एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique): जानिए नवीनीकरण कृषि तकनीक जो पानी की बर्बादी को कम करती है। Rahul Saharan, September 9, 2024September 9, 2024 राम राम किसान साथियों आप सभी ने ड्रिप के द्वारा खेती करके कम पानी की मात्रा के द्वारा भी फसलों को पकाया जा सकता है। परन्तु आज हम आपके लिए लेकर आये है एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique)। इस तकनीक के द्वारा आप ड्रिप से भी ज्यादा लगभग 90 प्रतिशत तक पानी की मात्रा का बचाव किया जा सकता है। और इस तकनीक के द्वारा भूमि में उगने वाली फसलों के मुकाबले उत्पादन की दर लगभग तीन गुना बढ़ जाती है। तथा साथ ही भूमि की तुलना में इस तकनीक में फसल में लगभग 40 प्रतिशत अधिक पोषक तत्व पाए जाते है। और किसान साथियो यह विधि पूर्ण रूप से जैविक होती है।एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique) का महत्व –किसान साथियों इस तकनीक का बहुत ही बड़ा महत्व है। इस तकनीक द्वारा जो राज्य या क्षेत्र जल संकट का सामना कर रहे है उन के लिए यह तकनीक किसी वरदान से कम नहीं है। इस तकनीक के द्वारा आप ड्रिप से भी ज्यादा लगभग 90 प्रतिशत तक पानी की मात्रा का बचाव किया जा सकता है। और आप सभी जानते है की खेती करने में सबसे ज्यादा जल का इस्तेमाल होता है। और इस तकनीक के द्वारा पानी की बहुत बड़ी मात्रा को बचाया जा सकता है।इस तकनीक में मछली और सब्जियों दोनों की एक साथ खेती की जाती है। और कृषि वैज्ञानिक शिंदे धीरज और चंद्रकांत दाते के अनुसार इस तकनीक से उगने वाली फसलों/सब्जियों में परम्परागत तरिके से उगने वाली फसलों के मुकाबले पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है। और जल संकट वाले स्थानों पर यह विधि बहुत ही अधिक कामयाब साबित हो रही है।एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique) कैसी खेती है –किसान साथियों यह तकनीक पूरी तह से जैविक होती है। इसके अंदर थोड़ी सी जगह में ही अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। और इस तकनीक के द्वारा उत्पन होने वाली फसलों में किसी प्रकार का कोई रोग नहीं होता है।Also Read सपनों की ऊँचाई: जानिए लवलेश कुमार की 10वीं तक की पढ़ाई से दुग्ध उत्पादन में रिकॉर्ड तक की कहानी इस तकनीक के द्वारा आप ड्रिप से भी ज्यादा लगभग 90 प्रतिशत तक पानी की मात्रा का बचाव किया जा सकता है। हालाँकि यह तकनीक नई होने के कारण आर्थिक रुप से ज्यादा महंगी है अर्थात इस खेती को करने के लिए अधिक पैसो की आवश्यकता होगी। इसके साथ साथ इस खेती को करने की सभी तकनीकों की जानकारी होना अत्यधिक आवश्यक है।एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique) से खेती कैसे होती है-किसान साथियों इस तकनीक से खेती करने के लिए पानी को इकट्ठा करने के लिए छोटे जोहड़, डिग्गी, तालाब बनाये जाते है ताकि उनमे पानी की अधिक मात्रा को संग्रहित किया जा सके। और इन स्थानों में मछलियों को रखा जाता है जिससे मछलियों के अपशिष्ट से तालाब के अंदर अमोनिया की मात्रा वे वृद्धि हो जाती है।अब इस तकनीक से खेती करने के लिए पौधों वाले तालाब में अमोनिया युक्त पानी को डाल दिया जाता है। और इस तकनीक में पौधों की आवश्यक तत्वों के अवशोषण के लिए प्राकृतिक फ़िल्टर बनाया जाता है। इसके बाअद इस पानी को वापस मछलियों वाले तालाब में डाल दिया जाता है। और इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराया जाता है। इस तरिके से इस तकनीक में साधारण खेती में होने वाली पानी की हानि को 90 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।एक्वापोनिक्स तकनीक (Aquaponics Technique) में पोषक तत्वों की मात्रा-किसान साथियों इस तकनीक का उपयोग सामान्यत: जो राज्य या क्षेत्र जल संकट का सामना कर रहे है तथा जहाँ पानी की मात्रा कम है जैसे कि मरुस्थल, रेतीली भूमि, बर्फीली भूमि, लवणीय भूमि आदि स्थानों पर किया जा सकता है। इस तकनीक देश की लाखों हैक्टेयर बंजर पड़ी भूमि का उपयोग किया जा सकता है।इस तकनीक के द्वारा आप ड्रिप से भी ज्यादा लगभग 90 प्रतिशत तक पानी की मात्रा का बचाव किया जा सकता है। और इस तकनीक के द्वारा भूमि में उगने वाली फसलों के मुकाबले उत्पादन की दर लगभग तीन गुना बढ़ जाती है। तथा साथ ही भूमि की तुलना में इस तकनीक में फसल में लगभग 40 प्रतिशत अधिक पोषक तत्व पाए जाते है। और किसान साथियो यह विधि पूर्ण रूप से जैविक होती है। कृषि सलाह