सरकार का बड़ा फैसला: काबुली चना की स्टॉक लिमिट हटाई गई, जानिए इससे निर्यात पर क्या असर पड़ेगा ? Rajendra Suthar, July 16, 2024July 16, 2024 चने की फसल की खेती करने वाले किसानो के लिए एक खुशखबरी सरकार द्वारा दी गई है। किसान भाइयों केंद्र सरकार ने काबुली चना से स्टॉक लिमिट हटा दी है , क्योकि व्यापारियों की सरकार से यही मांग थी। सरकार के इस नियम से किसान भाइयों के लिए निर्यात के नए रास्ते खुल सकते है। साथ ही इस नियम से व्यापारी भाइयो को भी काफी राहत मिली है।किसान साथियों काबुली चना की स्टॉक लिमिट की बात करें तो सरकार ने कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकने के लिए 21 जून को स्टॉक लिमिट लगा दी थी जिसकी समय सीमा 30 सितम्बर 2024 थी। लेकिन समय से पहले ही सरकार ने स्टॉक लिमिट हटा दी है जो की राहत भरी खबर है।जानकारी के अनुसार व्यपारिक संघ इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन ने सराकर से आग्रह किया था की काबुल चना को स्टॉक लिमिट की लिस्ट से बाहर किया जाए। क्योकि डॉलर चना निर्यात की एक प्रमुख फसल है। भारतीय चने की विदेशो में भी काफी अधिक मांग रहती है क्योकि काबुली चना एक विशेष गुणवत्ता युक्त होता है। इसका व्यापार भी अच्छा होता है। स्टॉक लिमिट हटाने से काबुली चने के घरेलू बाजार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। काबुली चना का उत्पादन मुख्य रूप से निर्यात के उद्देश्य से होता है।किसान साथियो बीते महीनो काबूली चना के निर्यात की बात करें तो इस वित्तीय वर्ष अप्रैल-मई के महीनो में भारत ने 39,634 टन काबुली चने का निर्यात किया गया। वही पिछले वर्ष अप्रैल-मई के महीनो में भारत ने 44,977 टन काबुली चने का निर्यात किया था। 2023-24 में भारत का काबुली चना का निर्यात बीते वर्ष के 1 .21 लाख टन से कम होकर 99,158 टन रहा है।प्रमुख मंडियों में काबुली चना के भाव इस प्रकार है –नीमच मंडी काबुली चना भाव : बेस्ट माल 11200-11700 रूपये /क्विंटलहरदा मंडी काबुली चना भाव : 6000-11600 रूपये /क्विंटलइंदौर मंडी काबुली चना भाव : 8000-12500 रूपये /क्विंटलधार मंडी काबुली चना भाव : 6500-11200 रूपये /क्विंटलबारां मंडी काबुली चना भाव : 8000-11400 रूपये /क्विंटलकोटा मंडी काबुली चना भाव : 6500-11500 रूपये /क्विंटलधामनोद मंडी काबुली चना भाव : 9000-13200 रूपये /क्विंटलAlso Read उड़द की कीमतों में आई गिरावट: जानिए इससे किसानों पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? स्टॉक लिमिट क्या है ?स्टॉक लिमिट एक सरकारी नीति है, जिसका प्रमुख उद्देश्य बाजार में मूल्य स्थिरता बनाए रखना होता है। जब किसी फसल की कीमतें अचानक बढ़ती हैं, तो स्टॉक लिमिट को लागू किया जाता है ताकि अनावश्यक मुनाफाखोरी, जमाखोरी और कालाबाजारी रोकी जा सके। लेकिन इस बार सरकार ने काबुली चना की स्टॉक लिमिट को हटाने का निर्णय लिया है, जो कई कारणों से महत्वपूर्ण है:-किसानों की आजीविका में सुधार: स्टॉक लिमिट हटने से किसानों को अपने उत्पादों को अधिकतम मूल्य पर बेचने का मौका मिलेगा।जिससे किसानो की आर्थिक स्थिती में सुधार होगा।बाजार में प्रतिस्पर्धा: स्टॉक लिमिट हटने से बाजार में उस फसल की प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है, जिससे फसल के भाव में स्थिरता बनी रहती है। यह किसानों, व्यापारियो और उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होता है।निर्यात को बढ़ावा: स्टॉक लिमिट के हटने से काबुली चने का निर्यात बढ़ने की संभावना है। जब किसानों को अधिक लाभ होगा, तो वे अधिक मात्रा में उत्पाद का उत्पादन करेंगे, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ति बढ़ेगी।निर्यात पर प्रभावबढ़ी हुई मांग: काबुली चना का निर्यात बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग बढ़ेगी। भारत काबुली चने का एक प्रमुख उत्पादक है, और इस फैसले से भारत का निर्यात क्षेत्र बढ़ेगा।किसानों को मिलेगा लाभ: काबुली चने का निर्यात बढ़ने से किसानों को फसल का उच्च मूल्य मिल सकता है। इससे उनके उत्पादन की लागत और श्रम खर्च को कवर करने में मदद मिलेगी।बाजार की स्थिति में सुधार: निर्यात के बढ़ने के कारण घरेलू बाजार में भी काबुली चना की कीमतों में स्थिरता आएगी। जिससे किसानो को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा।निष्कर्षसरकार द्वारा काबुली चना पर स्टॉक लिमिट का हटना एक सकारात्मक कदम है, जो किसानों और निर्यात क्षेत्र के लिए नए अवसर प्रदान करता है। यह निर्णय न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में सहायक होगा, बल्कि भारतीय कृषि उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ाएगा।हालांकि, इसके साथ ही किसानों को नई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है, जिन्हें उचित योजना और प्रयास के माध्यम से सुलझाया जा सकता है। अगर किसान सही रणनीतियों का पालन करें और सरकार से उचित समर्थन प्राप्त करें, तो वे इस निर्णय का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। कृषि समाचार