केंचुआ खाद (Vermicompost) कैसे तैयार करें: जानिए आसान विधि और इसके लाभ Rahul Saharan, July 20, 2024July 20, 2024 राम राम किसान भाइयों आप सभी ने केंचुआ खाद (Vermicompost) का नाम तो सुना होगा। केंचुआ खाद सामान्यत: केंचुआ नामक जीव के द्वारा बनायी जाती है। केंचुआ एक प्रकार का उपघटक जीव होता है। जो की गोबर को कम्पोज़िट कर के वर्मी कम्पोस्ट या केंचुआ खाद में बदल देता है।केंचुआ खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिट्टी के अंदर प्रदूषण को काम करने का कार्य करती है। इसके साथ साथ केंचुआ खाद हानिकारक उर्वरको से होने वाले प्रदूषण से भी रक्षा करती है। केंचुआ खाद के क्या-क्या लाभ होते है। सभी किसान भाइयों को इसके बारे में नहीं पता होगा। हमें आज तक केंचुआ खाद के कुछ ही प्रकार के लाभों के बारे में पत्ता है।आइये आज हम आपको केंचुआ खाद क्या है, इसके उपयोग क्या-क्या है, इसके लाभ क्या-क्या है और इसको किस प्रकार से बनाया जाता है। इन सभी के बारे में आपको विस्तार से जानकारी दी जायेगी।Also Read कृषि ऋण माफ़ी योजना 2024: जानिए किसे मिलेगा 2 लाख का फायदा केंचुआ खाद (Vermicompost) क्या है –हम सब को पता है की भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत देश में बहुत सी अलग-अलग प्रकार की फसले उत्पादित की जाती है। पूरे विश्व में भारत एकम एकलौता ऐसा देश है जिसका आधे से ज्यादा हिस्सा खेती करता है। भारत देश का कुछ फसलों के उत्पादन की दृस्टि से विश्व में प्रथम स्थान पर है। केंचुआ खाद एक प्रकार की जैविक खाद है। इसमें किसी प्रकार का कोई रासायनिक प्रदार्थ नहीं होता है। यह बिलकुल शत प्रतिशत शुद्ध होती है। यह केंचुओ के द्वारा अपशिष्ट प्रदार्थों को अपघटित करके तैयार की जाती है।केंचुआ खाद (Vermicompost) का निर्माण कैसे किया जाता है –केंचुआ खाद का निर्माण करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का उपयोग करना होगा, इन चरणों को आप फॉलो करके आसानी से घर पर हीं केंचुआ खाद का निर्माण कर सकते है।1. सबसे पहले आपको केंचुआ खाद बनाने के लिए एक उचित स्थान का चुनाव करना अन्यन्त ही आवश्यक है। केंचुआ खाद के लिए आपको छाया एवं नमी वाले स्थान का चुनाव करना होगा।2. स्थान चुनाव करने के साथ साथ पानी की उचित व्यवस्था और पानी के निष्कासन की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।3. केंचुआ खाद बनाने के लिए आपको तापमान का आवश्यक रूप से ध्यान रखना होगा क्योकि केंचुआ खाद के लिए उपयुक्त तापमान लगभग 15-20 डिग्री सेल्सियस होता है। इस तापमान पर केंचुए बहुत ही अच्छी तरह से काम करते है।4. स्थान और तापमान का चुनाव करने के बाद बारी आती है सबसे महत्वपूर्ण काम की और वो काम होता है, केंचुओ की प्रजाति का चयन करना। केंचुआ खाद बनाने के लिए बहुत सी प्रजातियों का प्रयोग किया जाता है। परन्तु किसानो की उपयोगिया की दृष्टि से केंचुए की आइसीनिया फोटिडा नमक प्रजाति बहुत ही उपयोगी मानी जाती है।केंचुआ खाद (Vermicompost) बनाने की विधि –केंचुआ खाद बनाने के लिए सबसे पहले आपको उचित स्थान और उचित तापमान को निर्धारित करना होगा। उसके बाद आपको केंचुआ खाद बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओ की आवश्यकता होगी।