सिंगल सुपर फॉस्फेट (Single Super Phosphate): डीएपी से भी बेहतर, अब फसल उत्पादन में दोगुना फायदा Rahul Saharan, November 11, 2024November 11, 2024 SSP Or DAP : राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि सभी किसान भाई रबी की फसल की बुवाई करने में लगे हुए है। और फसल की बुवाई के साथ साथ आप अलग अलग प्रकार के उर्वरको का उपयोग करते आ रहे है और आज भी कर रहे है। तो आज हम आपके लिए रबी की फसल में डीएपी से भी बहुत अधिक प्रभावशाली और उत्पादकता में जान डाल देने वाला नया उर्वरक सिंगर सुपर फॉस्फेट: डीएपी से बेहतर,अब फसल उत्पादन में दोगुना फायदा।किसान साथियो जैसा की आप सब को मालूम है की लगभग किसान भाई रबी की फसल का अच्छा उत्पादन लेने के लिए बीज की बुवाई में अपने खेतो में बुवाई से पहले या बुवाई के साथ में अलग अलग प्रकार के उर्वरको जैसे- यूरिया, डीएपी तथा सुपर आदि का इस्तेमाल करते है। और आज कल बाजार में डीएपी की किल्लत देखने को मिल रही है। जिससे किसान भाई रबी की फसल की बुवाई को लेकर के बहुत अधिक चिंता में नजर आ रहे है की बिना डीएपी के फसल की बुवाई कैसे करे। तो उन किसान भाइयो की चिंता को दूर करने के लिए डीएपी से बेहतर को फसल की उत्पादकता में दोगुना फायदा पहुंचाएगा वो है सिंगर सुपर फॉस्फेट। इसके इस्तेमाल से किसान भाई बिना डीएपी के भी फसल की बुवाई कर सकते है। और इससे फसल के उत्पादन में डीएपी के मुकाबले बहुत अधिक फायदा मिलेगा।किसान साथियों हाल ही में राजस्थान राज्य के मेड़ता सिटी में किसानो के अंदर बढ़ती हुयी डीएपी की मांग और डीएपी की आपूर्ति में कमी को देखते हुए सयुंक्त निदेशक कृषि (विस्तार) विभाग ने किसानों को अन्य उर्वरको को उपयोग करने के लिए जागरूक करने का कार्य शुरू किया है। जिससे की किसानो को डीएपी के अलावा अन्य प्रकार के उर्वरकों के बारे में जानकारी देकर के इनको डीएपी से भी अधिक प्रभावकारी उर्वरको के बारे में बताया जा सके जो की उनकी फसल की उत्पादकता को बढ़ाने में भी लाभदायक साबित होंगे।किसान साथियों जब भी आप किसी फसल की बुवाई करते है तो आप डीएपी उर्वरक का उपयोग करते है। और अब इस समय डीएपी की किल्ल्त के चलते आप चिंता में पड़े हुए है की डीएपी के बिना फसल की बुवाई कैसे करे। तो आप डीएपी की जगह नैनो यूरिया, नैनो डीएपी तथा सिंगल सुपर फॉस्फेट का उपयोग करके अपनी फसल की बुवाई कर सकते है।किसान साथियों सिंगर सुपर फॉस्फेट में लगभग 16 प्रतिशत फॉस्फेट तथा लगभग 11 प्रतिशत सुपर की मात्रा होती है। किसान साथियों लगभग 3 बैग सुपर फॉस्फेट तथा 1 बैग यूरिया का छिड़काव डीएपी के बराबर कार्य करता है। और सुपर का छिड़काव फसल के बीज में तेल की मात्रा को बढ़ाता है। क्योकि जब किसान भाई सरसो को लेकर मंडी में बेचने जाता है तो उसको फसल का दाम उसमे उपस्थित तेल की मात्रा में अनुसार दिया जाता है। तो इस स्थिति में यह उर्वरक बहुत अधिक लाभदायक साबित होता है।किसान साथियों कृषि विभाग के सहायक निदेशक के अनुसार प्रत्येक फसल के बीजन के समय लगभग 5 Ml प्रति किलोग्राम के हिसाब से बीज का उपचार करना चाहिए। और जब फसल बुवाई के बाद फसल लगभग 35-40 दिन की हो जाए तो उस पर नैनो यूरिया छिड़काव करना चाइये।किसान साथियों हाल ही में नागौर के सयुंक्त निदेशक कृषि (विस्तार) हरीश मेहरा में नेतृत्व में शिवरामपुर क्षेत्र के एक किसान महादेव लटियाल के सरसो के खेत में बीज उपचार अभियान को लेकर के एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत उन्होंने किसानो को नैनो युरीया, नैनो डीएपी तथा सिंगर सुपर फॉस्फेट के उपयोग तथा उनके महत्व के बारे में जानकरी प्रदान की।किसान साथियों इस प्रदर्शनी के दौरान किसान महदेव लटियाल ने बताया की वे पिछले दो सालों से डीएपी के स्थान सिंगर सुपर फॉस्फेट का इस्तेमाल कर रहा हु। और इसके उपयोग से मुझे फसल के उत्पादन में बहुत अधिक लाभ मिला है। और सिंगर फॉस्फेट, नैनो युरिया तथा नैनो डीएपी के इस्तेमाल से पिछले 2 सालों में उनकी फसल का उत्पादन भी बढ़ा है। कृषि सलाह