महाराष्ट्र में कपास के भाव(Cotton Rates) में फिर दिखा तेजी का रुख: जानिए मंडियों में क्या भाव बिक रहा है कपास Rahul Saharan, January 24, 2025January 24, 2025 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है की कपास एक खरीफ की फसल है। भारत में कपास उत्पादन की दृष्टि से महाराष्ट्र राज्य सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। और सरकार की और से कपास पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7121 रूपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। इसके साथ ही कपास की कुछ दूसरी किस्मों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7521 रूपये तय किया गया है। हाल ही में कपास के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में कपास के भाव(Cotton Rates) न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)से भी पार जा चूका है।किसान साथियों महाराष्ट्र देश में कपास उत्पादन की दृस्टि से सबसे बड़ा राज्य है। और यहां पर इस वर्ष कपास के उत्पादन में कमी देखते हुए भी इस वर्ष मंडियों में कपास की बहुत जबरदस्त आवक हो रही है। और इतनी अधिक आवक के बाद भी कपास के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से पार जा चुके है। महाराष्ट्र में कपास की न्यूनतम, औसत तथा अधिकतम भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से पार चल रहे है।कपास के भाव(Cotton Rates) बढ़ने के कारण- किसान साथियों जैसा की आप सभी जानते है कि भारत देश में हर साल कपास के उत्पादन में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। और इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण है कपास की खेती के क्षेत्र में कमी होना। हाल ही में महाराष्ट्र की अर्वी मंडी में कपास की आवक लगभग 3736 क्विंटल रिकॉर्ड की गयी है। इस वर्ष कपास की खेती के क्षेत्र के अनुसार लगभग 26 लाख गाँठो का उत्पादन कम होने की संभावना नजर आ रही है। कपास की एक गांठ का वजन लगभग 170 किग्रा के आस पास होता है। किसान साथियो पिछले वर्ष कपास का लगभग 326 लाख गाँठो का उत्पादन दर्ज किया गया था। लेकिन इस वर्ष यह लगभग 26 लाख गाँठो के कम उत्पादन के अनुमान के हिसाब से लगभग 300 लाख गाँठो तक ही सीमित हो सकता है और इसकी मांग बहुत अधिक होने के कारण कपास के भाव में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है। आने वाले समय में कपास के भाव(Cotton Rates) कैसा रहेगा-किसान साथियों जैसा को आपको मालूम है की महाराष्ट्र देश में कपास उत्पादन की दृस्टि से सबसे बड़ा राज्य है। यहां पर इस वर्ष कपास के उत्पादन में कमी देखते हुए भी इस वर्ष मंडियों में कपास की बहुत जबरदस्त आवक हो रही है। और इतनी अधिक आवक के बाद भी कपास के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से पार जा चुके है। आने वाले समय में भी कपास के भाव इसी स्थिति में बने रह सकते है। कपास के भाव बड़े हुए रहने के कारण भारत सरकार की और से कपास के आयत पर पूरा जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही वैश्विक बाजार में कपास के भावों में कमी देखने को मिल रही है। जिसके चलते इस वर्ष 2024-25 के अक्टूबर और नवंबर महीने में भारत सरकार की और से कपास ने आयात में लगभग 3 गुना की वृद्धि देखने को मिल रही है।महाराष्ट्र की प्रमुख मंडियों में कपास के भाव(Cotton Rates)-किसान साथियों सरकार की और से कपास पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7121 रूपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। इसके साथ ही कपास की कुछ दूसरी किस्मों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7521 रूपये तय किया गया है। हाल ही में कपास के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में कपास का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)से भी पार जा चूका है। आइए जानते है महाराष्ट्र की कुछ प्रमुख मंडियों के भाव निम्नलिखित प्रकार से है।मंडी का नाम न्यूनतम भाव (प्रति क्विंटल)औसत भाव (प्रति क्विंटल)अधिकतम भाव (प्रति क्विंटल)कपास की आवक अर्वी7150 रूपये7200 रूपये7280 रूपये3736 क्विंटलफुलांबरी7150 रूपये7281 रूपये7550 रूपये2194 क्विंटलअकोला7408 रूपये7421 रूपये7586 रूपये1493 क्विंटलघांटजी6900 रूपये7000 रूपये7050 रूपये1900 क्विंटलअकोट7245 रूपये7700 रूपये7785 रूपये3365 क्विंटलकिल्ले धारुर7383 रूपये7421 रूपये7421 रूपये3006 क्विंटल कृषि समाचार