महंगाई का असर: सूखे मेवे और फलाहारी आइटमों की कीमतों में 10 से 15% वृद्धि Rajendra Suthar, October 3, 2024October 4, 2024 दक्षिण भारत के राज्यों में हाल ही में हुई भारी बारिश ने सूखे मेवों की पैदावार को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इससे बाजार में सूखे मेवों की कीमतों में 10 से 15 फीसदी तक की तेजी देखने को मिल रही है। इस परिस्थिति ने नवरात्रि के आगमन के साथ मिलकर फलाहारी खाद्य सामग्रियों की मांग को और बढ़ा दिया है।इस साल नारियल, काजू, बादाम, खोपरा गिरी, मखाना, किशमिश, सिंगाड़ा आटा, खाद्य तेल और इलायची जैसी दैनिक उपयोगी सामग्री के भाव में नवरात्रि के पहले ही बढ़ोतरी हो गई है। नवरात्रि में फलाहारी खाद्य सामग्रियों और सूखे मेवो की मांग में वृद्धि के कारण भाव में भी तेजी का अनुमान लगाया जा रहा है।किराणा बाजार में भी इन दिनों फलाहारी सामान की मांग तेज होने के कारण व्यापारी अधिक मुनाफा कमा रहे है। नवरात्रि में पूजन सामग्री के साथ ही साबूदाना, मूंगफली दाना, सेंधा नमक, सिंगाड़ा आटा, तेल-घी, राजगीरा, और शक्कर की मांग में भी बढ़ोतरी हो जाती है।दक्षिण भारत के कई राज्यों में बारिश होने के कारण सूखे मेवों की गुणवत्ता और उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बारिश ने इस वर्ष पैदावार को कम किया है। इस कमी के चलते सूखे मेवों और फलाहारी खाद्य सामग्रियों के भावों में तेजी बनी हुई है। बीते वर्ष नारियल थोक मंडी में 14 से 15 रुपए में बिक रहा था, लेकिन इस वर्ष उसके भाव बढ़कर 25 से 30 रुपए तक पहुँच गए हैं।सूखे मेवों के साथ-साथ आलू के चिप्स, मखाना, छारोली, और खोपरा गोला के भावों में भी दोगुनी वृद्धि देखने को मिल रही है। जो उपभोक्ताओं के लिए काफी चिंताजनक हो सकता है। इसके साथ ही खाद्य तेलों की कीमतों में भी रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है।Also Read सप्ताह भर में हल्दी के भाव 5% घटे: जानें कारण फलाहारी सामान के भाव (रुपए प्रति किलो )वस्तु थोकभाव गत वर्ष अधिकतमभाव गत वर्ष न्यूनतमभाव इस वर्ष अधिकतमभाव इस वर्ष न्यूनतमकाजू₹700₹600₹1400₹900नारियल₹16/नग₹15/नग₹30/नग₹25/नगसाबूदाना₹75₹50₹90₹60खोपरा गोला₹140₹120₹250₹220मूंगफली दाना₹140₹130₹130₹120सिंगाड़ा आटा₹120₹110₹130₹120राजगीरा₹150₹140₹150₹140मोरधन₹110₹90₹130₹100घी₹650₹480₹650₹500शक्कर₹38₹36₹43₹41किशमिश₹250₹180₹300₹200बादाम₹750₹500₹900₹650अखरोट₹610₹400₹700₹400खोपरा गिरी₹200₹170₹360₹300पिस्ता₹2500₹2000₹2800₹2100छारोली₹2100₹1500₹3000₹2500आलू चिप्स₹220₹100₹500₹300मखाना₹500₹300₹1400₹1100उपरोक्त भावों से पता चलता है कि बाजार का रुख काफी अस्थिर है। दक्षिण भारत में हुई बारश ने न केवल सूखे मेवों की पैदावार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे खाद्य उद्योग को भी प्रभावित किया है। जब तक उत्पादन में सुधार नहीं होगा, तब तक कीमतों में स्थिरता की संभावना कम है।निष्कर्षदक्षिण भारत में हुई भारी बारिश ने सूखे मेवों और फलाहारी खाद्य सामग्रियों की कीमतों को प्रभावित किया है। नवरात्रि के चलते इनकी मांग में बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे भावों में और तेजी आ सकती है। उपभोक्ताओं को इस समय सतर्क रहना होगा और अपनी खरीदारी योजनाओं को ध्यान से बनाना होगा।इन परिस्थितियों के बाद यह भी जरूरी है कि हम एक स्वस्थ आहार को बनाए रखें, जिसमें सूखे मेवे और फलाहारी सामग्री शामिल हों। बाजार की स्थिति के अनुसार, उपभोक्ताओं को बेहतर निर्णय लेने की जरूरत है, ताकि वे इस महंगाई के दौर में भी अपने स्वास्थ्य को प्रभावित न होने दें।Disclaimer– हम emandibhav.com के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को फसल/फल खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं, हम सिर्फ आप तक बाजार के भाव पहुंचाने का प्रयास करते हैं जिससे आपको अपना निर्णय लेने में सहायता हो। अपनी फसल की खरीद फरोख्त करते समय अपनी सम्बन्धित कृषि मंडी सिमिति से भाव की पुष्टि जरुर कर ले।आपके किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। Blog कृषि समाचार