किसानों को मिलेगी 5 अगस्त तक समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द बेचने की सुविधा Rajendra Suthar, August 2, 2024August 2, 2024 मध्यप्रदेश : भारत में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है, कृषि न केवल हमारी खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, बल्कि आर्थिक स्थिरता के लिए भी उपयोगी है। किसानों की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने विभिन्न योजनाएँ और सुविधाएँ प्रदान की हैं ताकि वे अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर बेच सकें। हाल ही में, सरकार ने किसानों के लिए एक नई सुविधा की घोषणा की है, जिससे मूंग और उड़द की फसल बेचने में उनकी समस्याओं को हल किया जा सके।किसान साथियों देश में मुंग और उड़द की बुवाई लगातार बढ़ती जा सके और किसानो को फसल का उचित मूल्य मिल सके इसके लिए सरकार ने ग्रीष्मकालीन मुंग और उड़द की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP को प्रारंभ कर दिया है। मध्यप्रदेश की सरकार ने किसानो को 5 अगस्त तक मुंग की उपज को खरीद केन्द्रो पर MSP पर बेचने के लिए स्लॉट बुक करने की सुविधा प्रदान की है।Also Read किसान भाई अगस्त में इन सब्जियों की खेती करें और बढ़ाएं अपनी कमाई इस फैसले के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को उनकी फसल के उचित मूल्य की गारंटी दी जा सके और वे न केवल लागत वसूल कर सकें, बल्कि लाभ भी प्राप्त कर सकें। समर्थन मूल्य पर बिक्री की यह सुविधा किसानों को फसल बेचने के लिए एक सुरक्षित और सुनिश्चित मंच प्रदान करती है।किसान कल्याण और कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने बताया की डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश पर ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन के समय सीमा को 5 अगस्त 2024 तक बढ़ा दिया गया है। किसान साथी समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग बेचने के लिए स्लॉट बुक करवा सकते है। स्लॉट बुक करने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है।इस बार केंद्र सरकार द्वारा मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8558 रूपये/ क्विंटल और उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6950 रूपये/ क्विंटल तय किया गया है।समर्थन मूल्य क्या है?समर्थन मूल्य (MSP) एक ऐसा न्यूनतम मूल्य होता है जिसे सरकार किसान की फसल के लिए सुनिश्चित करती है। इसका उद्देश्य यह होता है कि किसानों को उनकी फसलों के लिए एक निश्चित लाभ मिले और वे कम दामों पर अपनी फसल न बेचें। यह व्यवस्था किसानों को फसल की कीमतों में होने वाले गिरावट से बचाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायता प्रदान करती है।Also Read गौमूत्र से कीटनाशक बनाने की विधि और कृषि में इसका उपयोग किसानों भाइयों के लिए सलाहफसल की सही समय पर बिक्री : किसानों को चाहिए कि वे 5 अगस्त की अंतिम तिथि से पहले अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने की योजना बनाएं।दस्तावेजों की तैयारी: फसल बेचने से पहले जरूरी दस्तावेज और प्रमाण पत्र तैयार रखें ताकि प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।सरकारी केंद्रों से संपर्क: नजदीकी सरकारी खरीद केंद्रों से संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि वे आपकी फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए तैयार हैं या नहीं।सरकार की ओर से मूंग और उड़द की फसल की समर्थन मूल्य पर बिक्री की सुविधा एक महत्वपूर्ण और अच्छा कदम है जो किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी। यह पहल किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य दिलाने और उनके जीवनस्तर को अच्छा बनाने में एक महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेगी। किसानों को इस सुविधा का हरसंभव लाभ उठाना चाहिए और अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।आशा है कि इस सुविधा से किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस प्रकार की पहलें भारतीय कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने में और किसानो को खेती के प्रति उत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और किसानों की कठिनाइयों को कम करने में सहायक होती हैं।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार