किसान भाई जुलाई में इन सब्जियों की खेती करें और बढ़ाएं अपनी कमाई Rajendra Suthar, July 13, 2024July 13, 2024 जानिए कौन-कौनसी सब्जियो की खेती से होगा अधिक मुनाफ़ा : किसान भाइयों जुलाई का महीना प्रारम्भ हो गया है और मानसून की बारिश का मौसम भी आ गया है। तो किसान साथियों इस महीने और मौसम का फायदा जरूर ले। किसान भाई इस समय सब्जियों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है क्योंकि सब्जियों की मांग भी अधिक रहती है और बाजार में भाव भी अच्छे मिल जाते है। इससे काम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।किसान साथियों आप जुलाई में खीरा ककड़ी, भिन्डी, टमाटर चौलाई, मूली, लौकी, करेला, तुरई, लोबिया, करेला की फसल की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।खीरा की खेतीखीरा एक ऐसी सब्जी है जिसकी बाजार में मांग हर समय रहती है क्योकी लोग इसे सलाद के रूप में खाना पसंद करते है। लेकिन किसान भाइयों खरीफ के मौसम में खीरे की खेती करते समय इसे पाले से बचाना बहुत जरूरी है।खीरे की उन्नत किस्में : खीरे की भारतीय किस्में – स्वर्ण अगेती, स्वर्ण पूर्णिमा, पूसा उदय, पूना खीरा, पंजाब सलेक्शन, पूसा संयोग, पूसा बरखा, खीरा 90, कल्यानपुर हरा खीरा, कल्यानपुर मध्यम और खीरा 75खीरे की नवीनतम किस्में -पीसीयूएच- 1, पूसा उदय, स्वर्ण पूर्णा और स्वर्ण शीतल खीरे की संकर किस्मे – पंत संकर खीरा- 1, प्रिया, हाइब्रिड- 1 और हाइब्रिड- 2खीरे की विदेशी किस्में -जापानी लौंग ग्रीन, चयन, स्ट्रेट- 8 और पोइनसेट Also Read खीरे की खेती कब और कैसे करें भिंडी की खेतीभिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसकी खेती कई प्रकार की अलग-अलग मिट्टी में की जा सकती है लेकिन सबसे बढ़िया मिट्टी रेतीली और चिकनी मिट्टी रहती है। क्योकी इस तरह की मिट्टी में जैविक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। भिंडी की फसल के लिए जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। और भूमि का PH 6.0 -6.5 के बीच होना चाहिए।भिंडी की उन्नत किस्में –अर्का अभय, परभनी क्रांति, पूसा मखमली, पूसा सावनी, वी.आर.ओ.-6, हिसार उन्नत, पूसा ए-4 टमाटर की खेतीटमाटर की खेती एक लाभकारी खेती है जो विभिन्न भागों में विस्तार से की जा सकती है। यह फसल अपनी उच्च उपजाऊता और व्यापक उपयोगिता के लिए मानी जाती है। टमाटर की खेती के लिए उच्च उत्पादक और सुखद भूमि का चयन किया जाना चाहिए, जो उसकी समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। बीज का चुनाव महत्वपूर्ण होता है, जिसमें हाइब्रिड बीज या स्थानीय प्रकारों के बीज का उपयोग किया जा सकता है।टमाटर की उन्नत किस्में –पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, अर्का सौरभ और सोनालीचौलाई की खेतीचौलाई की खेती एक महत्वपूर्ण कृषि उपज है जो भारतीय कृषि व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह फसल गर्मी के मौसम में अच्छी उपजाऊता देती है और उसे बारिश के दौरान भी उगाया जा सकता है। चौलाई के पौधों के सभी भाग (जड़, तना, पत्ती, डंठल) उपयोगी होते हैं और इसमें प्रोटीन, खनिज, विटामिन ए और सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है। चौलाई के इस्तेमाल से पेट संबंधित बीमारियों में लाभ मिलता है और इसे आयुर्वेदिक दवाओं में भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, चौलाई के दानों का उपयोग सब्जी बनाने में भी होता है। इसलिए, चौलाई की खेती एक लाभकारी और सामर्थ्यवर्धक कृषि प्रथा है जो अनेक रूपों में उपयोगी है।चौलाई की उन्नत किस्में –कपिलासा, आर एम ए 4, छोटी चौलाई, बड़ी चौलाई, अन्नपूर्णा, सुवर्णा, पूसा लाल, गुजरती अमरेन्थ 2 करेले की खेतीकरेला की खेती एक महत्वपूर्ण और लाभकारी खेती की सब्जी है जो भारतीय कृषि में व्यापक रूप से की जाती है। करेला का पौधा उच्च गर्मी और उच्च नमी के मौसम के लिए उपयुक्त होता है और इसे अक्टूबर से मार्च महीनों में उगाया जा सकता है। यह फसल सूखे प्रदेशों में भी अच्छे उत्पादन की संभावना देती है। करेले में विटामिन सी, बी, कैरोटीन, फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, करेला के पत्ते और फलों का उपयोग खाने में भी किया जाता है। यह फसल उत्तर भारतीय रसोई में विभिन्न स्वादिष्ट पकवानों का अनिवार्य अंग है और इसकी खेती व्यापारिक दृष्टि से भी लाभकारी हो सकती है।करेले की उन्नत किस्में –पूसा हाइब्रिड 1, पूसा हाइब्रिड 2, पूसा विशेष, अर्का हरित, पंजाब करेला 1किसान साथियों आप विभिन्न प्रकार की सब्जियों की मौसम के अनुरूप खेती कर अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले। आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि सलाह