फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja) हुआ जारी: जानें पूरी जानकारी Rahul Saharan, July 29, 2024July 29, 2024 फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja)- राम राम किसान साथियो जैसा की आप सभी को मालूम है की पिछले वर्ष कपास और नरमा की फसले अत्यधिक बरसात और गुलाबी सुंडी की वजह से प्रभावित हुई थी जिससे किसानो को बहुत अधिक नुकसान झेलना पड़ा था। परन्तु कुछ किसानो ने फसल बोते समय ही अपनी फसल का बीमा करवा लिया था। फसल बीमा करवाने से फसल को तो खराब होने से नहीं बचाया जा सकता है, लेकिन अगर प्राकृतिक कारणों से फसल को कोई नुकसान होता है। तो किसान को उस फसल के खराब होने का मुआवजा बीमा कम्पनी वहन करती है।इस मुआवजे का लाभ केवल उन्ही किसानो को मिलता है जिन्होंने अपनी फसल का बिमा करवाया होता है। हाल ही में पिछले वर्ष खराब हुई कपास/नरमा की फसलों की बीमा की राशि हरियाणा सरकार के द्वारा जारी कर दी गयी है। मुआवजे की राशि बीमाधारक किसानो के खातों में सीधे ट्रांसफर की गयी है। मुआवजे की राशि केवल किसानो की फसल में हुए नुकसान की भरपाई करने हेतु होती है।Also Read फसल बीमा 2024: क्या है नया नियम और किसानों को क्या करना होगा? कितना फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja) मिला है किसानो को-हाल ही में हरियाणा सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कंवरपाल जी ने जानकारी दी है की वर्ष 2023 में जिन किसानो की कपास/नरमा की फैसले बरसात और गुलाबी सुंडी के कारण नष्ट हो गयी थी उनके लिए सरकार मुआवजा की राशि को जारी कर रही है। ये मुआवजा की राशि हरियाणा के 7 जिलों जिनमे पिछले वर्ष खरीफ की फसल में नुकसान हुआ था उनको जारी की गयी है। वे जिले है – सोनीपत, महेंद्रगढ़, जींद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, करनाल। इस सात जिलों में लगभग 15314 किसानो को फसल नुकसान के मुआवजे के रूप में 65 करोड़ रूपये की राशि जारी की गयी है। ये राशि पात्र किसानो के सीधे बैंक खातों में डाली जा रही है ताकि किसानो को सीधे लाभ पहुंचाया जा सके।वर्ष 2024 के फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja) के लिए बीमा कंपनी-वर्ष 2024 में फसलों को नुकसान से बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए अलग अलग क्लस्टर के लिए अलग अलग बीमा कंपनियों को चुना है। एक नंबर क्लस्टर के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस बीमा कंपनी तथा दो नंबर कल्सटर के लिए एचडीएफकी एग्रो कंपनी को चुना है तथा तीन नंबर क्लस्टर के लिए सरकार ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी को चुना है।केसीसी (Kcc) में रिकॉर्ड फसल के अलावा फसल बोने पर-अगर कोई किसान अपनी किसान क्रेडिट कार्ड-केसीसी (Kcc) में रिकॉर्ड करवाई गयी फसल के अलावा कोई और फसल बोते है तो उनको अपने बैंक में जाकर इसकी सूचना देना अनिवार्य है। क्योकि अगर फसल की सही जानकारी नहीं देंगे तो फसल का नुकसान होने पर उनको मुआवजे का लाभ नहीं मिल पाएगा। बैंक के अलावा अगर कोई किसान स्वयं अपनी फसल का बीमा करवाना चाहता है तो वह अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना की Official वेबसाइट से करवा सकते है।Also Read किसान भाई कैसे बढ़ाये खेती में उत्पादकता ? : जानिए खेती में उत्पादकता बढ़ाने के सर्वोत्तम तरीके फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja) की राशि कैसे चेक करें-हरियाणा सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कंवरपाल जी ने जानकारी दी है की वर्ष 2023 में जिन किसानो की कपास/नरमा की फैसले बरसात और गुलाबी सुंडी के कारण नष्ट हो गयी थी उनके लिए सरकार मुआवजा की राशि को जारी कर रही है। इस राशि को किसानो के खातों में पहुंचने में एक या दो दिन का समय लग सकता है। अगर किसी किसान के खाते में कोई समस्या आ रही है तो मुआवजे की राशि आने में एक या दो दिन से अधिक भी समय लग सकता है।अपने खातों में मुआवजे की राशि को चेक करने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का प्रयोग कर सकते है।मुआवजे की राशि चेक करने के लिए आप अपने संबधित बैंक में जाकर या बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर के अपनी मुआवजे की राशि का पता कर सकते है।यदि आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक खाते के साथ जुड़ा हुआ है तो आपको उस पर मैसेज आ जाएगा की आपके कहते में मुआवजे की राशि भेज दी गयी है।इन सब के अलावा आप अपने बैंक खाते की पासबुक में स्टेटमेंट की एंट्री करवा कर के पत्ता कर सकते है। फसल के कितने नुकसान पर फसल नुकसान मुआवजा (Fasal Nuksaan Muaavja) दिया जाता है-फसल नुकसान मुआवजे में किसानो को फसल के 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत मुआवजा पाने का हक़दार होता है। 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर बीमा कंपनी के द्वारा किसान को मुआवजा दिया जाता है। फसल में नुकसान होने की सूचना बीमा कंपनी को नुकसान होने के 72 घंटो के भीतर किसान के द्वारा देनी होती है।बीमा कंपनी के साथ साथ किसान को कृषि विभाग के कर्मचारियों को भी इस नुकसान से अवगत करवाना होता है। इसके बाद ही किसान बीमे की राशि पाने का हक़दार होता है। इसके बाद जिन जिन किसानो का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के मुआवजे की लिस्ट में आयेगा केवल उन्ही किसानो को मुआवजे की राशि दी जायेगी। इसकी अलावा किसी को भी मुआवजा की राशि नहीं दी जाएगी।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार सरकारी योजनायें