चने के भाव में तेजी-मंदी का दौर जारी, जानिए इस सप्ताह केसा रहेगा चने का बाजार Rahul Saharan, January 10, 2025January 10, 2025 राम राम किसान साथियों हम बात करने जा रहे है राजस्थान की प्रमुख फसलों में से एक फसल चना के बारे में आज के ताजा भावों की। आज को बाजार में कुछ किस्मों के भावो में तेज़ी देखने को मिली है जबकि कुछ किस्मों के भावो में मंदी देखने को मिली है। यही स्थिति चने की फसल पर बनी हुयी है। पिछले कुछ समय से चने की फसल में तेजी और मंदी का दौर जारी है। कभी चने की फसल के भावों में बढ़ोतरी हो जाती है तथा कभी इनमे मंदी छा जाती है। चने का वानस्पतिक नाम- सीसर एरियेटेनम होता है।किसान साथियो जैसा की आप सभी को मालूम है कि चने की फसल एक खरीफ की फसल है। जिसकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है। भारत में चने का सर्वाधिक उत्पादन महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश में होता है। चने का उत्पत्ति क्षेत्र दक्षिणी पूर्वी यूरोप या दक्षिणी पश्चिमी एशिया माना जाता है। चने में प्रोटीन, फाइबर, फोलिक एसिड, आयरन और अन्य पोषक तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता हैं। भारत सरकार के द्वारा चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5320 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वर्तमान में देश की सभी मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही खरीद का कार्य किया जा रहा है।केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को प्रमुख फसलों की खरीद के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। उसी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार राज्यों द्वारा खरीद की जाती है। हालांकि यह खरीद लक्ष्य से अधिक भी हो सकता है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में खरीद के निर्धारित नियमों के मुताबिक यह निर्धारित किया जाता है, कि एक किसान एक दिन में अपनी कितने क्विंटल फसल का विक्रय कर सकता है।किसान साथियों मध्य प्रदेश में चना फसल की बिक्री की सीमा बढ़ा दी गई है। इस संबंध में कृषि मंत्री ने कहा कि एक किसान अपनी ट्राली में 35 क्विंटल चना लेकर केंद्र पर आता था, परन्तु सरकारी खरीद सीमा 25 क्विंटल होने के कारण किसानों को 10 क्विंटल चना वापस ले जाना पड़ता था। कृषि मंत्री से दिल्ली में चर्चा में किए गए अनुरोध पर किसानों के हित में निर्णय लेते हुए सीमा को 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अब एक किसान एक दिन में 40 क्विंटल तक चना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकेगा।किसान साथियों इस बार खरीफ के सीजन में चने की फसल के बिजान के आंकड़ों को देख कर के यह अंदाजा लगाया जाए सकता है की इस बार किसानो को चने की फसल के दामों में बहुत अधिक लाभ देखने को मिल सकता है। क्योकि चने की फसल में न्यूनतम समर्थन मूल्य भी सरकार के द्धारा 5320 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। और चने की विक्रय सिमा को भी बढ़ा दिया गया है। जिसके चलते चने का बाजार इस सप्ताह में तेज देखने को मिल सकता है।प्रदेश की कुछ मंडियों में चने के तजा भाव-Mandi (मंडी)का नामन्यूनतम भावऔसत भावउच्चतम भावरामगंज मंडी₹6410₹6500₹6530बारां मंडी₹6150₹6510₹6676कोटा मंडी₹5800₹6500₹6700मेड़ता मंडी₹6000₹6500₹6750श्रीगंगानगर मंडी₹6775₹6650₹6500नागौर मंडी₹6000₹6500₹6750नोखा मंडी₹5800₹6000₹6700 कृषि समाचार