सरसों के भाव में फिर से चमक : जानिए आज के सरसों के भाव Rajendra Suthar, July 26, 2024July 26, 2024 किसान भाइयों जैसा की आप सभी जानते है की भारतीय कृषि बाजार में सरसों का महत्वपूर्ण स्थान है। यह केवल एक महत्वपूर्ण तेलीय फसल नहीं है, बल्कि इसके बीजों का उपयोग खाद्य पदार्थों, मसालों और औषधियों में भी होता है। किसान साथियों हाल ही में सरसों की कीमतों में वृद्धि देखने को मिली है, जिससे यह कृषि और खाद्य बाजार में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्ट में, हम सरसों की कीमतों में आई चमक के कारणों, वर्तमान बाजार स्थिति, और इसके संभावित प्रभावों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।Also Read आलू की मांग और कीमत में तेजी : जानिए आज के आलू के भाव सरसों भाव (Sarson Bhav)किसान साथियों सरसों के भाव इस बार अच्छी बढ़त के साथ बने हुए है। भाव में तेजी के बारे में बात करे तो सरसों के भाव में हर दिन 20-60 रूपये प्रति क्विंटल का उत्तार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। प्रमुख मंडियों में आज सरसों भाव इस प्रकार है –जयपुर मंडी सरसों भाव : 5800-6074 रूपये प्रति क्विंटलभरतपुर मंडी सरसों भाव : 5500-5700 रूपये प्रति क्विंटलकोलकाता मंडी यूपी लाइन सरसों भाव : 5800-6000 रूपये प्रति क्विंटलकोलकाता मंडी एमपी लाइन सरसों भाव : 5700-6000 रूपये प्रति क्विंटलकोटा मंडी सरसों भाव : 5300-5600 रूपये प्रति क्विंटलमुरैना मंडी सरसों भाव : 5800-6470 रूपये प्रति क्विंटलसिरसा मंडी सरसों भाव : 5600-5700 रूपये प्रति क्विंटलहिसार मंडी सरसों भाव : 5500-5700 रूपये प्रति क्विंटलअशोकनगर मंडी सरसों भाव :5200-5600 रूपये प्रति क्विंटलपोरसा मंडी सरसों भाव : 5200-5550 रूपये प्रति क्विंटलश्योपुर मंडी सरसों भाव : 5400-5600 रूपये प्रति क्विंटलटोंका मंडी सरसों भाव : 5330-5500 रूपये प्रति क्विंटलनेवाई मंडी सरसों भाव : 5400-5500 रूपये प्रति क्विंटलगंगानगर मंडी सरसों भाव : 5400-5600 रूपये प्रति क्विंटलगंगापुर सिटी मंडी सरसों भाव : 5400-5800 रूपये प्रति क्विंटलसुमेरपुर मंडी सरसों भाव : 5300-5600 रूपये प्रति क्विंटलचरखी दादरी मंडी सरसों भाव : 5700-5925 रूपये प्रति क्विंटलकिसान साथियों वर्तमान में मंडियों में सरसों की आवक भी काफी अच्छी देखने को मिल रही है जिससे ग्राहकों और व्यापारियों में उत्साह का माहौल छाया हुआ है। जानकारी के अनुसार प्रमुख शहरो में आवक इस प्रकार है –राजस्थान : 165000 बोरीमध्यप्रदेश : 35000 बोरीउत्त्तरप्रदेश : 40000 बोरीहरियाणा और पंजाब : 10000 बोरीगुजरात : 10000 बोरीअन्य : 40000 बोरीकुल आवक : 300000 बोरीसरसों विशेष रूप से उत्तर भारत के राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में उगाई जाती है। सरसों की खेती रबी सीजन में की जाती है और यह ठंडे मौसम में अच्छी तरह से उगती है।Also Read PM Kisan Khad Yojana : किसानों की हो गई मौज , अब बीज और खाद लेने के लिए मिलेंगे ₹11000 सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी के प्रभावसरसों की कीमतों में वृद्धि के कई प्रभाव हो सकते हैं:महंगाई: सरसों की कीमतों में वृद्धि से खाद्य तेलों की कीमतों में भी वृद्धि होगी , जिससे महंगाई की दर में इजाफा हो सकता है। यह आम जनता के लिए एक आर्थिक बोझ का कारण बन सकता है।कृषि क्षेत्र में सुधार: किसानों को सरसों की उच्च कीमतों से लाभ हो सकता है। इससे उन्हें बेहतर मूल्य मिल सकता है, जो कृषि क्षेत्र में सुधार और निवेश को प्रोत्साहित कर सकता है।उपभोक्ता व्यवहार: उच्च कीमतों के कारण उपभोक्ता अन्य सस्ते विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं। इससे बाजार में अन्य तेलीय फसलों की मांग बढ़ सकती है।निर्यात और आयात: वैश्विक बाजार में सरसों की कीमतों में वृद्धि से निर्यातकों को लाभ हो सकता है, जबकि आयातकों को अतिरिक्त लागत का सामना करना पड़ सकता है।निष्कर्षसरसों की कीमतों में तेजी-मंदी भारतीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। उत्पादन में कमी, बढ़ती मांग, वैश्विक बाजार प्रभाव, और लॉजिस्टिक जैसी समस्याएँ सरसों के भाव क प्रभावित कर सकती है। हालांकि, इस वृद्धि का प्रभाव उपभोक्ताओं, किसानों और बाजार पर विभिन्न रूपों में पड़ सकता है।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार