी दिल्ली में भी टमाटर के भाव 60-80 रूपये किलो चल रहा है।टमाटर के भाव में वृद्धि के कारणइंदौर की थोक मंडियों में राजस्थान से टमाटर की आवक होती है, थोक व्यापारियों के अनुसार राजस्थान से आने वाले टमाटर का छिलका पतला होता है। जिसके कारण वह जल्दी खराब हो जाता है। इस वजह से अच्छी क्वालिटी के टमाटरों की कमी हो जाती है और भवो में वृद्धि होती है। बढ़ रहे टमाटर के भावों के अन्य कारण इस प्रकार हो सकते है –उत्पादन में कमी: टमाटर के उत्पादन में आई कमी भावों में तेजी का कारण बन सकती है?मौसमी अनियमितता: मौसम में अनियमितता ने टमाटर की उत्पादन पर असर डाला है और इससे उनके भावों में वृद्धि हुई है।विपणन और आपूर्ति: टमाटर के आपूर्ति और विपणन में कोई बदलाव हुआ है जो उनके भावों को प्रभावित कर रहा है।बाजारी स्थितियाँ: अन्य बाजारी कारकों जैसे कि खाद्य बदले, विशेषज्ञता के विकास, या अर्थव्यवस्था में कोई परिवर्तन टमाटर के भावों में तेजी लाने का कारण हो सकते हैं।क्या वाले दिनों में और बढ़ेंगे भावबढ़ रहे टमाटर के भावों को देखते हुए मंडी विशेषज्ञों और थोक व्यापारियों के अनुसार आने वाले डेढ़ महीनो तक ये समस्या रह सकती है। फिर भी एक सप्ताह के बाद मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ सकती है जिससे दामों में कुछ कमी देखने को मिल सकती है। जुलाई के अंत तक बाहर से टमाटर की आवक कम हो जायेगी जिससे फिर से एक बार कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है।वर्तमान में हिमचाल से आने वाले टमाटरों की दिल्ली में आवक प्रभावित हुई है जिसका कारण हिमाचल में हुई तेज बारिश को बताया जा रहा है क्योकी तेज बारिश के कारण हिमाचल में टमाटर के खेती खराब हुई है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जुलाई में दिल्ली में भारी बारिश की सम्भावना जताई जा रही है जिससे टमाटर के भाव में कमी आयेगी ये कह पाना कठिन है। लेकिन यदि आवक में सुधार होता है तो भावो गिरावट देखने को मिल सकती है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले। आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार