क्या है फार्मिंग मिशन(Farming Mission), जानिए कैसे यह केमिकल फ्री खेती में लाभदायक होगा Rahul Saharan, December 10, 2024December 10, 2024 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी जानते है कि जैसा की आप सभी को मालूम है कि भारत सरकार किसानो के हितो के लिए समय-समय पर अनेक प्रकार के किसान हित के कार्य करती है। हाल ही में भारत सरकार ने कृषि के क्षेत्र में बदलाव लाने के उद्देश्य से किसान हित में एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला लिया हैी। वो है फार्मिंग मिशन(Farming Mission), जो की केमिकल फ्री खेती करने में लाभदायक होगा।किसान भाइयों फार्मिंग मिशन के अंतर्गत भारत सरकार ने नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (National Mission On Natural Farming) को मंजूरी प्रदान कर दी है। यह केमिकल फ्री खेती को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस मिशन के अंतर्गत लगभग 1 करोड़ किसानो को प्रशिक्षित करके प्राकृतिक खेती के सामान्य मानक बनाने और सस्टेनेबल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए भरपूर कदम उठाए जाएंगे।फार्मिंग मिशन(Farming Mission) का उद्देश्य-किसान साथियों इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य किसानो को प्राकृतिक खेती के महत्व और गुणों से रुबरु करवाना है। और प्राकृतिक खेती के लिए उनको प्रशिक्षित करना है। इस मिशन अंदर किसानो को नेचुरल फार्मिंग (Natural Farming) यानि की केमिकल फ्री (Chemical free Farming) खेती के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जाएगी और उनको इसके लाभ तथा तकनीकों के बारे में सिखाया जाएगा। इस मिशन के माध्यम से खेती के पुराने और पारम्परिक तरीको को एक बार दुबारा अपनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। और यह मिशन पर्यावरण के साथ साथ किसानो के लिए भी बहुत अधिक लाभदायक साबित हो सकता है। इस मिशन के अंतर्गत किसानो को प्राकृतिक संसाधनों के सही इस्तेमाल करके उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सकता है।फार्मिंग मिशन(Farming Mission) केमिकल फ्री कैसे होगा-Natural Farming in India : किसान साथियो फार्मिंग मिशन का मुख्य उद्देश्य ये है की खेती को केमिकल फ्री किया जाए। आइये हम आपको बताते है की यह मिशन किस प्रकार से खेती को केमिकल फ्री करने में मदद करेगा।1. किसान साथियों इस मिशन के माध्यम से किसानों को प्राकृतिक खेती करने के महत्वपूर्ण पहलुओं का प्रशिक्षण देने का प्रयास किया जाएगा। इसमें सबसे अधिक ध्यान उन किसानो पर दिया जाएगा जो अभी तक केमिकल यानी की रासायनिक उर्वरको और कीटनाशको का खेती में उपयोग करते हुए आ रहे है।इस मिशन में दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को प्राकर्तिक उर्वरको, जैविक कीटनाशकों तथा पारम्परिक खेती करने की उन्नंत तकनीकों के बारे में बताने पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाएगा।2. किसान भाइयों इस मिशन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है की प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिक आधार पर कार्य करना। इस मिशन के अंतर्गत किसान अपने अनुभव के आधार पर करने के पारम्परिक तरीकों और तकनीकों को साझा करेंगे। और उस पर रिसर्च करके खेती करने के लिए कॉमन स्टेंडर्ड विकसित किये जाऐंगे।3. किसान साथियों देश के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार यह मिशन एक इकोसिस्टम बनाने की दिशा में काम करेगा। जिसके अंतर्गत पशुपालन और खेती को साझा कर दिया जाएगा। अर्थात खेती और पशुपालन से प्राप्त होने वाले उत्पादों का उपयोग एक दूसरे के लिए किया जाएगा। जिससे खेती और पशुपालन दोनों का एक साथ विकास सम्भव हो सकेगा।4. किसान साथियों इस मिशन के अंतर्गत एक लबे समय तक टिकने वाली और सतत खेती करने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएगी और आवश्यक कदम भी उठाये जाएंगे। जिसके लिए सस्टेनेबल फार्मिंग को बढ़ाने की प्रक्रिया पर जोर दिया जाएगा। जिससे की पर्यावरण को संतुलित रखते हुए किसानों की आय को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।5. किसान भाइयों इस मिशन के लिए लगभग 30,000 कृषि सखियों और कृषि अधिकारियों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वे स्थानीय किसानो को नेचुरल फार्मिंग के तरीके उनकी विधियों तथा उनके महत्व के बारे में बता सके। और किसानो को जागरूक कर सके तथा उनको मार्गदर्सन कर सकें।फार्मिंग मिशन(Farming Mission) का लक्ष्य-Natural Farming project: किसान साथियों इस मिशन के लिए भारत सरकार की ओर से लगभग 2481 करोड़ रूपये का बजट जारी किया गया है। जिसके अंतर्गत लगभग 1584 करोड़ रूपये केंद्र सरकार की ओर से दिए जाएंगे तथा लगभग 897 करोड़ रूपये की राशि राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी। इस मिशन के अंतर्गत लगभग 1 करोड़ किसानो को प्रशिक्षित करने और इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस मिशन के पहले चरण में लगभग 18,75,000 (अठारह लाख पिछत्तर हजार) किसानों को प्रशिक्षण और समर्थन देने का लक्ष्य दिया गया है। कृषि समाचार