किसान गेंहू लेकर मंडी पहुंचे, HAFED ने खरीद की तैयारी की, समर्थन मूल्य ₹2,425 निर्धारित Rahul Saharan, April 10, 2025April 10, 2025 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि रबी की फसलों के पकाव के दिन आ चुके है। केंद्र सरकार ने पहले ही किसानों तोहफे के रूप में गेंहू की खेती करने वाले किसानो को बड़ी राहत देते हुए गेंहू की फसल की खरीद नये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने के की घोषणा कर दी थी। इस वर्ष केंद्र सरकार ने रबी के विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेंहू के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 150 रूपये की वृद्धि करते हुए 2275 रूपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर के 2425 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया है। जबकि गेंहू की फसल में औसत लागत तक़रीबन 1180 रूपये प्रति क्विंटल ही आती है। और किसान अब नई गेंहू लेकर मंडी में पहुंचने लग गए है। इसको देखते हुए हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ लिमिटेड (HAFED) ने गेंहू खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है।इस वर्ष गेंहू की पैदावार कैसी है-किसान साथियों हाल ही में मंडी में नई गेंहू की फसल की आवक शुरू हो चुकी है। और हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ लिमिटेड (HAFED) ने गेंहू खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है। हरियाणा के करनाल में 01 अप्रैल 2025 से गेंहू की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी थी। और 04 अप्रेल को हरियाणा के मंगलोरा गांव का एक किसान नई गेंहू की फसल को लेकर मंडी में पंहुचा था।किसान भाइयों इस वर्ष गेंहू की फसल का उत्पादन बहुत अच्छा माना जा रहा है। और गेंहू की फसल का पकाव भी बहुत अच्छा है। इस वर्ष गेंहू की फसल में गेंहू का दाना काफी मोटा और अच्छा पका हुआ है। जिसको देखकर के किसानो और आढ़तियों दोनों में ख़ुशी की लहर दौड़ रही है। क्योंकि पिछले कुछ समय से मौसम बिलकुल गेंहू के अनुकूल रहा था। जिससे की गेंहू की फसल की अच्छी पैदावार हुयी है।किसान साथियों यदि कुछ दिन पहले तापमान में थोड़ी और वृद्धि हो जाती तो गेंहू की पैदावार प्रभावित हो सकती थी। अधिक गर्मी बढ़ने के कारण गेंहू का दाना सिकुड़ जाता। जिससे की इसकी पैदावार में नुकसान देखने को मिलता। लेकिन मौसम के सही रहने से इस वर्ष गेंहू की पैदावार काफी अच्छी रही है।इस साल गेंहू की बुवाई का आंकड़ा-किसान साथियों इस वर्ष रबी की फसल के सीजन में गेंहू की फसल ने एक नया इतिहास बना दिया है। भारत के कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष देश में लगभग 325 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में गेंहू की बुवाई की गयी है। जो की गत वर्ष के रबी के सीजन से लगभग 6.60 लाख हैक्टेयर ज्यादा है। इस वर्ष भारत देश में गेंहू की फसल की बुवाई की मात्रा बहुत अधिक है। जिससे की गेंहू के उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। किसान साथियों सामान्य दृष्टि से गेंहू की बुवाई का क्षेत्र लगभग 313 लाख हैक्टेयर ही है। और इन आंकड़ों के अनुसार इस साल गेंहू की बुवाई का क्षेत्र बहुत ही अधिक अनुकूल माना जा रहा हैं। और गेंहू की बुवाई का यह आंकड़ा एक अनुमानित आंकड़ा है। इस वर्ष रबी की फसल का कुल बुवाई का आंकड़ा लगभग 661 लाख हैक्टेयर है जो की गत वर्ष में लगभग 651.39 लाख हैक्टेयर ही था।इस साल गेंहू के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)-किसान भाइयों इस वर्ष गेंहू के दाम लगभग पिछले 3 सालों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक रहा है। जिसके चलते इस वर्ष रबी के सीजन में गेंहू बुवाईकी मात्रा में बहुत अधिक अच्छी वृद्धि देखने को मिल रही है। हाल ही केंद्र सरकार ने रबी के विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेंहू के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 150 रूपये की वृद्धि करते हुए 2275 रूपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर के 2425 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया है। जबकि गेंहू की फसल में औसत लागत तक़रीबन 1180 रूपये प्रति क्विंटल ही आती है। कृषि समाचार