छत पर बागवानी (Rooftop Gardening): एक स्वस्थ और जैविक जीवन की ओर Rajendra Suthar, October 12, 2024October 12, 2024 आजकल, शहरी जीवन में हरियाली की कमी एक आम समस्या बन चुकी है। इसके समाधान के लिए छत पर बागवानी का विकल्प अद्भुत साबित हो सकता है। यह प्रयोग न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी विकल्प है। जैविक तरीकों के प्रयोग से की जाने वाली छत पर बागवानी से आप ताजगी से भरी सब्जियों और फलों का उत्पादन कर सकते हैं।बुवाई और रोपण की प्रक्रियाछत पर बागवानी में सब्जियों की बुवाई और रोपण का तरीका महत्वपूर्ण होता है। अधिकांश सब्जियों की सीधी बुवाई की जाती है, जैसे मूली, गाजर, शलजम, चुकंदर, पालक, मेथी, धनिया, और आलू। दूसरी ओर, टमाटर, बैंगन, मिर्च, और गोभी जैसी सब्जियों के लिए नर्सरी में पौध तैयार की जाती है। इसके अलावा, फल जैसे नींबू, पपीता और औषधीय पौधे जैसे एलोवेरा, शतावरी भी छत पर उगाए जा सकते हैं।जैविक बागवानी का एक प्रमुख तत्व जैविक खाद का उपयोग है। इसमें सड़ी हुई गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, नीम और अरंडी की खली शामिल हैं। इस प्रयोग के माध्यम से रसोई के कचरे से भी खाद तैयार की जा सकती है। इस खाद का उपयोग पौधों की वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ ही पानी में घुलनशील पोषक तत्वों को सिंचाई के पानी के साथ मिलाकर दिया जा सकता है।पौधों के प्रकार और जड़ विकास की गति के आधार पर कंटेनर का चयन करना भी आवश्यक है। पत्तेदार साग के लिए चौड़े बॉक्स या दो फीट चौड़े और छह इंच गहरे कंटेनर उचित रहते हैं। कडूवर्गीय सब्जियों को बड़े कंटेनरों में बोया जाना चाहिए, जबकि फलदार पौधों के लिए तीन गुणा तीन फीट का कंटेनर सबसे उपयुक्त रहता है।Also Read किसान भाइयों के लिए अच्छी खबर: मूंग और उड़द-सोयाबीन बेचने का रजिस्ट्रेशन शुरू जल प्रबंधनगर्मी के सीजन में 12 इंच के गमलों में प्रति दिन एक लीटर पानी की सिंचाई उपयुक्त रहती है। यदि छत का आकार 50 गुणा 30 फीट है, तो 150-200 लीटर पानी की आवश्यकता होगी। गर्मियों में दिन में दो बार और सर्दियों में एक बार पानी देना उचित है। सही मात्रा में पानी नहीं देने पर फल और फूल गिरने लगते हैं।कडूवर्गीय और टमाटरवर्गीय सब्जियों को सहारा देने के लिए एक संरचना और प्रणाली की आवश्यकता होती है। इसके लिए छोटे लोहे के कोणों का उपयोग किया जा सकता है। समय-समय पर खरपतवार निकालने और पौधों की कटाई-छंटाई करना भी आवश्यक है। इस प्रक्रिया के माध्यम से पौधों की वृद्धि को तेज करती है और उन्हें स्वस्थ बनाए रखती है।छत पर बागवानी के फायदे (Benefits Of Rooftop Gardening)छत पर उगाई गई सब्जियां और फल रासायनिक पदार्थों से मुक्त होते हैं, जो आपको स्वास्थ्यवर्धक विकल्प भी प्रदान करते हैं।बागवानी से कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण होता है और ऑक्सीजन का उत्सर्जन होता है, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होता है।स्वयं के स्तर पर सब्जियों और फलों को उगाने से बाजार में महंगी सब्जियां खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती।बागवानी एक तरह से की मानसिक चिकित्सा का काम करती है। यह तनाव को कम करता है और मानसिक शांति भी प्रदान करता है।बच्चों के लिए बागवानी एक शिक्षाप्रद विकल्प है। इससे उन्हें प्रकृति और कृषि के बारे में सीखने का मौका मिलता है।छत पर बागवानी करना एक छत पर बागवानी एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिससे न केवल ताजगी से भरी सब्जियां और फल प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी बेहतर बना सकते हैं। यह एक तरीका है जो हमें आत्मनिर्भरता और प्रकृति के साथ जुड़ने का शानदार मौका देता है। इसलिए, आज ही छत पर बागवानी की एक सफल शुरुआत करें और प्राकृतिक जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाएं। कृषि सलाह