महिलाओं को पीएम मोदी का तोहफा: सुभद्रा योजना से मिलेगे सालाना 10 हजार रुपये Rajendra Suthar, September 18, 2024September 18, 2024 किसान साथियों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज ओडिशा की महिलाओं के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसे ‘सुभद्रा योजना’ के नाम से जाना जाएगा। इस योजना के तहत राज्य की 21 से 60 साल की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति को सशक्त बनाने में मदद मिल सके। इस योजना की शुरुआत भुवनेश्वर में हुई, जहां प्रधानमंत्री द्वारा महिलाओं के खातों में 5-5 हजार रुपये की पहली किस्त भी जारी की।Also Read अक्टूबर के पहले सप्ताह में करें सरसों की बिजाई: जानें खेती के टिप्स और सलाह सुभद्रा योजना (Subhadra Yojana)का उद्देश्यसुभद्रा योजना का प्रमुख उद्देश्य ओडिशा की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत अब हर लाभार्थी महिला के बैंक खाते में साल में दो बार, यानी हर छह महीने में 5-5 हजार रुपये की किस्त भेजी जाएगी। इस प्रकार सालाना कुल 10 हजार रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाएगी।इस योजना की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के खातों में 5-5 हजार रुपये की पहली किस्त का वितरण किया। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो ओडिशा की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।सुभद्रा योजना के लिए पात्रतासुभद्रा योजना के लाभार्थी बनने के लिए कुछ निश्चित पात्रता मानदंड हैं-लाभार्थी महिला ओडिशा की मूल निवासी होनी चाहिए।लाभार्थी की आयु 21 साल से 60 साल के बीच होनी चाहिए।महिला के परिवार की कुल वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।महिला का नाम राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (SFSS) या राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन कार्ड में जुड़ा होना चाहिए।सुभद्रा योजना के प्रमुख बिंदुयदि महिला या उसके परिवार के सदस्य इनकम टैक्स भरते हैं, तो वह योजना के लिए अयोग्य होंगे।यदि महिला को सरकारी योजना के तहत 1500 रुपये महीना या 18 हजार रुपये सालाना से ज्यादा पेंशन मिलती है, तो वह योजना का लाभ नहीं ले सकती।अगर महिला किसी स्कॉलरशिप का लाभ ले रही है, तो भी वह इस योजना के लिए अपात्र होगी।यदि महिला पूर्व या वर्तमान विधायक, सांसद, या किसी भी शहरी स्थानीय निकाय या पंचायती राज संस्था के चुने हुए जन प्रतिनिधि की सदस्य है, तो वह योजना का लाभ नहीं ले सकती।यदि महिला के परिवार का कोई सदस्य वर्तमान या पूर्व सांसद, विधायक, पार्षद, या वार्ड सदस्य है, तो वह भी योजना के लिए अयोग्य होगा।सुभद्रा योजना को 5 वर्षों के लिए लागू किया गया है, और इसके लिए 55,825 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। इस योजना से लाखों महिलाओं को प्रत्यक्ष लाभ होगा, जो उनकी वित्तीय स्थिति को सशक्त बनाने में मदद करेगा।इस योजना का प्रभाव न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा, बल्कि यह सामाजिक समानता और समावेशिता को भी बढ़ावा देगा। सरकार की यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।ओडिशा की इस नई योजना का एक व्यापक प्रभाव हो सकता है यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाए और इसका लाभ वास्तविक पात्र लोगों तक पहुंचे। यह योजना वित्तीय सहायता के साथ-साथ एक सामाजिक सुरक्षा का भी वादा करती है, जिससे महिलाओं को अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।Also Read आयुष्मान योजना (Aayushman yojana) में बदलाव: जानें नई योजनाओं से कैसे होगा फायदा सुभद्रा योजना की आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन आवेदन: इच्छुक महिलाएं सुभद्रा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।ऑफलाइन आवेदन: ऑफलाइन आवेदन के लिए महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्र, ब्लॉक कार्यालय, शहरी स्थानीय निकाय कार्यालय, या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से फ्री प्रिंटेड फॉर्म प्राप्त कर सकती हैं। इसके बाद, आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म भरकर जमा करना होगा। राज्य सरकार अपने आवेदन की जांच करेगी। सही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और गलत आवेदन रद्द कर दिए जाएंगे। सरकारी योजनायें