Animal Husbandry : गाय-भैंस खरीदने से पहले कुछ अहम बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकता है नुकसान Rahul Saharan, November 9, 2024November 10, 2024 राम राम किसान साथियों जैसा की आप सभी को मालूम है कि आज कल पशुपालन का दौर बहुत अधिक तेजी से बढ़ रहा है। क्योकि किसान भाई खेती के साथ साथ पशुपालन करके अतिरिक्त आय कमा सकते है। किसान साथियों आज के समय में डेयरी फार्म एक बहुत ही अधिक चर्चा में बना हुआ है। परन्तु कुछ पशुपालक ऐसे भी जिनको डेयरी फार्म से बहुत अधिक लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है। क्योकि डेयरी फार्म का सबसे अहम हिस्सा होता है पशु का चुनाव करना है। यदि गाय भैंस को खरीदने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखें, नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।किसान साथियों पशुपालन आज कल एक बहुत ही बड़ा बिजनेस बन चुका है। जिसके द्वारा किसान और सामान्य व्यक्ति अपनी खेती से होने वाली आय या अन्य किसी बिज़नेस के साथ साथ पशुपालन के द्वारा अतिरिक्त मुनाफा कमा सकते है। किसान साथियों एक समय हुआ करता था जब गावों में किसान केवल पशुपालन करके अपनी जीविका चलाते थे। लेकिन आज पशुपालन एक बहुत बड़ा बिज़नेस बना गया है। इसका उपयोग लोग अपनी अतिरिक्त मुनाफा कमाने के लिए करते है। और दुधारू पशुओ के पालन से आप दूध केसाथ साथ गोबर की खाद को भी बेच कर के मुनाफा कमा सकते है। लेकिन जब आप पशुपालन करने के लिए गाय-भैंस खरीदते है तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको लाखों रुपयों का नुकसान सहना पड़ सकता है।किसान साथियों आइये हम आपको बताते है की जब भी आप पशुपालन या डेयरी फार्म खोलने के लिए गाय-भैंस खरीदने जाते है तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखना चाहिए। कुछ पशुपालक जब पशुपालन करने के लिए जब पशु खरीदते है तो वे बिना किसी जाँच पड़ताल के ही पशु को खरीदकर के पशुपालन या डेयरी फार्म शुरू कर देते है। जिससे उनको मुनाफे की जगह उल्टा नुकसान भी सहना पड़ सकता है। पशुपालन से पहले ध्यान में रखी जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित प्रकार से है –गाय-भैंस की स्वास्थ्य का निरीक्षण करें (Cow-Buffalo Health Inspection)किसान साथियों जब भी आप पशुपालन के लिए पशु खरीदने जाते है तो आप सबसे पहली गलती करते है की आप उस पशु के स्वास्थ्य के बारे में कोई नहीं जानकारी या किसी भी प्रकार की कोई जाँच नहीं करते है। जब भी आप किसी अच्छी नस्ल के पशु को खरीदे तो सबसे पहले आप उस पशु के स्वास्थ्य के बारे में जांचे की वह पशु किसी प्रकार की बीमारी या संक्रमण से संक्रमित तो नहीं है। और उनके स्वास्थ्य की जाँच करने के लिए आप उनको समय खाना खिलाए। यदि वो खाना खाने के बाद सामान्य रूप से जुगाली करते है तो वह पशु बिलकुल स्वस्थ है। इसके अतिरिक्त यदि किसी पशु के आँख तथा नाक से पानी बाह रहा हो और उसके मुँह से लार निउकल रही हो तो इस प्रकार का पशु कभी ना खरीदें। क्योकि वो किसी प्रकार की बीमारी से ग्रसित हो सकता है।गाय-भैंस की स्वभाव का निरीक्षण करें-किसान साथियों जब भी आप पशुपालन के लिए पशु खरीदने जाते है तो आप दूसरी ये गलती करते है की आप उस पशु के स्वभाव के बारे में कोई नहीं जानकारी या किसी भी प्रकार की कोई जाँच नहीं करते है। अच्छी नस्ल के पशु खरीदने से पहले आप यह निश्चित कर लेवें की यह पशु दूध देते समय कहीं लात तो नहीं मारते है। और इस बात की पुष्टि आप उस पशु को स्वयं दुह कर के कर सकते है। किसी के कहे से विश्वास नहीं करें। इसके साथ ही पशु के स्वभाव की दूसरी सबसे बात ये है की कुछ पशु एक ही व्यक्ति के हाथ से दूध देने के आदि हो जाते है। तो वो किसी और के दुहने पर दूध नहीं देती है। तो पशुपालक इस प्रकार के पशु को खरीदने से बचें।गाय-भैंस की ब्यांत का निरीक्षण करें-किसान साथियों जब भी आप पशुपालन के लिए पशु खरीदने जाते है तो आप तीसरी ये गलती करते है की आप उस पशु के ब्यांत के बारे में कोई नहीं जानकारी या किसी भी प्रकार की कोई जाँच नहीं करते है। अच्छी नस्ल के पशु खरीदने से पहले आप यह निश्चित कर लेवें कि यह पशु कितनी बार गाभिन हुआ है। और यहां पर सबसे महत्वपूर्ण बात ये है की यदि आप पशुपालन या डेयरी फार्म के लिए पशु खरीद रहे है तो आप पहले ब्यांत का कोई भी पशु ना खरीदे। क्योकि पहले ब्यांत के पशु के स्वभाव कैसा है, उसकी दूध देने की क्षमता कितनी है इन सब बातों का आप बिलकुल भी अनुभव नहीं कर सकते है। इसके अलावा जब आप दूसरे और तीसरे ब्यांत का पशु खरीदते है तो आपको उसके स्वभाव तथा उसकी दूध देने की क्षमता के बारे में पता लगा सकते है तथा वे पहले ब्यांत के पशु के मुकाबले अधिक दूध देने की क्षमता रखते है।गाय-भैंस के पालन के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें (Important things For Rearing Cows and Buffaloes)किसान साथियों पशुपालन के लिए आपको उपरोक्त बातों के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखना चाहिए –पशुओं की नियमित रूप से देखभाल करनी चाहिए।पशुओं को दिन में कम से कम 3 बार निश्चित समय पर ही चारा देना चाहिए।पशुओं को भूखा नहीं रखना चाहिए। पशुओं को खिलाया जाने वाला चारा हमेशा ताजा होना चाहिए।पशुओं को कभी भी बचा हुआ या बासी चारा नहीं खिलाना चाहिए। क्योकि इससे पशुओं का स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बना रहता है।जो भी चारा आप पशुओं को देते है उसमे से किसी भी प्रकार की बदबू नहीं आनी चाहिए। कृषि सलाह