1. सबसे पहले आपको चुनी गई जगह पर लगभग 2 से 3 मीटर गहरा एक खड्ढा खोदना होगा।2. अब इस गढ्ढे लगभग 3 इंच तक भरने के लिए छोटे-छोटे कंकर-पत्थर को इसमें डालना होगा।3. इसके बाद आपको लगभग 3 इंच तक बालू मिट्टी को भरना होगा। तथा इसको पानी डालकर लगभग 60 प्रतिशत तक नम करना होगा।4. अब आपको लगभग 70 किलो के आस-पास गोबर की खाद और लगभग 50 किलो तक सूखे हुए कार्बनिक प्रदार्थो की आवश्यकता होगी।5. इसके बाद आपके खेतो से निकला हुआ कचरा लगभग 100 किलो के आस-पास तथा साथ ही लगभग 2-3 हजार केंचुए और अपनी सुविधा के अनुसार उसमे पानी डाल सकते है।6. अब इसके ऊपर गोबर की खाद को थोड़ा-थोड़ा करके डालते है तथा उसके ऊपर सूखा कार्बनिक कचरा दाल देते है।7. अब इस को किसी तरपाल या बोरे से ढक देते है और 1 महीने तक लगातार रोज उसमे पानी डालना है। 1 महीने के बाद तरपाल को हटा कर उसमे गोबर और सूखा कचरा और मिलाकर उसको फिर से ढक देना है।8 जब आपका गड्ढा पूरी तरह से भर जाए तो उसके लगभग 45-50 दिन के बाद आपकी के केंचुआ खाद बनकर तैयार हो जायेगी।केंचुआ खाद (Vermicompost) बनाते समय निम्न बातो का ध्यान रखे –केंचुआ खाद बनाते समय आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा और कुछ सावधानियाँ बरतनी होगी।1. केंचुआ खाद के लिए बनाया गया गड्ढा छाया में हो और थोड़ा सा ऊपर हो।2. गड्ढो में नमी की मात्रा में कमी न होने दे। नमी की मात्रा में की होने के कारण केंचुओ की कार्यगति काम हो जायेगी।3. केंचुआ खाद में किसी भी प्रकार का कोई रासायनिक प्रदार्थ नहीं डाले और खाद को निकालने के लिए केवल हाथ का ही उपयोग करें।केंचुआ खाद (Vermicompost) से होने वाले लाभ –केंचुआ खाद के उपयोग से किसान भाइयो को बहुत ही लाभ मिलता है जैसे1. केंचुआ खाद में सभी प्रकार के आवश्यक पोषक तत्व और सभी प्रकार के हॉर्मोन्स मौजूद रहते है।2. केंचुआ खाद उर्वरको के मुकाबले भट अधिक दिनों तक प्रभावशाली रहती है तथा पौधो को आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति करती है।3. केंचुआ खाद के उपयोग से भूमि अथवा मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार आता है और इसकी उर्वरक क्षमता में भी वृद्धि होती है।4. केंचुआ खाद मिट्टी के अपरदन को काम करता है तथा साथ ही भूमि को बंजर होने से बचाती है और पर्यावरण को सुरक्षित रखती है।5. केंचुआ खाद के उपयोग से फसलों की गुणवत्ता, उत्पादन क्षमता, उनका रंग-रूप आदि में भी बहुत सुधार होता है।केंचुआ खाद (Vermicompost) में उपस्थित पोषक तत्वों की मात्रा –केंचुआ खाद में सभी प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है यहाँ केवल कुछ विशेष रूप से उपस्थित मुख्य पोषक तत्वों की मात्रा इस प्रकार है –क्रम स.पोषक तत्व का नामपोषक तत्व की मात्रा1.मैग्नीशियम0.15 %2.पोटाश1.50 %3.कैल्शियम0.44 %4.फॉस्फोरस5.04 % 5.नाइट्रोजन1.60 %Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल 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