आज सोयाबीन के भाव (Soybean Rates) में हुई भारी उथल-पुथल: जानें क्या रहें सोयाबीन के मंडी भाव Rahul Saharan, February 1, 2025February 1, 2025 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि सोयाबीन भारत की एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है। सोयाबीन का वानस्पतिक नाम- ग्लाईसीन मैक्स होता है। सोयाबीन में बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। देश में सोयाबीन के मुख्य उत्पादन राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, और राजस्थान हैं। बिहार, गुजरात, आंध्रप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी सोयाबीन की फसल का आमतौर पर उत्पादन किया जाता है। हाल ही में सोयाबीन के भाव (Soybean Rates) में भारी उथल-पुथल हुई है। सोयाबीन के भाव में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहे है।सोयाबीन के भाव (Soybean Rates) क्या चल रहे है-पिछले वर्ष सोयाबीन का उत्पादन मौसम की अनुकूलता के कारण कम हो पाया। इस वर्ष विदेशो में सोयाबीन के तेल की मांग बढ़ रही है जिससे किसानों को अच्छा भाव मिल रहा हैं। भारत सरकार द्वारा सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य लगभग 3950 रूपए/ क्विंटल निर्धारित किया गया है। व्यापारियों और मंडी जानकारों के अनुसार इस वर्ष सोयाबीन का भाव 4000/ क्विंटल से 6000/क्विंटल किस्मों के अनुसार रह सकता है। सोयाबीन के भाव में हर दिन उत्तार चढ़ाव देखने को मिल रहा हैं।सोयाबीन के भाव (Soybean Rates) हेतु नई किस्मे-A. एनआरसी-149 (NRC-149)-किसान साथियो इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च नई दिल्ली के द्वारा लॉन्च की गयी 7 किस्मो में सोयाबीन की एनआरसी-149 (NRC-149) किस्म को इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च इंदौर (मध्यप्रदेश) के द्वारा रिकमंड किया गया है। यह किस्म खरीफ ऋतू के लिए सबसे अनुकूल तथा बरसात पर आधारित किस्म है। यह किस्म भारत के राज्य दिल्ली, बिहार (पूर्वी भाग), उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश (पूर्वी भाग) आदि क्षेत्रों के लिए बहुत ही अधिक अनुकूलित होने वाली है। इस किस्म की बहुत सारी ख़ास बाते है जैसे –इस किस्म का पौधा टूटता नहीं है।इस क़िस्म के पौधे की बढ़वार भी नहीं रूकती है।यह किस्म लगभग 128 दिनों में पकाव ले लेती है।इस किस्म से किसान लगभग 25 कविण्टल प्रति हैक्टेयर की उत्पादकता ले सकता है।इस किस्म का पौधा बहुत से रोगों जैसे- पोड ब्लाइट, सफ़ेद मच्छर/मक्खी, स्टेम फ्लाई, राइजोक्टोनिआ एरियल ब्लाइट, डिफोलिएटर्स के प्रति बहुत अधिक प्रतिरोधी है।B. एआरसी-197 (ARC-197)-किसान साथियो इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च नई दिल्ली के द्वारा लॉन्च की गयी 7 किस्मो में सोयाबीन की एआरसी-197 (ARC-197) किस्म को इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च इंदौर (मध्यप्रदेश) के द्वारा रिकमंड किया गया है। यह किस्म खरीफ ऋतू के लिए सबसे अनुकूल तथा बरसात पर आधारित किस्म है। यह किस्म भारत के राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रों के लिए बहुत ही अधिक अनुकूलित होने वाली है। इस किस्म की बहुत सारी ख़ास बाते है जैसे –इस किस्म का पौधा टूटता नहीं है।इस क़िस्म के पौधे की बढ़वार भी नहीं रूकती है।यह किस्म लगभग 110 दिनों में पकाव ले लेती है।इस किस्म से किसान लगभग 17 कविण्टल प्रति हैक्टेयर की उत्पादकता ले सकता है।इस किस्म का पौधा बहुत से रोग जैसे- सेमीलूपर के प्रति बहुत अधिक प्रतिरोधी है।इस किस्म का पौधा स्पोडोप्टेरा लीटर रोग के प्रति अधिक प्रतिरोधी है।इस किस्म का पौधा कीट तथा मक्खी के प्रति प्रतिरोधी है।देश की कुछ प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के भाव (Soybean Rates) और आवक-Mandi (मंडी)का नामन्यूनतम भावउच्चतम भावआवकवेरावल मंडी₹3750₹4070300 बोरीखामगांव मंडी₹3200₹41006000 बोरीबार्शी मंडी₹3500₹39251500 बोरीजालना मंडी₹3950₹40001800 बोरीगंजबसौदा मंडी₹4100₹42001500 बोरीमंदसौर मंडी₹3800₹42004000 बोरीअशोकनगर मंडी₹3900₹41002000 बोरीबीना मंडी₹3900₹41752000 बोरीखुरई मंडी₹3700₹4000700 बोरीसागर मंडी₹3600₹41502000 बोरीगदरवाड़ा मंडी₹3500₹4100350 बोरीविदिशा मंडी₹3500₹42501200 बोरीDisclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले। आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार