फल और फूल की खेती पर सरकार की नई सब्सिडी योजनाएँ: जानें कैसे उठाएं फायदा Rajendra Suthar, August 20, 2024August 20, 2024 उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना : किसान साथियों भारत की कृषि व्यवस्था में फल और फूल की खेती का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में उन्नति के लिए सरकार ने कई नई सब्सिडी योजनाओं की शुरुआत की है। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना है ताकि वे अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।बिहार सरकार द्वारा फल और फूल की खेती करने वाले किसानों के लिए एक खुशखबरी की घोषणा की है। बिहार सरकार उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना चला रही है, जिसके तहत किसानों को अमरूद, आंवला, नींबू बेल, पपीता, गेंदा फूल और लेमन ग्रास के पौधे और पेड़ लगाने पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।Also Read चाय की खेती पर किसानों को मिलेगी ढाई लाख रुपये तक की सब्सिडी: जानें आवेदन की प्रक्रिया उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना का उद्देश्यउद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य फल और फूल की खेती को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार किसानों को बागवानी के लिए आवश्यक पौधे और पेड़ प्रदान करेगी, जिनमें मुख्य रूप से अमरूद, आंवला, नींबू बेल, पपीता, गेंदा फूल और लेमन ग्रास को शामिल हैं। सरकार इस योजना के अंतर्गत किसानों को सब्सिडी के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करेगी, जिससे खेती की लागत कम होगी और उत्पादन बढ़ेगा।योजना के मुख्य बिंदुयोजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और फूलों की खेती को बढ़ावा देना है।बिहार में गेंदा फूल के पौधे कोलकाता से आते हैं, जिससे उनकी लागत बढ़ जाती है।बिहार सरकार किसानों के समूह बनाकर उन्हें पौधा उत्पादन प्रशिक्षण के लिए कोलकाता भेजने की योजना बना रही है।सरकार यह भी सुझाव दे रही है कि पॉली हाउस का उपयोग करके फूलों की खेती की जाए, जिससे फूलों की आवक बढ़ सके।Also Read जैविक खेती प्रोत्साहन : किसानों को मिलेगी 3 साल तक प्रति हेक्टेयर 5000 रुपये की सहायता उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना के लाभआर्थिक सहायता : योजना के अनुसार किसानो को बागवानी के लिए आवश्यक पौधों और पेड़ों की खरीद पर सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी खेती की कुल लागत को कम करेगी और किसानों के लिए निवेश को आसान बनाएगी।उन्नत किस्म के पौधे और बीज : किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले पौधे और बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा और उत्पादन में वृद्धि होगी।तकनीकी प्रशिक्षण : इस योजना के अनुसार, किसानों को बागवानी की उन्नत तकनीकों और विधियों के बारे में प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।आय में वृद्धि : योजना के द्वारा फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार होगा। जिससे किसानों की आय में अच्छी वृद्धि होगी। साथ ही बेहतर उपज और बाजार की बढ़ती मांग से किसानों को अधिक मुनाफ़ा होगा।कृषि विविधता : फल और फूल की खेती से किसानों को विभिन्न प्रकार की फसलों को उगाने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी कृषि विविधता में वृद्धि होगी और जोखिम कम होगा।योजना के लिए आवेदन प्रक्रियाआवेदन करने के लिए आवेदक किसानों को सबसे पहले राज्य सरकार की हॉर्टिकल्चर वेबसाइट पर जाना होगा।होम पेज पर आपको योजना का लिंक दिखाई देगा, जिस पर क्लिक करना होगा।इसके बाद, आपको अपनी उद्यानिकी क्लस्टर में बागवानी का विकल्प चुनना होगा।यहां पर आपको सब्सिडी के लिए आवेदन करना होगा।आवेदन प्रक्रिया के दौरान, आपका रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर सामने आ जाएगा।मांगी गई सभी जानकारी को सही ढंग से भरें।सही जानकारी देने पर आप योजना का लाभ प्राप्त करने के योग्य हो जाएंगे।किसान भाइयों उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो फल और फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए लागू की गई है। इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता, उन्नत पौधे, और बागवानी तकनीकों का प्रशिक्षण प्राप्त होता है, जिससे उनकी फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होता है। सही जानकारी और उचित आवेदन प्रक्रिया के साथ, किसान इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं और अपने कृषि व्यवसाय को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं। इस योजना से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी बल्कि कृषि क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि भी आएगी। सरकारी योजनायें