दालों के भाव में फिर से हुआ फेरबदल: जानें कितनी तेजी-मंदी आई आज Rahul Saharan, February 13, 2025February 13, 2025 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि दलहन एक प्रकार की रबी की फसल है। जिसके अंतर्गत चना, मसूर, उड़द, मूंग तथा अरहर आदि प्रकार की फसलें आती है। इस वर्ष दलों के भावों में बढ़ोतरी न के बराबर देखने को मिल रही है। लगभग गत एक वर्ष से दालों के भाव लगातार कम होते जा रहे है। आज एक बार फिर दालों के भाव में फेरबदल देखने को मिल रहा है। चना, मसूर, उड़द, मूंग तथा अरहर की दालों में भाव में गिरावट देखने को मिल रही है।इस साल दलहन फसलों का बुवाई आंकड़ा-किसान साथियों दलहन की फसल भी रबी की फसल के अंतर्गत ही आती है। इस वर्ष देश में दलहन की फसलों की बुवाई का आंकड़ा लगभग 140.90 लाख हैक्टेयर दर्ज किया गया है। जो की गत वर्ष के दलहनों की बुवाई के आंकड़ों से लगभग 03.10 लाख हैक्टेयर अधिक है। गत वर्ष के रबी के सीजन में दलहन फसलों की बुवाई का आंकड़ा लगभग 137.80 लाख हैक्टेयर दर्ज किया गया था। इस वर्ष रबी के सीजन में चने की बुवाई लगभग 98.55 लाख हैक्टेयर दर्ज की गयी है जो की गत वर्ष की तुलना में लगभग 2.68 लाख हैक्टेयर अधिक है।दालों के भाव में कितनी गिरावट-किसान साथियों लगभग गत 1 वर्ष से दालों के भाव में लगातार कमी देखने को मिल रही है। भारत देश 1 साल में तक़रीबन 31 हजार करोड़ रूपये की दालों को आयात करता है। और दूसरी और भारत के किसानों को दालों का भाव भी सही रूप से नहीं मिल पा रहा है। गत 1 वर्ष में चने के भाव में लगभग 4.37 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है। इसी तरह मसूर के भाव में लगभग 7.06 प्रतिशत, अरहर के भाव में लगभग 25.37 प्रतिशत तथा मूंग के भाव में लगभग 13.91 प्रतिशत और उड़द के भाव में लगभग 26.79 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है। जो की बहुत ही चिंताजनक स्थिति है। भारत के आत्मनिर्भर बनने के मार्ग में फसलों के गिरते हुए भाव एक महत्वपूर्ण समस्या है। इस का निवारण किये बिना भारत का आत्मनिर्भर बनना मुश्किल नजर आ रहा है।दालों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)-किसान साथियों सरकार की और से किसानों को फसल में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की शुरुआत की गयी है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक फसल के लिए एक न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया गया है। जिस मूल्य पर सरकार किसानो से उनकी फसल की सरकारी खरीद करती है। उसी श्रेणी में दालों के लिए सरकार की ओर से विपणन वर्ष 2025-26 हेतु दालों के लिए निर्धारित किया गया न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निम्नलिखित प्रकार से है-क्रम संख्यादालों का नामसरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल)1चना5440 रूपये2मसूर6425 रूपये3मूंग8682 रूपये4अरहर7550 रूपये5उड़द7400 रूपयेदालों का न्यूनतम मूल्य (MSP) और बाजार भाव-क्रम संख्यादालों का नामसरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल)दालों का बाजार भाव (प्रति क्विंटल)1चना5440 रूपये5801.66 रूपये2मसूर6425 रूपये5547.85 रूपये3मूंग8682 रूपये7306.32 रूपये4अरहर7550 रूपये7141.81 रूपये5उड़द7400 रूपये6754.01 रूपयेदालों के पिछले एक साल के भाव का ग्राफ-किसान साथियों किसानों को उनकी उम्मीद के अनुसार दालों के भाव नहीं मिल पा रहे है। महाराष्ट्र राज्य के एक किसान ने बताया की उसने अरहर की फसल को सरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य (MSP) से लगभग 1000 रूपये कम दाम में अपनी फसल को बेचा है। उनके अनुसार घरेलू बाजार में तो कम से कम दालों के भाव सरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य (MSP) से अधिक होने चाहिए। इस वर्ष किसानों को दालों के भाव को लेकर के 9000 रूपये प्रति क्विंटल तक के भाव की उम्मीद थी, लेकिन इस वर्ष तो भाव सरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य (MSP) से भी कम हो चुके है।किसान साथियों भारत के कृषि मंत्रालय के द्धारा हाल ही में पिछले लगभग एक साल में दालों के भाव में हो रही गिरावट की एक सारणी जारी की है जो की निम्नलिखित प्रकार से है-क्रम संख्यादालों का नामसरकार द्धारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल)8 फरवरी 2025 को भाव (रूपये प्रति क्विंटल)एक वर्ष पहले के भाव (रूपये प्रति क्विंटल)दो वर्ष पहले के भाव (रूपये प्रति क्विंटल)एक वर्ष में भाव में गिरावट (प्रतिशत में)दो वर्ष में भाव में गिरावट (प्रतिशत में)1चना5440 रूपये5801.666066.904843.964.3719.772मसूर6425 रूपये5547.855969.556216.117.0610.753मूंग8682 रूपये7306.328487.567533.6813.913.014अरहर7550 रूपये7141.819569.706908.0625.373.385उड़द7400 रूपये6754.019226.286828.3126.791.08 कृषि समाचार