क्या जीरे के भाव में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिलेगी : क्या हो सकते है आगामी रुझान? Rajendra Suthar, August 24, 2024August 24, 2024 Jeera Rate : किसान साथियों जीरा, भारतीय मसालों का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका उपयोग व्यापक रूप से भारतीय भोजन में किया जाता है। इसके अलावा, जीरा एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद भी है, जिसे न केवल भारतीय बाजार में, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी उच्च मान्यता प्राप्त है। बीते महीनो की बात करें तो बाजार में जीरे के भावों में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वर्तमान में जीरे के ताजा भाव मंडियों में 22000-26500 रूपये/क्विंटल चल रहे है। फिलहाल जीरे के भाव में कोई ख़ास हलचल देखने को नहीं मिल रही है।वर्तमान में जीरे की स्थिती (Jeera Position)किसान भाइयों जीरे की सबसे बड़ी मंडी उंझा मंडी की बात करें तो ऊंझा मंडी में भी जीरे के भाव में दबाव देखने को मिल रहा है। व्यापारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल जीरे की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग में कमी देखने को मिल ही है। साथ ही थोक किराणा बाजारों में भी स्टॉकिस्ट में मंदी के कारण जीरी के भाव लगभग 25800-26000 रुपए/क्विंटल के स्तर पर ही रुके हुए है।Also Read कृषि यंत्रों की नई दुनिया: जानिए टॉप 5 आधुनिक उपकरण जो खेती को बनाएंगे आसान जीरे की बिक्री की बात करें तो व्यापारिओं के अनुसार जीरे की बिक्री सुस्त पड़ी है। जिससे जीरे के भाव में बीते दिनों में 1500-1700 रुपए/क्विंटल की गिरावट देखने को मीली है। ऊंझा मंडी में जीरे की कीमतों में 0.34% की कमी देखने को मिली है। घरेलू बाजार, निर्यात में कमी के साथ ही वैश्विक आपूर्ति में कमी के कारण भी जीरे की कीमतों में गिरावट आई है।मंडियों में जीरा भाव रिपोर्ट (Mandi Jeera Bhav Report)किसान भाइयों ऊंझ मंडी में जीरे की थोक कीमते 24625-24674 रुपए/क्विंटल बनी हुई है। प्रमुख मंडियों में जीरे के भाव इस प्रकार है –ऊंझा मंडी (Unjha Mandi) जीरा भाव : 22000-24675 रुपए/क्विंटलडबरा मंडी जीरा भाव (Dabra Mandi): 21350-24000 रुपए/क्विंटलथराद मंडी जीरा भाव (Thraad Mandi) : 21250-23800 रुपए/क्विंटलउपलेटा मंडी जीरा भाव (Upleta Mandi): 19000-23350 रुपए/क्विंटलथारा मंडी जीरा भाव (Thara Mandi): 20000-23000 रुपए/क्विंटलमेड़ता मंडी जीरा भाव (Merta Mandi): 22000-24000 रुपए/क्विंटलजोधपुर मंडी जीरा भाव (Jodhpur Mandi) : 21250-23800 रुपए/क्विंटलभगत की कोठी जीरा भाव (Bhagat Ki Kothi Mandi): 21000-25400 रुपए/क्विंटलकिशनगढ़ मंडी जीरा भाव (Kishangarh Mandi): 19000-22340 रुपए/क्विंटलब्यावर मंडी जीरा भाव (Beawar Mandi): 18070-23500 रुपए/क्विंटलराजस्थान के अलावा अन्य मंडियों में भी जीरे के भाव में कोई ख़ास बढ़त देखने को नहीं मिल रही है। महाराष्ट्र की मंडियों में जीरा 22000-31000 रुपए/क्विंटल, मध्यप्रदेश की मंडियों में जीरा 21500-25740 रुपए/क्विंटल और उत्तराखंड की मंडियों में जीरा 18000-25000 रुपए/क्विंटल से बिक रहा है।Also Read गाजर घास से छुटकारा पाने के आसान तरीके: जानिए उपयोगी सुझाव और उपाय जीरे के भाव में गिरावट के कारणभंडारण की स्थिति : कई किसान भाइयों और व्यापारियों ने जीरे का भंडारण बड़ी मात्रा में किया हुआ था। उन्हें उम्मीद थी की जीरे के भाव में तेजी आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। लेकिन अब भंडारित किए गए जीरे को धीरे-धीरे बेचना शुरू कर दिया गया है।नई फसल की बिजाई : गुजरात की ऊंझा मंडी में व्यापारी दीक्षित पटेल के अनुसार, दशहरे के बाद राजस्थान और गुजरात जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में जीरे की नई फसल की बिजाई शुरू होने वाले है। इस स्थिति को देखते हुए किसानों ने अपनी फसल की बिक्री को बढ़ाना शुरू कर दिया है।मंडी में आवक का प्रभाव : पहले मंडी में जीरे की आवक 3-4 हजार बोरियों के निचले स्तर पर थी। वर्तमान में यह बढ़कर करीब 6-8 हजार बोरियों तक पहुँच गई है।मांग का प्रभाव : व्यापारियों के अनुसार आवक बढ़ने के बावजूद स्थानीय स्टॉकिस्ट और निर्यातकों की मांग की कमी बनी हुई है। जिससे जीरे की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।जीरे के आगामी रुझानअंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग : अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय जीरे की डिमांड अधिक रहती है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय जीरे की मांग और अधिक बढ़ती है तो इसका प्रभाव जीरे के दामों पर पड़ सकता है, और कीमतों में वृद्धि की संभावना बन सकती है।मानसून सीजन की स्थिती : गत एक जून से शुरू हुए मानसून सीजन के तीन महीने बीत चुके हैं। स्थानीय स्टॉकिस्टों की जीरे में सक्रियता बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह सक्रियता नहीं देखी जा रही है।निर्यात पर प्रभाव : व्यापार विश्लेषकों का अनुमान है की आने वाले समय में जीरे के निर्यात में वृद्धि देखने को मिल सकती है। पिछले सीजन की तुलना में इस साल जीरे की कीमतें कम हैं, जिससे निर्यात पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024-25 के प्रारंभिक दो महीनो में देश से 1607.29 करोड़ रूपए मूल्य के कूल 61,463.38 टन जीरे का निर्यात किया गया। वही बीते वर्ष 42,988.50 टन जीरे का निर्यात हुआ था। जिससे 1502.27 करोड़ रूपए की आय हुई थी।भविष्य की संभावनाएं : मौजूदा हालात को देखते हुए और प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब तक स्टॉकिस्टों, दिसावरों और निर्यातकों की खरीदारी नहीं बढ़ती है, तब तक जीरे की थोक कीमतों में सुधार की संभावना कम ही नजर आ रही है। कृषि समाचार