50 फीसदी अनुदान के साथ धनिया-मेथी की खेती: जानें इस राज्य का नया प्लान Rajendra Suthar, November 6, 2024November 6, 2024 Dhaniya-Methi ki Kheti : बिहार राज्य की कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जिनमें से एक है बीज मसाला योजना। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और उन्हें मसाला की खेती की ओर प्रेरित करना है। बिहार सरकार, उद्यान निदेशालय कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में विशेष रूप से धनिया और मेथी की खेती पर जोर दिया जा रहा है।भारत, विशेष रूप से बिहार, मसाला उत्पादन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मसाले केवल भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि इनकी खेती किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभदायक भी साबित होती है। धनिया और मेथी जैसी फसलों की मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बहुत अधिक है, जिससे किसानों को अच्छी कमाई का अवसर मिलता है।बीज मसाला योजना की विशेषताएँबीज मसाला योजना 2024-25 के तहत किसानों को कई लाभ मिलेंगे। सरकार इस योजना के माध्यम से किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिसका उद्देश्य उनकी लागत को कम करना और खेती को लाभकारी बनाना है। योजना के अंतर्गत:सब्सिडी की राशि: किसान प्रति हेक्टेयर 15,000 रुपये की सब्सिडी प्राप्त करेंगे।कुल लागत: धनिया और मेथी की खेती करने में प्रति हेक्टेयर 30,000 रुपये की लागत आती है, जिससे किसानों को सीधे 50 फीसदी अनुदान मिलेगा।यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, खासकर उन लोगों के लिए जो कम लागत में अच्छी फसल उगाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहते हैं।ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया (Beej Masala Yojana Application)बिहार के किसान बीज मसाला योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया काफी सरल है और इसमें निम्नलिखित कदम शामिल हैं:सरकारी वेबसाइट पर जाएं: किसान सबसे पहले उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जाएं।योजना का चयन करें: वेबसाइट के होम पेज पर योजना का विकल्प चुनें।बीज मसाले योजना पर क्लिक करें: बीज मसाले योजना पर क्लिक करने के बाद धनिया और मेथी पर सब्सिडी के लिए आवेदन करें।रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें: यहां क्लिक करने पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा। सभी आवश्यक जानकारी सही-सही भरें।आवेदन जमा करें: सभी डिटेल भरने के बाद, आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा।इस प्रक्रिया के माध्यम से, किसान आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और योजना का लाभ उठा सकते हैं।इस योजना का लाभ उठाने के लिए, किसान भाइयों को सलाह दी जाते है कि वे सही समय पर आवेदन कर लेवें और सभी आवश्यक दस्तावेजों को भी संलग्न कर लेवें। इसके साथ ही किसान साथी अपने जिले में उपस्थित बागवानी विभाग के कार्यालय में जाकर भी इस योजना से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर सकते है।धनिया और मैथी की खेती के लाभ (Dhaniya or Methi ke Labh)कम पानी की आवश्यकता: धनिया और मैथी के फसलें कम पानी में भी उगाई जा सकती है। जिससे जल संकट के समय ये फसलें अधिक लाभकारी होगी।उच्च बाजार मूल्य: इन फसलों की बाजार में मांग हमेशा बनी रहती है, जिससे किसान अच्छी कीमत प्राप्त कर सकते हैं।आसान खेती: इन फसलों की खेती करना आसान है और ये जल्दी तैयार हो जाती हैं, जिससे किसानों को जल्दी आय प्राप्त होती है।निष्कर्षबिहार सरकार द्वारा शुरू की गई बीज मसाला योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। धनिया और मेथी की खेती करके किसान न केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि स्थायी कृषि प्रथाओं को भी अपनाकर अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।इस योजना का सही ढंग से लाभ उठाने के लिए किसानों को सजग रहना होगा और समय पर आवेदन करना होगा। इसके अलावा, यदि किसान इस योजना के तहत सफल होते हैं, तो न केवल उनकी व्यक्तिगत आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि पूरे बिहार की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।इसलिए, यदि आप बिहार के किसान हैं और धनिया या मेथी की खेती करने की सोच रहे हैं, तो इस सुनहरे मौके का लाभ उठाएं और अपनी आय को बढ़ाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएं। कृषि समाचार