चना तेजी मंदी रिपोर्ट- 2025 क्या इस बार चना जाएगा 8000 पार ? Rahul Saharan, March 28, 2025March 28, 2025 राम राम किसान साथियों हम बात करने जा रहे है राजस्थान की प्रमुख फसलों में से एक फसल चना के बारे में आज के ताजा भावों की। आज को बाजार में कुछ किस्मों के भावो में तेज़ी देखने को मिली है जबकि कुछ किस्मों के भावो में मंदी देखने को मिली है। यही स्थिति चने की फसल पर बनी हुयी है। पिछले कुछ समय से चने की फसल में तेजी और मंदी का दौर जारी था। कभी चने की फसल के भावों में बढ़ोतरी हो जाती है तथा कभी इनमे मंदी छा जाती है। चने का वानस्पतिक नाम- सीसर एरियेटेनम होता है। चने की तेजी मंदी रिपोर्ट के अनुसार क्या इस बार चना 8000 के पार जा पाएगा।चना का इतिहास-किसान साथियो जैसा की आप सभी को मालूम है कि चने की फसल एक खरीफ की फसल है। जिसकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है। भारत में चने का सर्वाधिक उत्पादन महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश में होता है। चने का उत्पत्ति क्षेत्र दक्षिणी पूर्वी यूरोप या दक्षिणी पश्चिमी एशिया माना जाता है। चने में प्रोटीन, फाइबर, फोलिक एसिड, आयरन और अन्य पोषक तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता हैं। भारत सरकार के द्वारा चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5320 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वर्तमान में देश की सभी मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही खरीद का कार्य किया जा रहा है।केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को प्रमुख फसलों की खरीद के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। उसी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार राज्यों द्वारा खरीद की जाती है। हालांकि यह खरीद लक्ष्य से अधिक भी हो सकता है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में खरीद के निर्धारित नियमों के मुताबिक यह निर्धारित किया जाता है, कि एक किसान एक दिन में अपनी कितने क्विंटल फसल का विक्रय कर सकता है।चना के भाव में में तेजी का कारण- किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है की पिछले कुछ समय से चने के भावों में तेजी मंदी का दौर जारी है। लेकिन अब आने वाले समय में चने का भाव 8000 रूपये प्रति क्विंटल से पार जा सकता है। जिसका मुख्य कारण है भारत सरकार के द्धारा चने के आयत पर 10 % का आयत शुल्क (इम्पोर्ट डुयटी) लागू करने का फैसला लेना। और सरकार की और से लिया गया यह फैसला 01 अप्रैल 2025 से लागु हो जाएगा।किसान भाइयों इससे पहले गत वर्ष मई 2024 में भारत सरकार ने चने के आयत पर आयत शुल्क (इम्पोर्ट ड्यूटी) को हटा दिया था, लेकिन हाल ही में भारत सरकार ने फिर से चने के आयत पर 10 % का आयत शुल्क (इम्पोर्ट डुयटी) लागू करने का फैसला ले लिया है। इस वर्ष चने की फसल का बम्फर उत्पादन होने के आसार को देखते हुए भारत सरकार की और से 10 % का आयत शुल्क (इम्पोर्ट ड्यूटी) लगाने का फैसला लिया गया है।चना का उत्पादन-किसान साथियों भारतीय कृषि मंत्रालय के द्धारा हाल ही में जारी की गयी चने के उत्पादन की रिपोर्ट के अनुसार गत कृषि विपणन वर्ष 2023-24 में चने का उत्पादन लगभग 11.04 लाख टन था। हाल ही में कृषि विपणन वर्ष 2024-25 में चने का उत्पादन लगभग 11.54 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन कृषि विपणन वर्ष 2022 में चने का उत्पादन में लगभग 13.54 लाख टन रिकॉर्ड किया गया था। भारतीय कृषि मंत्रालय के अनुसार गत कुछ वर्षों से चने का उत्पादन लगतार घटता ही जाए रहा है। लेकिन इस वर्ष के आंकड़ों के देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है की अब चने के उत्पादन के हालत सुधर सकते है।प्रदेश की कुछ मंडियों में चने के तजा भाव-Mandi (मंडी)का नामन्यूनतम भावऔसत भावउच्चतम भावरामगंज मंडी₹6410₹6500₹6530बारां मंडी₹6150₹6510₹6676कोटा मंडी₹5800₹6500₹6700मेड़ता मंडी₹6000₹6500₹6750श्रीगंगानगर मंडी₹6775₹6650₹6500नागौर मंडी₹6000₹6500₹6750नोखा मंडी₹5800₹6000₹6700भाटापारा मंडी₹5200₹5300₹5500छिंदवाड़ा मंडी₹5900₹6000₹6200दाहोद मंडी₹5800₹5900₹6000जोधपुर मंडी₹5000₹5400₹5600अमरावती मंडी₹5500₹5700₹6211जयपुर मंडी₹6000₹6150₹6200अहमदनगर मंडी₹6000₹6100₹6200रायपुर मंडी₹5950₹6000₹6050बीकानेर मंडी₹5900₹5950₹6000लातूर मंडी₹6100₹6450₹6475इंदौर मंडी₹5400₹5700₹8000सोलापुर मंडी₹6100₹6200₹6250Disclaimer – हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल / फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते है, हम सिर्फ आप तक बाजार भाव पहुँचाने का प्रयास करते है, जिससे आपको निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी संबधित कृषि मंडी समिति से भाव की पुष्टि आवश्यक रूप से कर लेवें। आपके किसी भी प्रकार के आर्थिक नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। आज का मंडी भाव