भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) Rajendra Suthar, March 7, 2024March 7, 2024 भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भारत सरकार का एक संगठन है जो मौसम और जलवायु संबंधित सेवाएं प्रदान करता है। यह संगठन 1875 में स्थापित किया गया था और भारत के राष्ट्रीय मौसम और जलवायु सेवाओं का प्रमुख संचालनकर्ता है। IMD का मुख्यालय नई दिल्ली में है और यह भारत के विभिन्न भागों में मौसम और जलवायु से संबंधित वैज्ञानिक अनुसंधान का कार्य करता है।IMD की मुख्य कार्यालयों में से एक भारतीय मौसम विज्ञान और उपग्रह केंद्र (IITM), पुणे है, जो उपग्रह और अनुसंधान कार्यों को संचालित करता है। IMD के अंतर्गत, भारतीय मौसम परिमाण केंद्र (IMD), भारतीय मौसम विज्ञान संस्थान (IMD), भारतीय वायुमंडलीय अनुसंधान संगठन (IAR) और अन्य संगठन होते हैं, जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम और जलवायु संबंधित अनुसंधान का कार्य करते हैं।IMD भारत में मौसम और जलवायु संबंधित सेवाओं को प्रदान करने के लिए सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करता है, जिसमें मौसम पूर्वानुमान, वर्तमान मौसम की अपडेट्स, बारिश के मौसम, और विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के लिए चेतावनियाँ शामिल होती हैं। इसके अलावा, IMD भारत सरकार को मौसम और जलवायु संबंधित नीतियों को बनाने और क्रियान्वयन करने में मदद करता है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)के कार्यIMD के माध्यम से निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाती हैं:मौसम पूर्वानुमान: IMD द्वारा प्रदान किए गए मौसम पूर्वानुमान देशभर में लोगों को आगामी मौसम की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने में मदद करते हैं।मौसम अपडेट: IMD नियमित अंतराल पर मौसम की अपडेट प्रदान करता है ताकि लोगों को वर्तमान मौसम की स्थिति का पता चल सके।बारिश के मौसम: IMD द्वारा प्रदान किए जाने वाले बारिश के अनुमान लोगों को कृषि, पर्यटन, और अन्य क्षेत्रों में उपयोगी होते हैं।आपदा चेतावनियाँ: IMD आपदा के समय लोगों को सुरक्षित रहने के लिए चेतावनियाँ प्रदान करता है और आपदा के बाद संभावित सहायता भी उपलब्ध कराता है।भारत मौसम विज्ञान विभाग मौसम का पूर्वानुमान कैसे लगाता हैभारत मौसम विभाग (IMD) मौसम का पूर्वानुमान लगाने के लिए विभिन्न तकनीकों और मॉडलों का उपयोग करता है। यहाँ कुछ मुख्य तकनीकों का उल्लेख है जो IMD द्वारा मौसम के पूर्वानुमान के लिए प्रयोग किए जाते हैं:न्यूमैरिकल मॉडल्स (Numerical Models): इन मॉडल्स में मौसम के प्राकृतिक प्रक्रियाओं को संदर्भित करके विभिन्न गणितीय तकनीकों का उपयोग किया जाता है। ये मॉडल्स आधारित होते हैं जैसे कि वैज्ञानिक प्रक्रियाओं, विभिन्न मौसमी पैरामीटर्स, और गैर-स्थाई तत्वों पर।अवधारणा और संवेदनशीलता (Assumptions and Sensitivity): मौसम के पूर्वानुमान के लिए, IMD विभिन्न मॉडल्स की अवधारणाओं और पैरामीटर्स को मूल्यांकन करता है ताकि मॉडल्स की संवेदनशीलता को सुनिश्चित किया जा सके।मौसमी डेटा संग्रह (Weather Data Collection): IMD विभिन्न तकनीकों के माध्यम से विभिन्न डेटा स्रोतों से मौसमी डेटा को संग्रहित करता है, जैसे कि उपग्रह, रडार, साथ ही विभिन्न आधारित स्थलों पर नौ संदेशन, और मौसमी अध्ययन केंद्र।तकनीकी एकीकरण (Technical Integration): IMD विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके अद्यतन और संपूर्ण मौसम का पूर्वानुमान तैयार करता है। इसमें कंप्यूटरीकृत गणना, डेटा विश्लेषण, और मॉडलिंग का उपयोग होता है।उपयुक्त विज्ञानीय और तकनीकी अनुसंधान (Appropriate Scientific and Technical Research): IMD नियमित रूप से नई वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का संचालन करता है ताकि मौसम के पूर्वानुमान में सुधार किया जा सके।इन तकनीकों का उपयोग करके IMD मौसम का पूर्वानुमान तैयार करता है, जो लोगों को आगामी मौसम की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।किसान भाइयों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नआईएमडी की स्थापना कब हुई थी?वर्ष 1875 में भारत सरकार ने भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना की।भारत में कितने मौसम विज्ञान केंद्र हैं?भारत मौसम विज्ञान विभाग में उप महानिदेशकों द्वारा प्रबंधित कुल 6 क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र आते हैं। यह चेन्नई, गुवाहाटी, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली और हैदराबाद में स्थित हैं।मौसम विज्ञान के जनक कौन है?मौसम विज्ञान के जनक ल्यूक हॉवर्ड को कहा जाता है । मौसम समाचार