गेंहू के भाव में तेजी का दौर जारी : जानिए आगामी महीनों में किस प्रकार रहेंगे गेंहू के भाव Rajendra Suthar, July 10, 2024July 10, 2024 लगातार बढ़ती महंगाई ने आम लोगो के लिए चिंता का माहौल बना दिया है। जहां एक और सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो रही है वही अब गेंहू की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी ने आम लोगों के लिए चिंताओं का पुल खड़ा कर दिया है। बढ़ती हुई गेंहू की कीमतों को देखते हुए सरकार की तरफ से बड़े फैसले लिए जा रहे है। अब सरकार ने गेंहू की जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के लिए गेंहू की भंडारण की सीमा तय कर दी है।गेंहू के भाव (Wheat Price)वर्तमान में बाजार में गेंहू के भाव 2500-3500 रूपये/क्विंटल चल रहे है। जानकारी के अनुसार बीते एक साल में गेंहू की कीमतों में 1000-2000 रूपये/क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष गेंहू का औसत मूल्य 2900 रूपये/क्विंटल था। साथ ही गेंहू के आते के भाव भी 3800-4500 रूपये/क्विंटल हो गए है। केंद्र सरकार द्वारा बढ़ती हुई गेंहू की कीमतों को नियंत्रित करने का फैसला लिया गया इसके बाद भी गेंहू की औसत कीमत में वृद्धि हुई है।बाजार में चपाती बनाने वाले गेंहू के भाव अधिक है। मंडियों और बाजारों में प्रमुख रूप से लोकवन, पूर्णा, शरबती, पूसा अहिल्या 1634, जीडब्लू 513 की किस्मो के गेंहू की कीमत 2700-3500 रूपये/क्विंटल चल रही है।गेंहू की खरीदी की बात करें तो गेंहू का खरीद सीजन 30 जून को समाप्त हो गया है। इस वर्ष सेंट्रल पुल्ल के लिए 266 मिलियन टन गेंहू खरीदा गया जो बीते वर्ष से 4 मिलियन टन अधिक है। 1 जुलाई को भारतीय खाद्य निगम (FCI) का गेंहू का स्टॉक 297.60 लाख टन था। Wheat Stock Limit : गेंहू की स्टॉक लिमिटगेंहू की जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने गेंहू के व्यापारियों, थोक विक्रेताओ, खुदरा विक्रेताओं के लिए स्टॉक लिमिट लगा दी है। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बताया की केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों और केन्द्रशसित प्रदेशो में 31 मार्च 2025 तक गेंहू की भंडारण सीमा निर्धारित की है। वर्तमान में गेंहू की ज्यादा कमी नहीं है, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस बार देश में 3 लाख मीट्रिक टन गेंहू का कम स्टॉक है।निर्देशानुसार व्यापारियों और थोक विक्रेताओं के लिए स्टॉक लिमिट 3000 मीट्रिक टन और खुदरा विक्रेताओं (Big Chain Retailer) की प्रत्येक दूकान के लिए 10 मीट्रिक टन और उनके डिपो पर 3000 मीट्रिक टन की स्टॉक लिमिट तय की गई है।केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बताया की अप्रैल 2023 में गेंहू का शुरुआती भण्डारण 82 लाख टन था, जो इस वर्ष अप्रैल 2024 में कम होकर 75 लाख रह गया है। बीते वर्ष गेंहू की खरीद की बात करे तो पिछले साल 266 लाख टन गेंहू की खरीद की गई थी , जबकि इस वर्ष ये कम होकर 262 लाख टन रह गई है यानि 4 लाख टन गेंहू की खरीद में कमी आई है।पिछले सप्ताह को उपभोक्ता विभाग द्वारा तुअर दाल और चना की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए स्टॉक लिमिट लगाने का फैसला लिया गया था। उपभोक्ता सचिव निधि खरे ने बताया की हीट वेव का गेंहू के अलावा दालों के प्रोडक्शन और प्रोडक्टिविटी पर गहरा असर देखने को मिला है। जिससे उपलब्धता कम हो रही है और कीमतें बढ़ गई है। उन्होंने बताया की पिछले 6 महीनो से दालों के भाव एक ऊँचे स्तर पर है। जिसका कारण व्यापारियों की होर्डिंग को बताया है। इसको नियंत्रित करने के लिए स्टॉक लिमिट लगाने का फैसला लिया गया है। ये स्टॉक लिमिट एक सीमित समय के लिए लगाया गया है।निधि खरे ने बताया की हीट वेव के कारण सब्जियों की आवक मंडियों में प्रभावित हुई है। अब जैसे ही मानसून सीजन शुरू हुआ है सब्जियों की आवक बाजार में बढ़ेगी और कीमतें घटेगी। खरीफ के सीजन में किसान भाई भी अच्छी कोशिश कर रहे है। साथ ही ये भी आशा है की खरीफ सीजन के दौरान प्याज के फसल की आवक बढ़ेगी। जानकरी के अनुसार चना, तुअर दाल और गेंहू पर स्टॉक लिमिट लगया गया है।आने वाले महीनो में गेंहू के भाव किस प्रकार रह सकते हैगेंहू के भाव का पुर्वानुमान जबलपुर के कृषि विश्वविद्यालय द्वारा लगाया गया जिसमे पिछले 20 सालो के गेंहू के भाव का अध्ययन किया गया। ये औसत भाव इस प्रकार रह सकते है –जुलाई 2024 – 2500-3300 रूपये/क्विंटलअगस्त 2024 -2540-3200 रूपये/क्विंटलसितम्बर 2024 -2564-3250 रूपये/क्विंटलअक्टूबर 2024 -2570-3400 रूपये/क्विंटलनवम्बर 2024 -2633 -3300 रूपये/क्विंटलदिसम्बर 2024 2624 -3300 रूपये/क्विंटलनिष्कर्षकिसान भाई बदलते मौसम को ध्यान में रखते हुए खेती में नए नवाचारों का उपयोग करें और अब खरीफ का सीजन शुरू हो गया है तो किसान भाई खेती में उन्नत तकनीक और बीजो का प्रयोग कर अच्छी प्रकार से खेती कर मुनाफ़ा कमाए। साथ ही सरकार से भी ये निवेदन रहेगा की वे किसानों के लिए नई योजनाए लेकर आये जिससे किसान भाई खेती के प्रति प्रोत्साहित हो।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले। आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार