प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2024: प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-Kusum Scheme) Rajendra Suthar, March 9, 2024March 9, 2024 प्रधानमंत्री कुसुम योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है जो ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए आरंभ की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है सोलर पंप सेटअप, सोलरिजेशन ऑफ टूबवेल और सोलरिजेशन ऑफ माइक्रो इरिगेशन सिस्टम्स के माध्यम से किसानों को सस्ती ऊर्जा प्रदान करना। इसके साथ ही, यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में लैंप पोस्टों को सोलर परिसंपत्तियों के साथ जोड़ने और सस्ती बिजली की पहुँच को बढ़ाने के लिए भी है।प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत, किसानों को सस्ती ऋण के साथ सोलर पंप सेटअप और अन्य सोलर ऊर्जा संबंधित सुविधाओं के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर परिसंपत्तियों के प्रति उत्थान को बढ़ाना और ग्रामीण अनुदान संस्थानों को सोलर परिसंपत्तियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।इस योजना के माध्यम से, ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा संकट को हल करने के लिए प्रदान किए जाने वाले सोलर प्रोजेक्ट्स से किसानों को बेहतर उत्पादकता, ऊर्जा संरक्षण, और आर्थिक सहायता मिलेगी।प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्यभारत एक कृषि प्रधान देश है भारत में ऐसे कई राज्य है जहां सूखा पड़ता है तथा वहा खेती करने वाले कई किसानो को भी सूखे से नुकसान उठाना पड़ता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने PM कुसुम योजना को शुरू किया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानों को मुफ्त में बिजली उपलब्ध करवाना।इस योजना के तहत किसानो को सिचाई के लिए सोलर पैनल की सुविधा प्रदान करना जिससे वह अपने खेतो कि अच्छे से सिचाई कर सके। इस कुसुम योजना 2024 के ज़रिये किसान को दोहरा फायदा होगा और उनकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी दूसरा यदि किसान अधिक बिजली बनाकर ग्रिड को भेजते है। तो उन्हें उसकी कीमत भी मिलेगी।कुसुम योजना की पात्रताआवेदन करने वाला भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।कुसुम योजना के अंतर्गत 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदक द्वारा आवेदन किया जा सकता है।आवेदक द्वारा अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या फिर वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए आवेदन कर सकता है।प्रति मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।इस योजना के अंतर्गत स्वयं के निवेश से प्रोजेक्ट के लिए किसी भी प्रकार की वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं है।यदि आवेदक द्वारा किसी विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है तो विकासकर्ता की नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट होनी अनिवार्य है।प्रधानमंत्री कुसुम योजना आवश्यक दस्तावेजआधार कार्डराशन कार्डरजिस्ट्रेशन की कॉपीऑथराइजेशन लेटरजमीन की जमाबंदी की कॉपीचार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट (विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित करने की स्थिति में)मोबाइल नंबरबैंक खाता विवरणपासपोर्ट साइज फोटोग्राफप्रधानमंत्री कुसुम योजना के कॉम्पोनेंटकुसुम योजना के चार कॉम्पोनेंट है जो कि कुछ इस प्रकार हैं।सौर पंप वितरण – कुसुम योजना के प्रथम चरण के दौरान केंद्र सरकार के विभागों के साथ मिलकर बिजली विभाग, सौर ऊर्जा संचालित पंप के सफल वितरण करेगी।सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण – सौर ऊर्जा कारखानों का निर्माण किया जाएगा जोकि पर्याप्त मात्रा में बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं।ट्यूबवेल की स्थापना – सरकार द्वारा ट्यूबवेल की स्थापना की जाएगी जो कि कुछ निश्चित मात्रा में बिजली उत्पादन करेंगे।वर्तमान पंपों का आधुनिकरण – वर्तमान पंपों का आधुनिकरण भी किया जाएगा और पुराने पंपों को नए सौर पंपो में बदला जाएगा।