किसान भाइयों के लिए अच्छी खबर: मूंग और उड़द-सोयाबीन बेचने का रजिस्ट्रेशन शुरू Rajendra Suthar, October 12, 2024October 12, 2024 Jaipur: किसान साथियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि 15 अक्टूबर से समर्थन मूल्य पर तिलहन और दलहन की खरीद रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। सहकारिता विभाग द्वारा इस बार रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को समय से पहले शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से किसान भाइयों को समय पर अपनी फसलें बेचने का मौका मिल सकेगा। सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि इस बार खरीद की प्रक्रिया पिछले सालों की तुलना में जल्दी शुरू की जा सकती है।बीते कुछ सालों से देखा गया है कि आमतौर पर मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद 1 नवंबर से शुरू होती आई है। लेकिन इस बार रजिस्ट्रेशन 15 अक्टूबर से ऑनलाइन शुरू किए जाएगे। यह निर्णय किसानो को अधिक सुविधाएं और समय पर बिक्री का अवसर प्रदान करने के लिए लिया गया है। इसके माध्यम से किसानो को अपने फसलों को बेचने का लम्बा समय मिलेगा और वे उचित दाम पर अपनी उपज को बेचकर लाभ कमा सकेगें।सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस बार केन्द्र सरकार से इन दलहनों की खरीद प्रक्रिया को जल्द शुरू करने की अनुमति मांगी जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव एक-दो दिन में भेजा जाएगा, ताकि किसानों को समय पर लाभ मिल सके।खरीद से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बिंदुAlso Read ऑर्गेनिक खेती कर कमाए सालाना 25 लाख रुपए : जानिए पूर्वा जिंदल की सफलता की कहानीर खरीद केंद्रों की संख्या : राजफैड के MD ने बताया कि इस बार मूंगफली की खरीद 18 नवंबर से शुरू होने जा रही। जिसके अंतर्गत मूंगफली और दलहन की खरीद के लिए कुल 873 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 357 केंद्रों पर मूंग, 267 पर मूंगफली, 166 पर उड़द और 83 पर सोयाबीन की खरीदी की जाएगी। इस तरह की प्रक्रिया और व्यवस्था से किसानों को अपने उत्पाद को बेचने में सहूलियत होगी और वे अपनी फसल को सही मूल्य पर बेच सकेंगे।खरीद मूल्य का निर्धारण : इस बार केंद्र सरकार ने दलहन की खरीद के लिए जो मूल्य निर्धारण किया है उसके अनुसार मूंग को 8682 रुपए प्रति क्विंटल, उड़द को 7400 रुपए प्रति क्विंटल, सोयाबीन को 4892 रुपए प्रति क्विंटल और मूंगफली को 6783 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। यह मूल्य किसानों के लिए लाभकारी होगा, जिससे उन्हें अपनी मेहनत का उचित मुआवजा मिलेगा।ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का महत्व: इस नए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का प्रमुख उद्देश्य किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर अपनी फसल बेचने का सुनहरा अवसर प्रदान करना है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि उन्हें अपने उत्पादों की बाजार में बेहतर स्थिति का भी लाभ मिलेगा। इसके साथ ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ने किसानों के लिए एक नया अवसर प्रस्तुत किया है। अब किसान साथी घर बैठे ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूर्ण कर सकते है। इस प्रक्रिया के माध्यम से पारदर्शिता और सरलता बढ़ेगी जिससे जिससे किसान बिना किसी मुश्किल के अपनी फसल को बेच सकेगें।निष्कर्षकिसान समूहों के लिए यह समय महत्वपूर्ण होता है जब फसल पूर्ण रूप से बेचने के लिए तैयार हो। 15 अक्टूबर से शुरू होने वाला रजिस्ट्रेशन और खरीद प्रक्रिया उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत प्रदान करेगी। इस निर्णय के माध्यम से किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिलेगा और वे बेहतर आर्थिक स्थिति की ओर अग्रसर होंगे। सहकारिता विभाग की इस पहल से कृषि क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आने की उम्मीद है।किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर रजिस्ट्रेशन कराएं और इस अवसर का अधिक लाभ उठाएं। यदि कोई समस्या आती है, तो वे सहकारिता विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इस बार की योजना से उम्मीद है कि कृषि क्षेत्र में नया उत्साह देखने को मिलेगा। कृषि समाचार