जीरे की कीमतों में 1000-1500 रुपए का उतार-चढ़ाव: जानिए आज का ताजा रुझान Rajendra Suthar, October 18, 2024October 18, 2024 किसान साथियों पिछले कुछ दिनों में जीरे के भाव में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले चार दिनों की बात करें तो पिछले चार दिनों में जीरे के भाव में 3000 रुपए प्रति क्विंटल की कमी आई है, जो किसानों और व्यापारियों के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा कर रहा है। इस लेख में हम जीरे के भावों में आए इस परिवर्तन के पीछे के कारणों, इसके संभावित भविष्य और किसानों पर इसके प्रभाव का विश्लेषण करेंगे।जीरे के भाव (Jeera Bhav)सप्ताह की शुरुआत से ही मेड़ता कृषि उपज मंडी में जीरे के अधिकतम भाव 26,500 रुपए प्रति क्विंटल थे। लेकिन जैसे-जैसे सप्ताह समाप्त होने को आया उसी प्रकार से जीरे के भावों में भी गिरावट आई। मंगलवार को जीरे की कीमत 24,500 रुपए प्रति क्विंटल हो गई, जो कि 2000 रुपए की गिरावट थी। बुधवार को यह और गिरकर 24,000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। आज यानी गुरुवार को, जीरे की कीमत 23,500 रुपए प्रति क्विंटल तक गिर गई।इसके साथ ही मंडी में जीरे के मध्यम भाव की बात करें तो जीरे के मध्यम भाव 19,000 रुपए और न्यूनतम भाव 14,000 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। इस प्रकार ये आंकड़े न केवल जीरे के व्यापारियों के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह किसानों की आय को भी प्रभावित कर सकते हैं।प्रमुख मंडियों में जीरे के आज के भाव (Jeera Bhav Today)मेड़ता मंडी जीरा भाव : 16000-24000 रुपए प्रति क्विंटलनागौर मंडी जीरा भाव : 22000-24100 रुपए प्रति क्विंटलनोखा मंडी जीरा भाव : 20000-23900 रुपए प्रति क्विंटलबीकानेर मंडी जीरा भाव : 22000-24800 रुपए प्रति क्विंटलउंझा मंडी जीरा भाव :19300-27000 रुपए प्रति क्विंटलजोधपुर मंडी जीरा भाव : 20000-23600 रुपए प्रति क्विंटलAlso Read फूल गोभी की खेती : जानिए नर्सरी से पौध तैयार करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया जीरा भाव में गिरावट के कारणजीरे के भावों में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, इस वर्ष बारिश अधिक होने की संभावना है, जिससे जीरे की बुवाई का रकबा बढ़ने की उम्मीद है। जब उत्पादन अधिक होता है, तो बाजार में मांग की तुलना में आपूर्ति बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में गिरावट आती है।इसके अलावा, व्यापारिक सूत्रों के अनुसार, वर्तमान गिरावट का एक प्रमुख कारण यह भी है कि किसान जीरे की बुवाई के लिए तैयार हैं। जब बुवाई का रकबा बढ़ता है, तो इसका सीधा असर भावों पर पड़ता है।जीरे के भावों में भविष्य की संभावनाएंवर्तमान में जीरे भावों में में गिरावट आ रही है, व्यापारियों का मानना है कि भविष्य में बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं। जीरा व्यापारी रामअवतार चितलांगिया ने बताया कि 1000 से 1500 रुपए प्रति क्विंटल का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन इसके आगे गिरावट की संभावना कम है।यदि किसान साथी सही समय पर अपनी फसल बेचते हैं, तो उन्हें इस गिरावट का ज्यादा असर नहीं महसूस होगा। किसानों को चाहिए कि वे बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी फसल की बिक्री की योजना बनाएं।निष्कर्षजीरे के भाव में हुई इस प्रकार की गिरावट ने निश्चित रूप से किसानों और व्यापारियों के लिए चिंता का विषय बना दिया है। लेकिन इस गिरावट का कारण समझकर और सही कदम उठाकर, किसान इस स्थिति को संभाल सकते हैं। इसके साथ ही आने वाले दिनों में जीरे के भाव में उतार-चढ़ाव होगा, लेकिन यदि किसान साथी सही समय पर अपनी फसल का विपणन करें, तो उन्हें बेहतर लाभ मिल सकता है।इस प्रकार, बागवानी और कृषि उत्पादों के सही प्रबंधन से किसान अपनी स्थिति को बेहतर बना सकते हैं और बाजार में प्रतिस्पर्धा के साथ आगे बढ़ सकते हैं। अगर बारिश के कारण बुवाई का रकबा बढ़ता है, तो यह निश्चित रूप से जीरे की कीमतों को प्रभावित करेगा, लेकिन समय के साथ, किसानों की समझदारी और बाजार की रणनीतियों से उन्हें लाभ मिल सकता है। कृषि समाचार