सरकार की बड़ी घोषणा: सरसों, चना, मूंग और मसूर की एमएसपी पर खरीद 15 फरवरी से शुरू Rahul Saharan, February 13, 2025February 13, 2025 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि रबी की फसलों के पकाव के दिन धीरे-धीरे नजदीक आ रहे है। और केंद्र सरकार किसानों के हित को मध्यनजर रखते हुए समय समय पर अनेक प्रकार की योजनाएँ लाती रहती है। हाल ही में केंद्र सरकार ने रबी की फसल में किसानों को एक बहुत ही अच्छा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने किसानों तोहफे के रूप में सरसों, चना, मूंग और मसूर की एमएसपी पर खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 15 फरवरी से शुरू करने के की घोषणा कर दी है।विपणन वर्ष 2025-26 में न्यूनतम समर्थन मूल्य-किसान साथियों केंद्र सरकार ने सरसों, चना, मूंग और मसूर की खेती करने किसानों को बड़ी राहत देते हुए विपणन वर्ष 2025-26 में इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित कर दिया है इस वर्ष रबी की फसलों के लिए सरकार की ओर से किसानों को जो न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाएगा उसके लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य निम्नलिखित प्रकार से है-क्रम संख्या फसल का नाम निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल)1सरसों5950 रूपये2 चना5650 रूपये3मूंग8682 रूपये4मसूर6700 रूपये5सूरजमुखी7280 रूपयेविपणन वर्ष 2025-26 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कब-किसान साथियों केंद्र सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2025-26 में सरसों, चना, मूंग और मसूर की सरकारी खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य के हिसाब से करने के लिए सरकार की ओर से दिनांक भी पक्की कर दी गयी है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद किसानो में बहुत बड़ी खुसी नजर आ रही है। सरकार की और से सरसों, चना, मूंग और मसूर की फसल के लिए सरकारी खरीद की तय की गयी दिनांक निम्नलिखित प्रकार से है-क्रम संख्या फसल का नाम न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद की दिनांक (से शुरू)1सरसों28 मार्च 20252 चना01 अप्रैल 20253मूंग15 मई 20254मसूर20 मार्च 20255सूरजमुखी01 जून 2025इस साल तिलहन और दलहन फसलों का बुवाई का आंकड़ा-किसान साथियों दलहन की फसल भी रबी की फसल के अंतर्गत ही आती है। इस वर्ष देश में दलहन की फसलों की बुवाई का आंकड़ा लगभग 140.90 लाख हैक्टेयर दर्ज किया गया है। जो की गत वर्ष के दलहनों की बुवाई के आंकड़ों से लगभग 03.10 लाख हैक्टेयर अधिक है। गत वर्ष के रबी के सीजन में दलहन फसलों की बुवाई का आंकड़ा लगभग 137.80 लाख हैक्टेयर दर्ज किया गया था। इस वर्ष रबी के सीजन में चने की बुवाई लगभग 0.61 लाख एकड़ दर्ज की गयी है। इस वर्ष रबी के सीजन में सरसों की बुवाई लगभग 21.8 लाख एकड़ दर्ज की गयी है। और इस वर्ष रबी के सीजन में मसूर की बुवाई लगभग 98 लाख एकड़ दर्ज की गयी है। इसके अलावा इस वर्ष रबी के सीजन में सूरजमुखी की बुवाई लगभग 0.63 लाख एकड़ दर्ज की गयी है।किसान साथियों तिहलन की फसल भी रबी की फसल के अंतर्गत ही आती है। लेकिन इस वर्ष रबी की फसल की बुवाई के आंकड़ों में कमी देखने को मिल रही है। जिसका सबसे मुख्य कारण है किसानों को तिलहन की फसलों का उनकी मेहनत के अनुसार दाम ना मिल पाना। जिसके कारण किसान भाई तिलहन की फसलों की बुवाई में अपनी रूचि नहीं दिखा रहे है। इस साल तिलहन की फसलों के बुवाई का का आंकड़ा लगभग 97.50 लाख हैक्टेयर दर्ज किया गया है जो की गत वर्ष के तिलहन के बुवाई के आंकड़ों से लगभग 1.80 लाख हैक्टेयर कम है।किसान साथियों गत वर्ष के रबी के सीजन में तिलहन की फसलों का बुवाई का आंकड़ा लगभग 99.30 लाख हैक्टेयर था।उत्पादन के अनुमानित आंकड़े-किसान साथियों कृषि विपणन वर्ष 2024-25 के समय में रबी की फसल की बुवाई का अनुमानित आकड़ा और औसत उत्पादन के हिसाब से सरसों, चना, मूंग और मसूर के कुल पैदावार के संभावित आंकड़े निम्नलिखित प्रकार से है-क्रम संख्या फसल का नाम बुवाई का आंकड़ा(वर्ष 2024-25)उत्पादन(प्रति एकड़)कुल उत्पादन (मीट्रिक टन)1सरसों21.8 लाख एकड़740 किलोग्राम15.59 लाख2 चना0.61 लाख एकड़494 किलोग्राम0.30 लाख3मूंग01 लाख एकड़700 किलोग्राम 0.68 लाख4सूरजमुखी0.63 लाख एकड़800 किलोग्राम0.50 लाख कृषि समाचार