भारत सरकार द्वारा 2018 के आम बजट में एक स्वास्थ्य और चिकित्सा योजना की नींव रखी गई थी। इस योजना का आरंभ भारत के प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत किया। इस योजना के माध्यम से, लगभग 10 करोड़ परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। पूर्व में जहां राष्ट्रीय बीमा योजना के तहत 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाती थी, अब उसे बढ़ाकर 4 लाख रुपये कर दिया गया है। इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों की मदद करना है ताकि वे उपचार के दौरान किसी भी वित्तीय कठिनाई का सामना न करें।
इस योजना के तहत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आयुष्मान मिशन के अंतर्गत केंद्र सरकार के सभी मामले आते हैं। योजना प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का लाभ प्रदान करती है, जिससे 10 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभ मिलने की उम्मीद है। ये परिवार गरीबी और दुर्बलता के आधार पर एस.ई.सी.सी डाटाबेस से चुने गए होंगे। आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) में पहले से चालू राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) और वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजना (एससीएचआईएस) को समाहित किया गया है।
इस योजना की शुरुआत 15 अगस्त 2018 या 2 अक्टूबर 2018, गांधी जयंती के दिन की जाएगी। योजना के तहत, केंद्र सरकार कुल खर्च का 60% वहन करेगी, जबकि राज्य सरकारें 40% खर्च उठाएंगी। इस योजना से देश के 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य 2018 से 2025 तक पूरे भारत को बीमारियों से मुक्ति दिलाकर विकास की नई राह पर अग्रसर करना है। इस योजना के तहत हर साल 50 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये तक के मेडिकल बीमा कवर का लाभ मिलेगा।
आयुष्मान भारत योजना के लाभ
- प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष ₹5 लाख तक के नि:शुल्क उपचार का लाभ
- योजना से संबद्ध देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा
- भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बाद तक का चेकअप व दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जायेगी।
योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है। मुख्यमंत्री कोविड-19 उपचार योजना के तहत भी पात्र लाभार्थियों का नि:शुल्क उपचार किया जाता है।
आयुष्मान भारत योजना की पात्रता
आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम् पात्रता का पालन किया जाता है –
- आवेदनकर्ता गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी के हैं या उनकी आय निम्न स्तर की है।
- आवेदनकर्ता की वार्षिक आय 2.4 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- पात्रता मुख्य रूप से सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) डेटाबेस पर आधारित है।
- 16 वर्ष से अधिक आयु के उम्मीदवार के परिवार की कोई आय नहीं है।
- आवेदनकर्ता को एससी या एसटी वर्ग से संबंधित होना चाहिए।
- आवेदनकर्त्ता खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत पंजीकृत हो।
आयुष्मान भारत योजाना के लिए आवश्यक दस्तावेज
आयुष्मान भारत योजना के लिए आवेदक के पास निम् दस्तावेज की आवश्यकता होती है-
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- श्रेणी प्रमाणपत्र
- राशन कार्ड
- फोटोग्राफ
आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाएं
आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट के होम पेज पर Create ABHA Number विकल्प पर क्लिक करे और प्रक्रिया पूरी करने के लिए आधार कार्ड नंबर का उपयोग करें।

अब, अपना नाम, आय और पैन कार्ड नंबर के साथ अपनी सामान्य जानकारी दर्ज करें। सुनिश्चित करें कि आपके पास आवश्यक दस्तावेज़ हैं, और फिर वेबसाइट पर आगे बढ़ें। अधिकारियों से मंजूरी की प्रतीक्षा करें, उसके बाद आयुष्मान कार्ड डाउनलोड करें।

किसान भाइयों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्न
राशन कार्ड में उपस्थित सभी स्दस्य इस योजना का लाभ उठा सकते है।
आयुष्मान कार्ड धारक सिर्फ उन्हीं अस्पतालों में जाकर इलाज करवा सकता है, जो कि इस योजना के तहत सूचीबद्ध हैं।
आयुष्मान भारत योजना प्रति पात्र परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रु. का लाभ देश भर के सूचीबद्ध अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं से उठाया जा सकता है।