नकली डीएपी खाद का खतरा: किसानों के लिए जागरूकता आवश्यक Rajendra Suthar, October 29, 2024October 29, 2024 किसान साथियीं कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए सही और गुणवत्तापूर्ण खाद का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन हाल के दिनों में, कई जिलों में नकली डीएपी खाद की बिक्री की समस्या बढ़ गई है। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आरएस जारोलिया ने इस मुद्दे पर चिंता जताई है और कहा है कि कुछ विक्रेताओं द्वारा किसानों भाइयों को नकली खाद बेचा जा रहा है। यह न केवल किसानों की मेहनत को प्रभावित करता है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव डालता है।नकली खाद (Fake DAP) बनाने का तरीका और पहचान (How to identify fake fertilizer)नकली DAP बनाने के लिए रेत में केमिकल मिलाए जाते हैं। इस नकली खाद का उपयोग जब किसान साथी करते है तो उन्हें उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिलते। हाल ही में किसान महेंद्र पटेल द्वारा की गई शिकायत ने इस समस्या को और उजागर किया। उन्होंने बताया कि वे देवरीकलां के बाहर से 50 बोरी नकली खाद लेकर आए थे, जिसमें वास्तविकता की कोई झलक नहीं थी। जब उन्होंने बोरियों को खोला, तो उसमें केवल रेत और मिलावट पाई गई।Also Read आलू की खेती (Aalu Ki Khetee): जानिए आलू में लगने वाले प्रमुख रोग व कीट एवं उनका प्रबंधन इस प्रकार की घटनाएं किसान समुदाय में असुरक्षा और भ्रम पैदा करती हैं। किसानों को नकली खाद की पहचान करने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाने चाहिए। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आरएस जारोलिया ने बताया कि असली डीएपी खाद की पहचान के लिए एक सरल तरीका है। यदि खाद के दस दानों को हथेली पर रखकर चूना के साथ रगड़ा जाए और उसमें अमोनिया गैस की सुगंध आती है, तो वह असली खाद है। यदि यह सुगंध नहीं आती, तो समझिए कि खाद नकली है।कृषि विभाग की टीम इस समस्या को गंभीरता से ले रही है। कृषि विभाग की टीम द्वारा खाद विक्रेताओं के यहां जांच की जा रही है। यदि कोई विक्रेता नकली खाद बेचते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कृषि विभाग द्वारा उठाये गए इस कदम से कृषि क्षेत्र में असली और नकली उत्पादों के बीच भेद को भी स्पष्ट किया जा सकेगा।किसानों के लिए सुझाव (Tips For Farmers)किसान साथियों को हमेशा खाद खरीदते समय सावधान रहने चाहिए क्योंकि नकली खाद के प्रभाव के कारण किसानो द्वारा की गई मेहनत भी बेकार हो जाते है। इसलिए खाद के खरीदी के समय उसकी गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए। किसान स्थानीय और विश्वसनीय विक्रेताओं से ही खाद खरीदें, जो इलाके में अच्छी तरह से जाने जाते हैं।यदि कोई संदेह हो तो किसान सीधे कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके के साथ ही किसान संगठनों के माध्यम से एक-दूसरे से जानकारी साझा करते रहे। यदि आपको नकली खाद के बारे में जानकारी मिलती है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।निष्कर्षकृषि क्षेत्र में नकली खाद की बिक्री एक गंभीर मुद्दा है, जो किसानों की आर्थिक स्थिरता को खतरे में डालता है। इस समस्या से निपटने के लिए जागरूकता और सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। किसानों को अपनी फसल की गुणवत्ता के प्रति सजग रहना होगा और केवल प्रमाणित उत्पादों का ही उपयोग करना चाहिए। कृषि विभाग की टीम और स्थानीय अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों से उम्मीद है कि इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।आखिरकार, एक सशक्त और जागरूक किसान ही अपने और अपने परिवार की भलाई सुनिश्चित कर सकता है कृषि समाचार