राशन डीलर की धोखाधड़ी अब खत्म: इस राज्य में लॉन्च हुआ पहला राइस एटीएम Rajendra Suthar, August 13, 2024August 13, 2024 देशभर में खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के महत्व को देखते हुए, सरकार ने राशन की व्यवस्था को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके तहत खाद्य सामग्री के वितरण को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए कई नई तकनीकों को अपनाया जा रहा है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में हाल ही में ओड़ीशा में पहला राइस एटीएम लॉन्च किया गया है, जो राशन डीलर की धोखाधड़ी को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।Rice ATM क्या हैकिसान साथियों ओड़िशा के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा ने देश के पहले राइस एटीएम को लॉन्च किया है। इस राइस एटीएम की मदद से राशन कार्ड धारक एक बार में एटीएम से 25 किलो चावल निकाल सकेगें। राशन निकालने के लिए मशीन पर अपना राशन कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। इस मशीन में बायोमैट्रिक प्रोसेस भी होगा। जिसके बाद लोग राइस एटीएम से चावल निकाल सकेगें।Also Read पशु नुकसान मुआवजा : बाढ़ और आपदा में मृत पशुओं के मुआवजे की प्रक्रिया और दिशा-निर्देश फिलहाल राइस एटीएम की शुरुआत भुवनेश्वर से की गई है। सफल होने पर अन्य राज्यों में भी वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के अंतर्गत राइस एटीएम को शामिल किया जा सकता है।राइस एटीएम की विशेषताएँऑटोमेटेड डिलीवरी: राइस एटीएम पूर्ण रूप से ऑटोमेटेड है, इससे कि राशन डीलर की भूमिका कम हो जाती है। लोगों को अब चावल प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार की बिचौलिये की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।पारदर्शिता और सटीकता: इस राइस एटीएम के माध्यम से खाद्य सामग्री के वितरण में पूर्ण रूप पारदर्शी आएगी। सिस्टम की सटीकता सुनिश्चित करती है कि हर व्यक्ति को उसके अनुसार ही राशन मिले, बिना किसी गड़बड़ी या धोखाधड़ी के।सुरक्षा: राइस एटीएम में आधुनिक सुरक्षा सुविधाएँ हैं, जैसे कि बायोमेट्रिक पहचान। इससे यह सुनिश्चित होता है कि केवल सही राशन कार्ड वालो को उनको मिलने वाले लाभ के अनुसार ही चावल मिल सके।समय की बचत: राइस एटीएम के माध्यम से लोगों को लंबी कतारों में लगने की आवश्यकता नहीं होगी। राइस एटीएम में चावल प्राप्त करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है।Also Read बागवानी (Horiculture) में सब्सिडी का तोहफा : सरकार द्वारा दी जा रही है 50% तक की आर्थिक सहायता धोखाधड़ी को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिकापारंपरिक राशन वितरण प्रणाली में अक्सर धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं। राशन डीलर अक्सर वितरण में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का शिकार होते हैं, जिससे राशन कार्ड धारक को सही मात्रा में राशन नहीं मिल पाता। राइस एटीएम के आ जाने से इस समस्या को काफी हद तक समाप्त किया जा सकेगा। यह प्रक्रिया ऑटोमेटेड होने के कारण इसमें मानव हस्तक्षेप की संभावना कम हो जाती है, जिससे धोखाधड़ी में भी कमी आ जाती है।इस नई प्रणाली की सफलता के बाद, सरकार ने यह संकेत दिया है कि वह अन्य खाद्य सामग्री जैसे कि गेहूं और दाल के लिए भी इसी तरह के एटीएम स्थापित करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, यह प्रणाली अन्य राज्यों में भी लागू की जाएगी ताकि पूरे देश में राशन वितरण में पारदर्शिता और सुधार हो सके।राइस एटीएम की लॉन्चिंग एक महत्वपूर्ण कदम है जो राशन वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया है। यह पहल न केवल खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि लोगों के बीच विश्वास और पारदर्शिता को भी बढ़ावा देगा। इस प्रकार की पहल से यह उम्मीद की जा सकती है कि अन्य राज्यों में भी इसी प्रकार की तकनीकों को अपनाया जाए और पूरे देश में राशन वितरण प्रणाली को सुधारने में मदद मिलेगी। जिससे योग्य और वास्तव में जरूरतमंद को सही खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ मिल सकेगा।राइस एटीएम के लॉन्च से एक नई उम्मीद जगी है कि भविष्य में खाद्य सुरक्षा और वितरण प्रणाली में और भी सुधार होंगे, जिससे हर व्यक्ति को सही समय पर और सही मात्रा में राशन मिल सके। कृषि समाचार