कुसुम योजना के पहले ड्राफ्ट के अंतर्गत यह प्लांट्स बांझ क्षेत्रों में लगाए जाएंगे जो कि 28000 मेगावाट बिजली उत्पादन में सक्षम है। प्रथम चरण में सरकार द्वारा 17.5 लाख सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा बैंक किसानों को लोन के रूप में कुल खर्च का 30% अतिरिक्त प्रदान करेगी। किसानों को केवल अग्रिम लागत ही खर्च करनी होगी।प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लाभप्रधानमंत्री कुसुम योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो देश के सभी किसानों को लाभ प्रदान करती है। इस योजना के अंतर्गत सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराने का मुआवजा दिया जा रहा है ताकि किसान सस्ते मूल्य पर ऊर्जा से अपने खेतों की सिचाई कर सके।2024 के पहले चरण में 17.5 लाख डीजल सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा, जिससे डीजल खपत कम होगी। इससे किसानों को बिजली से संचित पंप सिंचाई करने में मदद मिलेगी और खेती में बढ़ावा होगा। इस योजना के तहत, किसानों को सोलर पेनल लगाने के लिए 60% की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिसमें केंद्र सरकार 30% और बैंक 30% ऋण की सहायता प्रदान करेगा, और किसान को केवल 10% भुगतान करना होगा।यह योजना खेतों में सिंचाई करने वाले पंपों को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी, खासकर सूखाग्रस्त और बिजली की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में। सोलर पंप सेटअप से 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहेगी और इससे किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सकेगे।इस योजना से किसानों को सोलर पेनल से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली का उपयोग करके आय भी प्राप्त होगी। उन्हें बिजली को सरकारी या गैर-सरकारी बिजली विभागों में बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिलेगी। कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पेनल बंजर भूमि में लगाए जाएंगे, जिससे बंजर भूमि का उपयोग भी होगा और आय भी प्राप्त होगी।प्रधानमंत्री कुसुम योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां-राजस्थान कुसुम योजना” से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां निम्न है –इस योजना की खासियत यह है कि इसमें प्लांट की कुल लागत का 30% केंद्र सरकार, 30% राज्य सरकार, और बाकी 30% ऋण के रूप में नाबार्ड या अन्य बैंकिंग संस्थान द्वारा फाइनेंस किया जाएगा। इससे किसानों को केवल 10% राशि ही देनी होगी।इसके अलावा, अतिरिक्त बिजली उत्पादन होने पर बची हुई बिजली को किसान द्वारा बेचा भी जा सकता है। आवेदक के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना अनिवार्य है, और सरकार द्वारा आवेदक के खाते में सब्सिडी की राशि भेजी जाएगी।इसके अलावा, किसान, डिस्कॉम और बैंक के साथ थर्ड पार्टी एग्रीमेंट साइन किया जाएगा, और किसान द्वारा बेची गई बिजली की कमाई को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। योजना के अंतर्गत 0.5 मेगा वाट से लेकर 2 मेगा वाट तक के सोलर पंप वितरित किए जाएंगे।कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशनराज्य के जो इच्छुक आवेदक Kusum Yojana के तहत आवेदन करना चाहते है तो वह नीचे दिए गए तरीके को फॉलो करे-सर्वप्रथम आवेदक को योजना की Official website पर जाना होगा। https://pmkusum.mnre.gov.in/landing.html पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा इस होम पेज पर आपको Loan Application Interest Form for setting up solar plant under PM-Kusum Component -A का विकल्प दिखाई देगा इस विकल्प पर क्लिक करे।इसके बाद आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे Name ,Address ,Aadhar Card Number ,Mobile Number आदि भरनी होगी।अंत में दस्तावेजों को अपलोड करके सबमिट के बटन पर क्लिक कर आवेदन प्रक्रिया को पूर्ण करे।किसान भाइयों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नकुसुम योजना के लिए कौन पात्र है?इस योजना का लाभ देश के सभी किसान ले सकते हैं।कुसुम योजना के लिए न्यूनतम भूमि कितनी होनी चाहिए?इस योजना के अंतर्गत जो किसान सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं उनके पास 4 से 5 एकड़ जमीन होनी चाहिए. इतनी जमीन पर केवल एक साल में 15 लाख बिजली यूनिट का उत्पादन किया जा सकता है।सोलर पम्प पर कितनी सब्सिडी मिलती है? कुसुम योजन के तहत राशि पर 60% की सब्सिडी दी जाती है। सरकारी योजनायें